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उत्तराखंड

ज्वैलर्स के समर्थन में दून बंद का मिला जुला असर

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ज्वैलर्स के समर्थन में देहरादून बंद, दोपहर तक बंद रहे बाजार, पेट्रोल पंप भी एक बजे तक रहे बंद, सोना-चांदी की खरीद पर एक्साइज

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ज्वैलर्स के समर्थन में देहरादून बंद, दोपहर तक बंद रहे बाजार, पेट्रोल पंप भी एक बजे तक रहे बंद, सोना-चांदी की खरीद पर एक्साइज

पेट्रोल पंप भी एक बजे तक रहे बंद

देहरादून। केंद्र सरकार द्वारा सोना-चांदी की खरीद पर एक्साइज यानी उत्पाद कर लगाए जाने के खिलाफ व्यापारियों ने सोमवार को बाजार बंद व चक्का जाम का ऐलान किया। दोपहर तक देहरादून में बंद सफल रहा। व्यापारियों ने अपनी दुकानें व प्रतिष्ठान बंद रखे, हालांकि दोपहर बाद बाजारों में फिर से चहल-पहल नजर आने लगी। उधर, व्यापारियों ने बंद को सफल बताया है।

देहरादून के बाजारों में सुबह से ही व्यापारी संगठन के सदस्य अलग-अलग टीमों में बाजारों में घूम रहे थे। लाउडस्पीकर लगे वाहन व मोटरसाइकिल पर सवार व्यापारियों की टोली केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रही थी। पलटन बाजार, धामावाला, हनुमान चैक, आढ़त बाजार, धर्मपुर, रेसकोर्स, कांवली रोड, राजपुर रोड, घंटाघर, चकराता रोड, सुभाष रोड, सहारनपुर रोड आदि बाजारों में सुबह से ही टीमें घूम रही थीं, जिन व्यापारियों ने अपनी दुकानें खोली हुईं थीं, टीमें उनको बंद करा रही थी। हालांकि बंद से आवश्यक सेवाओं को मुक्त रखा गया था। कई स्थानों पर कुछ खुली हुई दुकानों को जबरदस्ती बंद कराने की कोशिश की गई। इस कारण टकराव की नौबत रही। व्यापारियों के बंद के मद्देनजर जगह-जगह पर पुलिस मुस्तैद रही। बंद को पेट्रोल पंप संचालकों ने भी समर्थन दिया था। इस कारण दोपहर तक लोगों को पंपों पर पेट्रोल नहीं मिला। इससे वाहन चालक खासे परेशान रहे। सबसे अधिक परेशानी स्कूली बच्चों के अभिभावकों को हुई। बाजार बंद होने से अभिभावक स्कूली पुस्तकें नहीं खरीद पाये। हालांकि देर शाम को डिस्पेंसरी रोड पर किताबों की कुछ दुकानें खुली रहीं।

दोपहर तक बंद रहे बाजार

गौरतलब है कि सोना एवं चांदी खरीद पर एक्साइज ड्यूटी कम करने और पेन कार्ड की अनिवार्यता के विरोध में सर्राफा व्यवसायियों का आंदोलन देश भर में चल रहा है। उत्तराखंड के अन्य हिस्सों से भी बंद की मिली-जुली प्रतिक्रिया आई है। कांग्रेस समेत कई व्यापारी संगठनों के सर्राफा आंदोलन को समर्थन मिलने पर प्रांतीय उद्योग व्यापार मंडल ने उत्तराखंड बंद का आह्वान किया है। हल्द्वानी में ग्रीन सिटी सर्राफा एवं स्वर्णकार एसोसिएशन के आह्वान पर हल्द्वानी में सर्राफा व्यवसायियों का धरना सोमवार को भी जारी रहा। विधायक डा. इंदिरा हृदयेश भी सर्राफा व्यवसायियों के आंदोलन को समर्थन देने पहुंची। सोमवार को रामनगर भी बंद रहा। इसी तरह से हरिद्वार, रुड़की, उधमसिंह नगर में भी बाजार सुबह बंद रहे, हालांकि छोटे बाजार और गलियों में दुकानें पूर्व की तरह खुली रहीं।

आप ने छोड़ा ज्वैलर्स का साथ

आम आदमी पार्टी ने बड़े जोर-शोर से ज्वैलर्स के अंादोलन को अपना समर्थन देने की घोषणा की थी। ज्वैलर्स के जेल भरो आंदोलन को लेकर भी आप कार्यकर्ता पहुंच गये थे। कुछ कार्यकर्ताओं ने गिरफ्तारी भी दी लेकिन बड़े पदाधिकारी व सक्रिय कार्यकर्ता अचानक इस आंदोलन से दूर हो गये। सूत्रों के मुताबिक दिल्ली से आए एक फोन ने आप कार्यकर्ताओं को ज्वैलर्स का साथ देने से इनकार कर दिया। इस बात को लेकर पार्टी में भारी रोष है। कार्यकर्ताओें के अनुसार जब पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ज्वैलर्स का साथ दे रहे हैं तो फिर उन्हें क्यों रोका जा रहा है? बताया जाता है कि दून ज्वैलर्स एसोसिएशन के पदाधिकारी आप के प्रदेश अध्यक्ष अनूप नौटियाल को बुलाने के लिए लगातार काॅल करते रहे कि पांच मिनट के लिए सही, वो यहां आ जाएं, लेकिन अनूप नौटियाल चुप्पी साध गये और वहां नहीं पहुंचे।

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उत्तराखंड

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राष्ट्रीय कौशल एवं रोजगार सम्मेलन का किया उद्घाटन

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देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को राष्ट्रीय कौशल एवं रोजगार सम्मेलन का उद्घाटन किया। नीति आयोग, सेतु आयोग और राज्य सरकार के संयुक्त प्रयासों से राजधानी देहरादून में दून विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय कौशल एवं रोज़गार सम्मलेन का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन करने के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि इस तरह की कार्यशालाएं प्रदेश के युवाओं के बेहतर भविष्य के लिए बेहद महत्वपूर्ण साबित होंगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार युवाओं को बेहतर रोजगार मुहैया कराने की दिशा में सकारात्मक कदम उठा रही है।

कार्यक्रम में कौशल विकास मंत्री सौरभ बहुगुणा ने इसे सरकार की ओर से युवाओं के लिए महत्वपूर्ण कदम बताया। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य उत्तराखंड के तमाम बेरोजगार युवाओं को रोजगार देना है। मुख्यमंत्री ने कहा, “निश्चित तौर पर इस कार्यशाला में जिन विषयों पर भी मंथन होगा, उससे बहुत ही व्यावहारिक चीजें निकलकर सामने आएंगी, जो अन्य युवाओं के लिए समृद्धि के मार्ग प्रशस्त करेगी। हमें युवाओं को प्रशिक्षण देना है, जिससे उनके लिए रोजगार की संभावनाएं प्रबल हो सकें, ताकि उन्हें बेरोजगारी से निजात मिल सके।

उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2015 में स्किल डेवलपमेंट का विभाग खोला था, ताकि अधिक से अधिक युवाओं को रोजगार मिल सके। इसके अलावा, वो रोजगार खोजने वाले नहीं, बल्कि रोजगार देने वाले बनें। अगर प्रदेश के युवा रोजगार देने वाले बनेंगे, तो इससे बेरोजगारी पर गहरा अघात पहुंचेगा। ” उन्होंने कहा, “हम आगामी दिनों में अन्य रोजगारपरक प्रशिक्षण युवाओं को मुहैया कराएंगे, जो आगे चलकर उनके लिए सहायक साबित होंगे।

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