Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

उत्तराखंड

रात में पुलिस का तांडव, श्रमिक को मारपीट कर घायल किया

Published

on

चारधाम यात्रा के रूट, स्पेशल ट्रेनिंग और दिशा-निर्देश, पुलिस का तांडव, श्रमिक को मारपीट कर घायल

Loading

चारधाम यात्रा के रूट, स्पेशल ट्रेनिंग और दिशा-निर्देश, पुलिस का तांडव, श्रमिक को मारपीट कर घायल

Injured Amar Yadav

उत्तरकाशी। चारधाम यात्रा के रूट पर तैनात किए जाने वाले पुलिसकर्मियों को इससे पहले स्पेशल ट्रेनिंग और दिशा-निर्देश दिए जाते हैं। इसमें उन्हें लोगों के साथ अच्छे व्यवहार का परिचय देने के साथ ही संयम के साथ अपने कर्तव्यों का निर्वहन करें। लेकिन उत्तराखंड पुलिस के कुछ जवान विभाग की इस मंशा पर पलीता लगाते नजर आ रहे हैं।

रात्रि डयूटी पर तैनात रहने वाले अधिकांश जवान शराब के नशे में धुत नजर आ जाते हैं। गंगोत्री हाईवे पर गंगोत्रीधाम यात्रा के मुख्य पड़ाव डुण्डा में भी ऐसे ही पुलिसकर्मियों ने शनिवार देर रात जमकर तांडव मचाया। बिहार निवासी एक मजदूर ने आरोप लगाया है कि शनिवार देर रात डुंडा में चार पुलिसकर्मियों ने उसके साथ मारपीट की जिसमें उसे गंभीर चोटें आई हैं।

वहीं रविवार को मजदूर की तहरीर पर पुलिस ने मजदूर का मेडिकल करवाया और उसके बाद सीओ ने जांच शुरू कर दी है।

सीओ डीएल कोहली ने बताया कि अमर यादव उम्र 35 वर्ष निवासी मोतीहारी बिहार डुंडा में किराये के मकान पर रहता है और वह वहां पर मजदूरी का कार्य करता है। यादव का आरोप है कि शनिवार देर रात वह अपने कमरे से बाहर निकला और सड़क पार कर सार्वजनिक टायलेट की ओर जाने लगा।

तभी गश्त पर घूम रहे चार पुलिसकर्मियों ने उसे रोक दिया और बिना पूछताछ के जमकर मारपीट की। अपने बचाव के चक्कर में मजदूर स्थानीय लोगों के घर की ओर दौड़ा और उसके बाद किसी प्रकार स्थानीय निवासियों ने उसे बचाया। आरोप है कि पुलिसकर्मी उसके बाद भी उसे डराते धमकाते रहे।

वहीं रविवार को अमर यादव अपने साथियों के साथ कोतवाली पुलिस के पास पहुंचा। जहां पर उसकी तहरीर पर पुलिस ने यादव का मेडिकल कर जांच शुरू कर दी है। मामले में सीओ डीएल कोहली उत्तरकाशी का कहना है कि अमर यादव नाम के मजदूर ने तहरीर दी है कि उसके साथ चार पुलिसकर्मियों ने मारपीट की है।

उसकी तहरीर के आधार पर मैं स्वंय डुंडा चैकी में जांच के लिए के जा रहा हूं और जो भी जांच में दोषी पाया जायेगा,उसके खिलाफ कानूनी व विभागीय कार्यवाही की जायेगी।

उत्तराखंड

शीतकाल की शुरू होते ही केदारनाथ धाम के कपाट बंद

Published

on

Loading

उत्तराखंड। केदारनाथ धाम में भाई दूज के अवसर पर श्रद्धालुओं के लिए शीतकाल का आगमन हो चुका है। बाबा केदार के कपाट रविवार सुबह 8.30 बजे विधि-विधान के साथ बंद कर दिए गए। इसके साथ ही इस साल चार धाम यात्रा ठहर जाएगी। ठंड के इस मौसम में श्रद्धालु अब अगले वर्ष की प्रतीक्षा करेंगे, जब कपाट फिर से खोलेंगे। मंदिर के पट बंद होने के बाद बाबा की डोली शीतकालीन गद्दीस्थल की ओर रवाना हो गई है।इसके तहत बाबा केदार के ज्योतिर्लिंग को समाधिरूप देकर शीतकाल के लिए कपाट बंद किए गए। कपाट बंद होते ही बाबा केदार की चल उत्सव विग्रह डोली ने अपने शीतकालीन गद्दीस्थल, ओंकारेश्वर मंदिर, उखीमठ के लिए प्रस्थान किया।

बता दें कि हर साल शीतकाल की शुरू होते ही केदारनाथ धाम के कपाट बंद कर दिया जाते हैं. इसके बाद बाबा केदारनाथ की डोली शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ के लिए रवाना होती है. अगले 6 महीने तक बाबा केदार की पूजा-अर्चना शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ में ही होती है.

उत्तरकाशी ज़िले में स्थिति उत्तराखंड के चार धामों में से एक गंगोत्री में मां गंगा की पूजा होती है। यहीं से आगे गोमुख है, जहां से गंगा का उदगम है। सबसे पहले गंगोत्री के कपाट बंद हुए हैं। अब आज केदारनाथ के साथ-साथ यमुनोत्री के कपाट बंद होंगे। उसके बाद आखिर में बदरीनाथ धाम के कपाट बंद किए जाएंगे।

Continue Reading

Trending