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जल्‍द मिलेगी भोजपुरी, राजस्‍थानी और भोटी को संवैधानिक मान्‍यता

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भोजपुरी राजस्‍थानी भोटी को संवैधानिक मान्‍यता, भोजपुरी समाज दिल्‍ली, राजस्‍थानी भाषा मान्‍यता समिति, संविधान की आठवीं अनुसूची

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भोजपुरी राजस्‍थानी भोटी को संवैधानिक मान्‍यता, भोजपुरी समाज दिल्‍ली, राजस्‍थानी भाषा मान्‍यता समिति, संविधान की आठवीं अनुसूची

bhojpuri

नई दिल्‍ली। दिल्‍ली के इंडिया इंटरनेशनल सेंटर में भोजपुरी समाज, दिल्‍ली एवं राजस्‍थानी भाषा मान्‍यता समिति के संयुक्‍त तत्‍वावधान में आयोजित केन्‍द्रीय वित्‍त राज्‍यमंत्री  अर्जुन राम मेघवाल के सम्‍मान समारोह में भोजपुरी, राजस्‍थानी और भोटी भाषा को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल किए जाने के मुद्दे पर खूब चर्चा हुई।

इस अवसर पर अपने संबोधन में अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि सरकार भोजपुरी, राजस्‍थानी और भोटी भाषा को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल करने को लेकर गंभीर है और इस दिशा में कार्य चल रहा है, जल्‍द ही इस बारे में सकारात्‍मक परिणाम देखने को मिलेंगे।

उन्‍होंने कहा कि भोजपुरी, राजस्‍थानी और भोटी ऐसी भाषाएं हैं जिन्‍हें क्रमश: मारीशस,  नेपाल एवं भूटान जैसे दूसरे देशों में भी मान्‍यता प्राप्‍त है और इसे देखते हुए इन्‍हें भारत में भी संवैधानिक मान्‍यता मिलनी जरूरी है।

भोजपुरी समाज दिल्‍ली के अध्‍यक्ष अजीत दुबे ने अपने संबोधन में भोजपुरी भाषा के विभिन्‍न पहलुओं और उसके ऐतिहासिक-सांस्‍कृतिक-साहित्यिक संदर्भों की चर्चा करते हुए कहा कि पिछली सरकार ने तमाम आश्‍वासनों के बावजूद भोजपुरी को संवैधानिक मान्‍यता नहीं प्रदान की लेकिन वर्तमान सरकार से भोजपुरी भाषियों को बहुत उम्‍मीद है।

उन्‍होंने कहा कि पूर्वांचल क्षेत्र में आयोजित होने वाले कार्यक्रमों में प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी अपने संबोधन की शुरूआत भोजपुरी में ही करते हैं जो उनके भोजपुरी-प्रेम का परिचायक है और चूंकि वे स्‍वयं भोजपुरी भाषी क्षेत्र से ही सांसद हैं अत: भोजपुरी भाषियों को पूरा विश्‍वास है कि उनके नेतृत्‍व में गठित यह सरकार भोजपुरी को संवैधानिक मान्‍यता जरूर प्रदान करेगी।

कार्यक्रम में उपस्थित सांसद जगदंबिका पाल,  ओमप्रकाश यादव एवं मनोज तिवारी ने भी य‍ह विश्‍वास व्‍यक्‍त किया कि भोजपुरी व राजस्‍थानी भाषा की संवैधानिक मान्‍यता के मुद्दे को अर्जुन राम मेघवाल के नेतृत्‍व में अपेक्षित सफलता प्राप्‍त होगी और इस दृष्टि से 16वीं लोकसभा ऐतिहासिक साबित होगी।

इस अवसर पर सांसद एवं भोजपुरी लोक गायक मनोज तिवारी ने भोजपुरी व राजस्‍थानी लोकगीत भी प्रस्‍तुत किए और अपनी बेजोड़ गायकी से उपस्थित लोगों का मन मोह लिया। पूर्व सांसद महाबल मिश्रा ने निवेदन किया कि वर्तमान सरकार को इन भाषाओं की संवैधानिक मान्‍यता देने का कार्य अतिशीघ्र करना चाहिए।

राजस्‍थानी भाषा मान्‍यता समिति के अध्‍यक्ष के. सी. मल्‍लू ने कहा कि इन तीनों भाषाओं की संवैधानिक मान्‍यता के लिए एक मंच पर आकर प्रयास करने से इस मुद्दे को और ज्‍यादा बल मिलेगा तथा हमारे सामूहिक प्रयासों से अपेक्षित सफलता अवश्‍य प्राप्‍त होगी ।

कार्यक्रम का संचालन प्रो. संजीव तिवारी ने किया, इस दौरान भोजपुरी समाज दिल्‍ली के वरिष्‍ठ उपाध्‍यक्ष शिवाकान्‍त मिश्रा, उपाध्‍यक्ष अरविन्‍द दुबे, प्रदीप पाण्‍डेय, संयोजक विनयमणि त्रिपाठी, मंत्री सुभाष सिंह, कार्यालय मंत्री अरविन्‍द गुप्‍ता, देवकान्‍त पाण्‍डेय आदि सहित राजस्‍थानी भाषा मान्‍यता समिति के अनेक पदाधिकारी, पत्रकार, लेखक, वकील, अध्‍यापक, समाजसेवी व अन्‍य बुद्धिजीवी उपस्थित थे ।

 

 

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पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में बड़ा आतंकी हमला, 38 लोगों की मौत

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पख्तूनख्वा। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में बड़ा आतंकी हमला हुआ है। इस हमले में 38 लोगों की मौत हो गई है। यह हमला खैबर पख्तूनख्वा के डाउन कुर्रम इलाके में एक पैसेंजर वैन पर हुआ है। हमले में एक पुलिस अधिकारी और महिलाओं समेत दर्जनों लोग घायल भी हुए हैं। जानकारी के मुताबिक उत्तर-पश्चिमी पाकिस्तान के अशांत प्रांत खैबर पख्तूनख्वा में आतंकियों ने शिया मुस्लिम नागरिकों को ले जा रहे यात्री वाहनों पर गोलीबारी की है। यह क्षेत्र में हाल के वर्षों में इस तरह का सबसे घातक हमला है। मृतकों की संख्या में इजाफा हो सकता है।

AFP की रिपोर्ट के मुताबिक इस हमले में 38 लोगों की मौत हुई है. पैसेंजर वैन जैसे ही लोअर कुर्रम के ओचुट काली और मंदुरी के पास से गुजरी, वहां पहले से घात लगाकर बैठे आतंकियों ने वैन पर अंधाधुंध गोलियां बरसानी शुरू कर दीं. पैसेंजर वैन पाराचिनार से पेशावर जा रही थी। पाकिस्तान की समाचार एजेंसी डॉन के मुताबिक तहसील मुख्यालय अस्पताल अलीजई के अधिकारी डॉ. ग़यूर हुसैन ने हमले की पुष्टि की है.

शिया और सुन्नी मुसलमानों के बीच तनाव 

अफगानिस्तान की सीमा से लगे कबायली इलाके में भूमि विवाद को लेकर शिया और सुन्नी मुसलमानों के बीच दशकों से तनाव बना हुआ है। किसी भी समूह ने घटना की जिम्मेदारी नहीं ली है। जानकारी के मुताबिक “यात्री वाहनों के दो काफिले थे, एक पेशावर से पाराचिनार और दूसरा पाराचिनार से पेशावर यात्रियों को ले जा रहा था, तभी हथियारबंद लोगों ने उन पर गोलीबारी की।” चौधरी ने बताया कि उनके रिश्तेदार काफिले में पेशावर से यात्रा कर रहे थे।

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