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बुराड़ी : मौत के ‘रजिस्टर’ में दर्ज है उन 11 लाशों की रहस्यमयी दास्तान, जानिए क्या है रजिस्टर में

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देश की राजधानी दिल्ली के बुराड़ी इलाके में एक ही रात में रहस्यमय तरीके से 11 लोगों की मौत ने सबको चौंका दिया है। पुलिस हत्या और आत्महत्या दोनों ही एंगल से जांच को आगे बढ़ा रही है। आसपास के लोग अचानक हुई इन मौतों से सकते में है। पुलिस को जांच के क्रम एक रजिस्टर हाथ लगा है। यह रजिस्टर इन रहस्यमयी मौतों के पीछे की कुछ अलग ही कहानी बयान कर रहा है।

साभार – INTERNET

पुलिस को मौके पर दो रजिस्टर मिले हैं, जिनमें से एक पर हाथ से लिखा वो नोट है, जो इन 11 मौतों को लेकर काफी कुछ बयां करता है। उसमें लिखा है, परमात्मा में लीन हो रहे हैं। आंखें बंद कर रहे हैं ताकि भारी और बुरी वस्तुओं को देख ना सकें। कानों में रुई इसलिए लगाई है ताकि बुरी बातों को सुन ना सकें।

साभार – INTERNET

आंखों और मुंह को ढक देने से व्यक्ति अपने डर पर विजय प्राप्त कर लेता है। यदि 11 सदस्यों का समूह इन अनुष्ठानों को करता है तो सभी मुश्किलें आसान हो जाती हैं और मोक्ष मिल जाता है। मानव शरीर अस्थाई है पर आत्मा हमेशा रहती है। खुद का अंत कर लेने से शांति मिलती है।

साभार – INTERNET

पुलिस अधिकारियों का कहना है कि मौके पर जो रजिस्टर मिला है उसमें यह भी लिखा है कि मुंह पर टेप किस तरह लगानी है। कानों में रुई किस तरह लगानी है। मुंह पर रुमाल किस तरह बांधना है। इसके बाद क्या-क्या करना है, सबकुछ रजिस्टर में लिखा हुआ है।

साभार – INTERNET

पुलिस का कहना है कि जिस तरह की बातें रजिस्टर में लिखी हुई हैं, मौके से उसी तरह के हालात में शव मिले हैं। शवों के पास से रुई का पैकेट, डॉक्टर टेप और स्टूल बरामद हुए हैं। घर का पूरा सामान अपनी जगह पर ज्यों का त्यों रखा हुआ है।

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मशहूर लोक गायिका शारदा सिन्हा का निधन, दिल्ली एम्स में ली अंतिम सांस

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नई दिल्ली। मशहूर लोक गायिका शारदा सिन्हा का निधन हो गया है। दिल्ली के एम्स में आज उन्होंने अंतिम सांस ली। वह लंबे समय से बीमार चल रहीं थी। एम्स में उन्हें भर्ती करवाया गया था। शारदा सिन्हा को बिहार की स्वर कोकिला कहा जाता था।

गायिका शारदा सिन्हा को साल 2018 में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। शारदा सिन्हा का जन्म 1 अक्टूबर, 1952 को सुपौल जिले के एक गांव हुलसा में हुआ था। बेमिसाल शख्सियत शारदा सिन्हा को बिहार कोकिला के अलावा भोजपुरी कोकिला, भिखारी ठाकुर सम्मान, बिहार रत्न, मिथिलि विभूति सहित कई सम्मान मिले हैं। शारदा सिन्हा ने भोजपुरी, मगही और मैथिली भाषाओं में विवाह और छठ के गीत गाए हैं जो लोगों के बीच काफी प्रचलित हुए।

शारदा सिन्हा पिछले कुछ दिनों से एम्स में भर्ती थीं। सोमवार की शाम को शारदा सिन्हा को प्राइवेट वार्ड से आईसीयू में अगला शिफ्ट किया गया था। इसके बाद जब उनकी हालत बिगड़ी लेख उन्हें वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया। शारदा सिन्हा का ऑक्सीजन लेवल गिर गया था और फिर उनकी हालत हो गई थी। शारदा सिन्हा मल्टीपल ऑर्गन डिस्फंक्शन स्थिति में थीं।

 

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