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उत्तराखंड

जंगल में मिली रिटा. इंजीनियर की लाश, जमीनी विवाद में हत्या की आशंका

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जंगल में मिली रिटा. इंजीनियर की लाश, जमीनी विवाद में हत्या की आशंका, मोहन सिंह पयाल

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जंगल में मिली रिटा. इंजीनियर की लाश, जमीनी विवाद में हत्या की आशंका, मोहन सिंह पयाल

Mohan Singh Payal

देहरादून। दून से गायब हुए ओएनजीसी के रिटायर्ड इंजीनियर की हत्या की गई। मंगलवार को अभियंता का शव थानो के जंगल से बरामद कर लिया गया। मामले में पुलिस ने दो लोगों को हिरासत में लिया है। पुलिस के मुताबिक प्रथम दृष्टया प्रापर्टी के लिए हत्या का मामला लग रहा है। देर शाम तक पुलिस हत्याकांड का खुलासा कर सकती है।

सोमवार को जौलीग्रांट क्षेत्र से इंजीनियर की कार जली अवस्था में बरामद हुई थी। जंगल में लकड़ी लेने गए ग्रामीणों ने जली हुई कार को देखकर पुलिस को सूचना दी। एसपी सिटी अजय सिंह एफएसएल की टीम को लेकर वहां गए।

छानबीन में मौके से मिली बैंक की पास बुक के आधार पर कार मालिक की पहचान मोहन सिंह पयाल निवासी सारथी विहार नेहरू कॉलोनी (देहरादून) के रूप में हुई। एसपी सिटी अजय सिंह की अगुवाई में एफएसएल की टीम ने बारीकी से कार का निरीक्षण किया।

कार से पांच सौ और हजार के कुछ जले हुए नोट भी बरामद हुए थे। पुलिस रिटायर्ड इंजीनियर के साथ अनहोनी की आशंका जताई थी। यही वजह है कि सोमवार देर रात पुलिस ने गुमशुदगी को अपहरण की धारा में तब्दील कर कई संदिग्धों को उठाया था।

जली कार का बारीकी से अवलोकन किया। कार से एक हजार और पांच सौ के नोट जली हुई हालत में पड़े मिले। पुलिस की माने तो मोहन सिंह पयाल 24 जुलाई की सुबह 10.30 बजे के करीब कार से निकले थे, लेकिन रात भर घर नहीं आए तो परिजनों को चिंता हुई।

सोमवार सुबह पयाल के बेटे हिमांशु पयाल की तरफ से नेहरू कॉलोनी थाने में पिता की गुमशुदगी दर्ज कराई गई। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. सदानंद दाते और एसपी सिटी अजय सिंह की पुलिस टीम देर रात तक कार्रवाई में जुटी थी।

मोहन सिंह पयाल के साथ अनहोनी की आशंका जताई जा रही है। मोहन सिंह पयाल एक माह पहले ही ओएनजीसी के अधिशासी अभियंता पद से सेवानिवृत्त हुए थे। एक माह पहले सेवानिवृत्त होने के कारण पयाल को काफी रकम मिली थी। इसके अलावा उनकी कई प्रापर्टी भी थी।

खुले तौर पर किसी प्रापर्टी को लेकर विवाद नहीं था। पुलिस की जांच प्रापर्टी के ईद-गिर्द भी घूम रही है। एक प्लाट के मामले को लेकर पूछताछ की जा रही है। हालांकि परिजन और करीबी किसी तरह का विवाद होने से इंकार कर रहे है।

संदेह के आधार पर कई लोग हिरासत में लिए गए है, जिनसे पूछताछ की जा रही है। हालांकि एसपी सिटी अजय सिंह का कहना है कि अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगा, लेकिन कुछ महत्वपूर्ण जानकारी मिली है, जिस पर काम चल रहा है। कुछ घंटों बाद तस्वीर साफ होने की उम्मीद है।

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उत्तराखंड

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राष्ट्रीय कौशल एवं रोजगार सम्मेलन का किया उद्घाटन

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देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को राष्ट्रीय कौशल एवं रोजगार सम्मेलन का उद्घाटन किया। नीति आयोग, सेतु आयोग और राज्य सरकार के संयुक्त प्रयासों से राजधानी देहरादून में दून विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय कौशल एवं रोज़गार सम्मलेन का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन करने के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि इस तरह की कार्यशालाएं प्रदेश के युवाओं के बेहतर भविष्य के लिए बेहद महत्वपूर्ण साबित होंगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार युवाओं को बेहतर रोजगार मुहैया कराने की दिशा में सकारात्मक कदम उठा रही है।

कार्यक्रम में कौशल विकास मंत्री सौरभ बहुगुणा ने इसे सरकार की ओर से युवाओं के लिए महत्वपूर्ण कदम बताया। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य उत्तराखंड के तमाम बेरोजगार युवाओं को रोजगार देना है। मुख्यमंत्री ने कहा, “निश्चित तौर पर इस कार्यशाला में जिन विषयों पर भी मंथन होगा, उससे बहुत ही व्यावहारिक चीजें निकलकर सामने आएंगी, जो अन्य युवाओं के लिए समृद्धि के मार्ग प्रशस्त करेगी। हमें युवाओं को प्रशिक्षण देना है, जिससे उनके लिए रोजगार की संभावनाएं प्रबल हो सकें, ताकि उन्हें बेरोजगारी से निजात मिल सके।

उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2015 में स्किल डेवलपमेंट का विभाग खोला था, ताकि अधिक से अधिक युवाओं को रोजगार मिल सके। इसके अलावा, वो रोजगार खोजने वाले नहीं, बल्कि रोजगार देने वाले बनें। अगर प्रदेश के युवा रोजगार देने वाले बनेंगे, तो इससे बेरोजगारी पर गहरा अघात पहुंचेगा। ” उन्होंने कहा, “हम आगामी दिनों में अन्य रोजगारपरक प्रशिक्षण युवाओं को मुहैया कराएंगे, जो आगे चलकर उनके लिए सहायक साबित होंगे।

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