Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

उत्तराखंड

बेची गई महिला बरामद, भाभी ने किया था सौदा

Published

on

उत्‍तराखण्‍ड में विवाहिता को बेचे जाने का मामला

Loading

उत्‍तराखण्‍ड में विवाहिता को बेचे जाने का मामला

women sell in uttarakhand

रामनगर। बीते दिनों एक विवाहिता को बेचे जाने के मामले में पुलिस ने विवाहिता को बरामद कर लिया है। विवाहिता के बयान के आधार पर पुलिस अब आरोपियों के खिलाफ कार्यवाही करने जा रही है।

ज्ञातव्य है कि बीते दिनों चोरपानी निवासी दीपा आर्य की सास लीला देवी ने दीपा के मायके वालों पर दीपा का सौदा कहीं और करने का आरोप लगाया था। हरकत में आये महिला आयोग ने इस मामले में पुलिस कार्यवाही की मांग की थी। जिसके बाद पुलिस ने बेची गई विवाहिता की बरामदगी के प्रयास शुरु किये थे।

कथित तौर पर बेची गई महिला दीपा आर्य काशीपुर के नया गांव निवासी हरिया सैनी के घर से बरामद की गई। बरामदगी के बाद दीपा आर्य ने बताया कि उसकी भाभी ने उसका सौदा हरिया सैनी से 15 हजार रुपये में किया था। दीपा ने हरिया सैनी पर दुराचार का आरोप भी लगाया। मामले में अब पुलिस आरोपियों पर शिकंजा कसने की तैयारी कर रही है।

 

Continue Reading

उत्तराखंड

शीतकाल की शुरू होते ही केदारनाथ धाम के कपाट बंद

Published

on

Loading

उत्तराखंड। केदारनाथ धाम में भाई दूज के अवसर पर श्रद्धालुओं के लिए शीतकाल का आगमन हो चुका है। बाबा केदार के कपाट रविवार सुबह 8.30 बजे विधि-विधान के साथ बंद कर दिए गए। इसके साथ ही इस साल चार धाम यात्रा ठहर जाएगी। ठंड के इस मौसम में श्रद्धालु अब अगले वर्ष की प्रतीक्षा करेंगे, जब कपाट फिर से खोलेंगे। मंदिर के पट बंद होने के बाद बाबा की डोली शीतकालीन गद्दीस्थल की ओर रवाना हो गई है।इसके तहत बाबा केदार के ज्योतिर्लिंग को समाधिरूप देकर शीतकाल के लिए कपाट बंद किए गए। कपाट बंद होते ही बाबा केदार की चल उत्सव विग्रह डोली ने अपने शीतकालीन गद्दीस्थल, ओंकारेश्वर मंदिर, उखीमठ के लिए प्रस्थान किया।

बता दें कि हर साल शीतकाल की शुरू होते ही केदारनाथ धाम के कपाट बंद कर दिया जाते हैं. इसके बाद बाबा केदारनाथ की डोली शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ के लिए रवाना होती है. अगले 6 महीने तक बाबा केदार की पूजा-अर्चना शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ में ही होती है.

उत्तरकाशी ज़िले में स्थिति उत्तराखंड के चार धामों में से एक गंगोत्री में मां गंगा की पूजा होती है। यहीं से आगे गोमुख है, जहां से गंगा का उदगम है। सबसे पहले गंगोत्री के कपाट बंद हुए हैं। अब आज केदारनाथ के साथ-साथ यमुनोत्री के कपाट बंद होंगे। उसके बाद आखिर में बदरीनाथ धाम के कपाट बंद किए जाएंगे।

Continue Reading

Trending