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प्रादेशिक

बिहार में 10वीं की परीक्षा 11 मार्च से

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बिहार में 10वीं की परीक्षा 11 मार्च से

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पटना| बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के तत्वाधान में 11 मार्च से शुरू होने वाली 10वीं (मैट्रिक) की परीक्षा को लेकर तैयारी अंतिम चरण में हैं। इस साल परीक्षा में करीब 15 लाख 73 हजार परीक्षार्थी शामिल होंगे। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष लालकेश्वर सिंह ने मंगलवार को बताया कि इस साल मैट्रिक की परीक्षा के लिए राज्यभर में 11,309 परीक्षा केन्द्र बनाए गए हैं।

इस बार परीक्षा में 15 लाख 73 हजार 199 परीक्षार्थी शामिल होंगे। इसमें आठ लाख 53 हजार 321 छात्र और सात लाख 19 हजार 878 छात्राएं हैं। परीक्षा 18 मार्च तक चलेगी।

सिंह ने बताया कि इस वर्ष परीक्षार्थियों के लिए तीन स्तरीय जांच व्यवस्था की गई है। प्रत्येक परीक्षा केन्द्र में सीसीटीवी कैमरे से नजर रखी जाएगी, वहीं केन्द्र के बाहर की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए वीडियो रिकॉर्डिग की व्यवस्था की गई है। परीक्षा केन्द्र में प्रवेश से पहले प्रत्येक परीक्षार्थी की तलाशी ली जाएगी।

पटना में एक नियंत्रण कक्ष भी बनाया गया है, जो 24 घंटे काम करेगा।

उल्लेखनीय है कि पिछले साल मैट्रिक की परीक्षा के दौरान कई केंद्रों पर नकल होने के मामले सामने आए थे।

18+

जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

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नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

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