Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

अन्तर्राष्ट्रीय

नेपाल के पुनर्निर्माण में मदद करेगा कनाडा

Published

on

नेपाल के पुनर्निर्माण में मदद करेगा कनाडा

Loading

नेपाल के पुनर्निर्माण में मदद करेगा कनाडा

काठमांडू| कनाडाई अंतर्रष्ट्रीय विकास अनुसंधान केंद्र ने नेपाल के पुनर्निर्माण में मदद करने की घोषणा की है। पिछले साल अप्रैल में नेपाल में 7.8 तीव्रता का भूकंप आया था जिससे यहां भारी क्षति हुई थी। इस आशय के मंगलवार को जारी एक बयान में यह बात कही गई। कनाडाई अंतर्राष्ट्रीय विकास अनुसंधान केंद्र के अध्यक्ष जीन लेबेल और नेपाल में कनाडा के राजदूत नादिर पटेल ने नेपाल में 12 लाख डॉलर निवेश करने की घोषणा की जो घरों और सार्वजनिक भवनों, आधारभूत संरचनाओं के पुनर्निर्माण और साथ ही भावी प्राकृतिक आपदाओं की गंभीरता को कम करने तथा बेहतर आपदा प्रबंधन पर खर्च किए जाएंगे।

उल्लेखनीय है कि स्थानीय सहभागी अंतर्राष्ट्रीय समग्र पर्वतीय विकास केंद्र (आईसीआईएमओडी) के साथ मिलकर आईडीआरसी धुंगेन्तर वार्ड में पुनर्वास एवं पुनर्निर्माण कार्यो में सहयोग करेगा। गौरतलब है कि आडीआरसी नेपाल में जलवायु और जल से संबंधित चुनौतियों से निपटने के लिए 20 साल से काम कर रहा है।

आईआरडीसी ने अपने बयान में कहा कि इस पहल से समुदायों और संस्थानों की आपदा प्रबंधन एवं जलवायु परिवर्तन अनुकूलन क्षमता में वृद्धि होगी और साथ ही पर्यावरण अनुकूल, जलवायु और भूकंप की दृष्टि से लोचदार घर बनाने में मदद मिलेगी।

उधर, कनाडा सरकार ने नेपाल की समस्या के मद्देनजर 2 करोड़ 30 लाख डॉलर की मानवीय सहायता दी है। यह राशि अनुभवी मानवीय सहभागियों जिनमें संयुकत राष्ट्र मानवीय एजेंसियां, कनाडाई स्वयं सेवी संगठनों अंतर्राष्ट्रीय रेड क्रॉस फेडरेशन और रेड क्रेसेन्ट सोसायटीज शामिल हैं, को भेज दी गई हैं।

नेपाल में कनाडाई राजदूत ने कहा, “कनाडा त्रासदी से प्रभावित कमजोर नेपाली लोगों की मदद के लिए नेपाल के साथ मिलकर काम करने को प्रतिबद्ध है। आईडीआरसी के सहयोग से नेपाल में चल रही आईसीआईएमओडी की परियोजनाओं से भूकंप प्रभवितों के दीर्घकालीन पुनर्वास में मदद मिलेगी।”

आईसीआईएमओडी के महानिदेशक डेविड मोल्डेन ने कहा कि हिमालय का पूरे हिन्दूकुश क्षेत्र में भूकंप का बड़ा खतरा है इसलिए इस क्षेत्र के अन्य देशों के साथ भी यहां का अनुभव बांटा जाना चाहिए।

अन्तर्राष्ट्रीय

लाहौर में प्रदूषण ने तोड़े सारे रिकार्ड, 1900 तक पहुंचा AQI, स्कूल बंद

Published

on

Loading

नई दिल्ली। पड़ोसी देश पाकिस्तान में प्रदूषण ने सारे रिकार्ड तोड़ दिए हैं। पाकिस्तान के लाहौर शहर का AQI 1900 पहुंच गया है जो शहर में अब तक का सबसे ज्यादा एक्यूआई है। प्रांतीय सरकार और स्विस समूह IQAir द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, शनिवार को पाकिस्तान-भारत सीमा के पास अब तक का सबसे अधिक प्रदूषण दर्ज किया गया। इसी के साथ लाहौर रविवार को दुनिया के सबसे प्रदूषित शहरों की रियल टाइम सूची में पहले नंबर पर पहुंच गया।

बढ़ते वायु प्रदूषण को देखते हुए लाहौर में आपातकाल जैसा माहौल है। वायु की खतरनाक गुणवत्ता को देखते हुए लाहौर प्रशासन ने वर्क फ्रॉम होम करने का आदेश दिया है। इसके साथ ही विभिन्न शहरों में प्राथमिक विद्यालयों को बंद करने की घोषणा की गई है। वहीं पंजाब की वरिष्ठ मंत्री मरियम औरंगजेब ने कहा है कि, सरकार ने माता-पिता को यह सुनिश्चित करने की सलाह देते हुए प्राथमिक विद्यालयों को एक सप्ताह के लिए बंद कर दिया है कि बच्चे मास्क पहनें, क्योंकि शहर में धुंध की मोटी चादर छाई हुई है। उन्होंने कहा कि वाहन प्रदूषण को कम करने के लिए 50 प्रतिशत कार्यालय कर्मचारी घर से काम करेंगे।

मरियम औरंगजेब ने आगे कहा है कि पिछले एक सप्ताह से भारत से हवा की दिशा लाहौर की ओर हो गई है और इस वजह से धुंध बढ़ गई है। उन्होंने कहा कि इस तरह की हवाएं अमृतसर और चंडीगढ़ से आ रही हैं और इस वजह से लाहौर में AQI लगातार बिगड़ता जा रहा है।
मरियम ने कहा है कि अगर हालत और खराब हुए तो शहर में उद्योगों को बंद कर दिया जाएगा। यहां तक कि पराली जलाने वाले किसानों को गिरफ्तार किया जाएगा। कुछ इसी तरह की कार्रवाई भारत की हरियाणा और पंजाब सरकार भी कर रही है, जहां पराली जलाने को लेकर बड़ी संख्या में किसानों पर मुकदमे दर्ज हुए हैं।

 

 

Continue Reading

Trending