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उत्तराखंड

उत्तराखंड: दून में झमाझम बारिश से मौसम हुआ सुहाना

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देहरादून, उत्तराखंड, शनिवार सुबह शुरू हुई झमाझम बारिश, मौसम सुहाना

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देहरादून, उत्तराखंड, शनिवार सुबह शुरू हुई झमाझम बारिश, मौसम सुहाना

Rain in Dehradun

जून के अन्तिम सप्ताह में पहुंचेगा मानसून

देहरादून। उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में शनिवार सुबह शुरू हुई झमाझम बारिश से मौसम सुहाना हो गया। बीते एक सप्ताह से चल रहे मानसून के शॉवर से गर्मी से खूब राहत मिली हुई है।

राजधानी में सुबह से आसमान में हल्के बादल छाए हुए थे। लगभग पौने ग्यारह बजे के करीब शहर में बारिश शुरू हो गई। करीब पंद्रह मिनट तक जोरदार बारिश चलती रही। इसके बाद बारिश हल्की हो गई।

वहीं कई दिनों से चल रही बारिश को प्री-मानसून की दस्तक माना जा रहा है। मौसम विभाग की माने तो अभी प्री मानसून तो नहीं आया है लेकिन अब तक हुई बारिश को मानसून शॉवर कह सकते हैं। मानसून अभी बिहार तक पहुंच चुका है।

अभी तक के कारकों के हिसाब से करीब एक सप्ताह विलंब से चल रहे मानसून की उत्तराखंड में जून के अंतिम सप्ताह या जुलाई के प्रथम सप्ताह तक पहुंचने की उम्मीद है। गत वर्षों का रिकॉर्ड देखें तो इस साल प्रदेश में अच्छे मानसून की उम्मीद है।

मौसम विभाग ने 20 और 21 जून को उत्तर भारत के कुछ क्षेत्रों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। इनमें उत्तराखंड भी शामिल हैं। पूर्वानुमान के मुताबिक इस दौरान दिल्ली एनसीआर और पश्चिमी उत्तर प्रदेश भी बारिश से भीग सकता है।

उत्तराखंड

शीतकाल की शुरू होते ही केदारनाथ धाम के कपाट बंद

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उत्तराखंड। केदारनाथ धाम में भाई दूज के अवसर पर श्रद्धालुओं के लिए शीतकाल का आगमन हो चुका है। बाबा केदार के कपाट रविवार सुबह 8.30 बजे विधि-विधान के साथ बंद कर दिए गए। इसके साथ ही इस साल चार धाम यात्रा ठहर जाएगी। ठंड के इस मौसम में श्रद्धालु अब अगले वर्ष की प्रतीक्षा करेंगे, जब कपाट फिर से खोलेंगे। मंदिर के पट बंद होने के बाद बाबा की डोली शीतकालीन गद्दीस्थल की ओर रवाना हो गई है।इसके तहत बाबा केदार के ज्योतिर्लिंग को समाधिरूप देकर शीतकाल के लिए कपाट बंद किए गए। कपाट बंद होते ही बाबा केदार की चल उत्सव विग्रह डोली ने अपने शीतकालीन गद्दीस्थल, ओंकारेश्वर मंदिर, उखीमठ के लिए प्रस्थान किया।

बता दें कि हर साल शीतकाल की शुरू होते ही केदारनाथ धाम के कपाट बंद कर दिया जाते हैं. इसके बाद बाबा केदारनाथ की डोली शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ के लिए रवाना होती है. अगले 6 महीने तक बाबा केदार की पूजा-अर्चना शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ में ही होती है.

उत्तरकाशी ज़िले में स्थिति उत्तराखंड के चार धामों में से एक गंगोत्री में मां गंगा की पूजा होती है। यहीं से आगे गोमुख है, जहां से गंगा का उदगम है। सबसे पहले गंगोत्री के कपाट बंद हुए हैं। अब आज केदारनाथ के साथ-साथ यमुनोत्री के कपाट बंद होंगे। उसके बाद आखिर में बदरीनाथ धाम के कपाट बंद किए जाएंगे।

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