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बिजनेस

फोर्ब्स एशिया की सूची में शीर्ष पदों पर नीता अंबानी, अरुंधती भट्टाचार्य

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फोर्ब्स एशिया की सूची में शीर्ष पदों पर नीता अंबानी, अरुंधती भट्टाचार्य

मुंबई| फोर्ब्स पत्रिका की ‘एशिया 50 पावर बिजनेस वुमेन 2016’ सूची में रिलायंस इंडस्ट्रीज की निदेशक नीता अंबानी और भारतीय स्टेट बैंक की अध्यक्ष अरुंधती भट्टाचार्य शीर्ष दो पदों पर काबिज हैं। अंबानी और भट्टाचार्य के अलावा आठ भारतीय महिला कारोबारी भी सूची में जगह बनाने में कामयाब रही हैं, जो बैंकिंग, बायोटेक, डेटा विश्लेषक, टेक्सटाइल्स, फार्मा और सौंदर्य क्षेत्र से जुड़ी हुई हैं।

फोर्ब्स के मुताबिक, “एक ऐसे देश में जहां अरबपतियों की पत्नियां अपने पति पर निर्भर हैं। रिलायंस में नीता का बढ़ रहा कद असामान्य है और यही वजह है कि वह इस साल ताकतवर महिला कारोबारियों की सूची में अव्वल हैं।” रिलायंस समूह इकाई फोर्ब्स इंडिया की लाइसेंसधारक है।

रिलायंस की गैर कार्यकारी निदेशक के रूप में नीता की समूह में कोई औपचारिक संचालक भूमिका नहीं है। उनके पति मुकेश अंबानी समूह के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक हैं लेकिन इसमें कोई संदेह नहीं है कि नीता के पास शक्तियां हैं।

भारतीय स्टेट बैंक की अध्यक्ष के रूप में अरुं धती भट्टाचार्य कड़ी चुनौतियों का सामना कर रही हैं। बैंक के बढ़ रहे कर्जो की वजह से हाल की तिमाही में बैंक का शुद्ध मुनाफा 60 प्रतिशत से अधिक घटकर 19 करोड़ हो गया है।  दिसंबर महीने में एसबीआई की ऋण 11 अरब डॉलर था।

इसके अलावा सूची में स्थान हासिल करने वालों में मु सिग्मा की कार्यकारी अधिकारी अंबिगा धीरज, वेलस्पन इंडिया की मुख्य कार्यकारी अधिकारी दिपाली गोयनका, आईसीआईसीआई बैंक की प्रबंध निदेशक चंदा कोचर, वीएलसीसी हेल्थकेयर की उपाध्यक्ष वंदना लुथरा और बायोकॉन की अध्यक्ष किरण मजूमदार शामिल हैं।

नेशनल

ऑनलाइन फूड ऑर्डरिंग ऐप को मनमानी करने पर 103 के बदले देने पड़ेंगे 35,453 रु, जानें क्या है पूरा मामला

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हैदराबाद। ऑनलाइन फूड ऑर्डरिंग ऐप स्विगी को ग्राहक के साथ मनमानी करना भारी पड़ गया। कंपनी की इस मनमानी पर एक कोर्ट ने स्विगी पर तगड़ा जुर्माना ठोक दिया। हैदराबाद के निवासी एम्माडी सुरेश बाबू की शिकायत पर उपभोक्ता आयोग ने बड़ा फैसला सुनाया है। बाबू ने आरोप लगाया था कि स्विगी ने उनके स्विगी वन मेंबरशिप के लाभों का उल्लंघन किया और डिलीवरी Food Delivery की दूरी को जानबूझकर बढ़ाकर उनसे अतिरिक्त शुल्क वसूला

क्या है पूरा मामला ?

सुरेश बाबू ने 1 नवंबर, 2023 को स्विगी से खाना ऑर्डर किया था। सुरेश के लोकेशन और रेस्टॉरेंट की दूरी 9.7 किमी थी, जिसे स्विगी ने बढ़ाकर 14 किमी कर दिया था। दूरी में बढ़ोतरी की वजह से सुरेश को स्विगी का मेंबरशिप होने के बावजूद 103 रुपये का डिलीवरी चार्ज देना पड़ा। सुरेश ने आयोग में शिकायत दर्ज कराते हुए कहा कि स्विगी वन मेंबरशिप के तहत कंपनी 10 किमी तक की रेंज में फ्री डिलीवरी करने का वादा किया था।कोर्ट ने बाबू द्वारा दिए गए गूगल मैप के स्क्रीनशॉट्स और बाकी सबूतों की समीक्षा की और पाया कि दूरी में काफी बढ़ोतरी की गई है।

कोर्ट ने स्विगी को अनुचित व्यापार व्यवहार का दोषी पाया और कंपनी को आदेश दिया कि वे सुरेश बाबू को 9 प्रतिशत ब्याज के साथ 350.48 रुपये के खाने का रिफंड, डिलीवरी के 103 रुपये, मानसिक परेशानी और असुविधा के लिए 5000 रुपये, मुकदमे की लागत के लिए 5000 रुपए समेत कुल 35,453 रुपये का भुगतान करे।

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