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बिजनेस

विप्रो को डेनिश ऊर्जा कंपनी से मिला आईटी ठेका

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विप्रो को डेनिश ऊर्जा कंपनी से मिला आईटी ठेका

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विप्रो को डेनिश ऊर्जा कंपनी से मिला आईटी ठेका

बेंगलुरू| वैश्विक सॉफ्टवेयर कंपनी विप्रो ने सोमवार को कहा कि उसे डेनमार्क की ऊर्जा कंपनी एनआरजीआई के लिए एक नए सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) प्लेटफॉर्म के विकास का बहुवर्षीय ठेका मिला है। कंपनी ने यहां जारी एक बयान में कहा, “हमें एनआरजीआई से ग्राहक संबंध प्रबंधन (सीआरएम), बिलिंग और सेवा ब्यूरो संचालन को बेहतर बनाने के लिए एक बहुवर्षीय ठेका मिला है।”

एनआरजीआई डेनमार्क की पांच सबसे बड़ी उपभोक्ता सेवा कंपनियों में से एक है।

उत्तर यूरोपीय देश अपने ऊर्जा क्षेत्र को खोल रहा है और नियामकीय नीति में बदलाव कर रहा है। इसका मकसद एक प्रतिस्पर्धी बाजार में उपभोक्ताओं, ऊर्जा आपूर्ति और उपभोक्ता कंपनियों के लिए पारदर्शिता बढ़ाना है।

विप्रो के नॉर्डिक क्षेत्र प्रमुख कार्ल-हेनरिक हॉलस्ट्रॉम ने इस मौके पर कहा, “हमारा यह प्लेटफॉम एनआरजीआई को डेनिश ऊर्जा बाजार में नए मॉडल अपनाने में, डिजिटलीकरण करने में और ग्राहकों का उपयोग अनुभव बढ़ाने में मदद करेगा।”

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जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

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नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

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