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अपराध रोकने में विफल मुख्यमंत्री अपनी जिम्मेदारी स्वीकार करेः भाजपा
लखनऊ। भारतीय जनता पार्टी ने कहा कि राजभवन के सामने दिन दहाड़े लूट, अशियाना की घटना, असिस्टेंट हाउसिंग कमिश्नर पर हमला, प्रदेश में अपराधी समर्थक सरकार का सबसे बड़ा सबूत है। पार्टी प्रदेश मुख्यालय में पत्रकारों से चर्चा करते हुए पार्टी प्रवक्ता डा. चन्द्रमोहन ने कहा कि प्रदेश में चुनाव के निकट आते ही लूट, डकैती और आर्थिक अपराधों का बोलबाला हो गया है। सपा सरकार में आखिर आर्थिक अपराधों का खुलाशा पुलिस क्यों नहीं करती है। क्या आर्थिक अपराध सपा प्रायोजित तो नहीं है ?
प्रदेश प्रवक्ता डा. चन्द्रमोहन ने कहा कि मुख्यमंत्री ने गृह विभाग खुद अपने पास रखा हुआ है। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव शपथ ग्रहण के साथ ही बड़बोले बयान देते रहे लेकिन मुख्यमंत्री बताये कि आखिर सुपर सीट डीजीपी की उपलब्धि क्या है ? आखिर मुख्यमंत्री निक्कमे और नकारा अधिकारियों पर कार्यवाही क्यों नहीं करते ? मुख्यमंत्री से प्रदेश की जनता जबाब चाहती है आखिर वो कौन से कारण है कि कानून व्यवस्था बनाने में विफल अधिकारियों को ही महत्वपूर्ण स्थानों पर काबिज किया गया है।
प्रदेश प्रवक्ता डा. चन्द्रमोहन ने कहा कि मुख्यमंत्री ख्याली खुशफहमी में मग्न है प्रदेश की राजधानी से लेकर कोई भी जगह आज सुरक्षित नहीं है। प्रदेश में मार्च 2012 से लेकर 11 मई 2016 तक प्रदेश में 12335 हत्याये, 2965 बलात्कार, 6085 लूट-डकैती-चोरी, 7845 गुण्डागर्दी, 1245 अपहरण की घटनाये हो चुकी है। प्रदेश की पहचान आज भय और दहशत की हो गयी है।
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जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई
नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।
बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।
बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।
ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।
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