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उत्तराखंड

नमामि गंगे प्रोजेक्ट की टीम में आईआईटी रुड़की के प्रोफेसर भी

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नमामि गंगे प्रोजेक्ट की टीम, आईआईटी रुड़की के प्रो. कमल जैन, थिंक टैंक के तौर पर शामिल

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नमामि गंगे प्रोजेक्ट की टीम, आईआईटी रुड़की के प्रो. कमल जैन, थिंक टैंक के तौर पर शामिल

देहरादून। गंगा की सफाई के लिए चलाए जा रहे नमामि गंगे अभियान में आईआईटी रुड़की के सिविल इंजीनियरिंग विभाग के प्रो. कमल जैन को भी शामिल किया गया है। उन्हें इस प्रोजेक्ट में थिंक टैंक के तौर पर शामिल किया गया है। जल संसाधन मंत्रालय ने इस संबंध में दस सदस्यीय टीम का गठन किया है। प्रो. जैन के अनुसार उन्हें इस संबंध में मंत्रालय का पत्र मिला है। प्रो. जैन बिट्स पिलानी से सिविल इंजीनियरिंग किये हुए हैं और पिछले तीन दशक से आईआईटी रुड़की में सिविल इंजीनियरिंग पढ़ा रहे हैं। उनके अनुभव का लाभ मंत्रालय नमामि गंगे प्रोजेक्ट में ले रहा है।

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उत्तराखंड

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राष्ट्रीय कौशल एवं रोजगार सम्मेलन का किया उद्घाटन

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देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को राष्ट्रीय कौशल एवं रोजगार सम्मेलन का उद्घाटन किया। नीति आयोग, सेतु आयोग और राज्य सरकार के संयुक्त प्रयासों से राजधानी देहरादून में दून विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय कौशल एवं रोज़गार सम्मलेन का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन करने के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि इस तरह की कार्यशालाएं प्रदेश के युवाओं के बेहतर भविष्य के लिए बेहद महत्वपूर्ण साबित होंगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार युवाओं को बेहतर रोजगार मुहैया कराने की दिशा में सकारात्मक कदम उठा रही है।

कार्यक्रम में कौशल विकास मंत्री सौरभ बहुगुणा ने इसे सरकार की ओर से युवाओं के लिए महत्वपूर्ण कदम बताया। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य उत्तराखंड के तमाम बेरोजगार युवाओं को रोजगार देना है। मुख्यमंत्री ने कहा, “निश्चित तौर पर इस कार्यशाला में जिन विषयों पर भी मंथन होगा, उससे बहुत ही व्यावहारिक चीजें निकलकर सामने आएंगी, जो अन्य युवाओं के लिए समृद्धि के मार्ग प्रशस्त करेगी। हमें युवाओं को प्रशिक्षण देना है, जिससे उनके लिए रोजगार की संभावनाएं प्रबल हो सकें, ताकि उन्हें बेरोजगारी से निजात मिल सके।

उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2015 में स्किल डेवलपमेंट का विभाग खोला था, ताकि अधिक से अधिक युवाओं को रोजगार मिल सके। इसके अलावा, वो रोजगार खोजने वाले नहीं, बल्कि रोजगार देने वाले बनें। अगर प्रदेश के युवा रोजगार देने वाले बनेंगे, तो इससे बेरोजगारी पर गहरा अघात पहुंचेगा। ” उन्होंने कहा, “हम आगामी दिनों में अन्य रोजगारपरक प्रशिक्षण युवाओं को मुहैया कराएंगे, जो आगे चलकर उनके लिए सहायक साबित होंगे।

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