Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

एमएलसी चुनाव : प्रत्याशियों के नाम वापसी की जांच कराएगी भाजपा

Published

on

उप्र एमएलसी चुनाव, भाजपा प्रत्याशियों की नाम वापसी की जांच, पार्टी प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक, आगरा स्थानीय प्राधिकारी निवार्चन क्षेत्र, मेरठ प्राधिकारी निर्वाचन क्षेत्र

Loading

लखनऊ| भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने अपने स्थानीय प्राधिकारी निर्वाचन क्षेत्र के चार निर्वाचन क्षेत्रों में विधान परिषद चुनाव में प्रत्याशी चयन, नामांकन और नाम वापसी की स्थितियों की जांच के आदेश दिए हैं। भाजपा के वरिष्ठ नेताओं को इसकी जिम्मेदारी दी गई है। अधिकारियों को दिए गए निर्देश में इस मामले की पूरी जांच कर छह मार्च तक रिपोर्ट सौंपने को कहा गया है। पार्टी प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने बुधवार को यहां बताया कि पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सूर्य प्रताप शाही-आगरा स्थानीय प्राधिकारी निवार्चन क्षेत्र, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डा. रमापतिराम त्रिपाठी-बांदा प्राधिकारी निर्वाचन क्षेत्र, प्रदेश उपाध्यक्ष शिव प्रताप शुक्ल-मेरठ प्राधिकारी निर्वाचन क्षेत्र तथा सतीश महाना-लखनऊ व उन्नाव प्राधिकारी निर्वाचन क्षेत्रों की जांच करेंगे।

पाठक के मुताबिक, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष डा. लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने इन चारों वरिष्ठ कार्यकर्ताओं से आग्रह किया है कि वे छह मार्च तक उन्हें उनके स्थानीय प्राधिकारी निर्वाचन क्षेत्र में स्थानीय, क्षेत्रीय स्तर पर तथ्यों की जानकारी उपलब्ध कराकर पार्टी प्रत्याशियों के चयन, नामांकन और नाम वापसी की स्थितियों की जांच कर अपने मत से प्रदेश भाजपा को अवगत कराएं। आरोप है कि पार्टी के कई प्रत्याशियों ने सपा उम्मीदवारों के समर्थन में पैसा लेकर अपना नाम वापस ले लिया। मेरठ में तो भाजपा प्रत्याशी ने नाम वापसी के साथ ही सपा की सदस्यता भी ले ली थी। इससे भाजपा की बड़ी किरकिरी हुई।

18+

जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

Published

on

Loading

नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

Continue Reading

Trending