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उत्तर प्रदेश

गोरखपुर में बनेगा विश्वस्तरीय रोइंग स्पोर्ट्स सेंटर: CM योगी

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गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के एक ऐलान से गोरखपुर में रोइंग स्पोर्ट्स सेंटर बनने का मार्ग प्रशस्त हो गया है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि रामगढ़ताल के समीप विश्व स्तरीय रोइंग स्पोर्ट्स सेंटर बनाने के लिए सरकार रोइंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (आरएफआई) को वाटर स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में जगह उपलब्ध कराएगी। उन्होंने यह भी कहा कि प्रदेश की सभी बड़ी झीलों में वाटर स्पोर्ट्स की संभावनाओं को आगे बढ़ाने का प्रयास किया जाएगा।

शनिवार को रामगढ़ताल में आयोजित 25वीं सब जूनियर नेशनल रोइंग चैंपियनशिप के समापन समारोह में खिलाड़ियों और उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश में रोइंग के क्षेत्र में असीम संभावनाएं हैं। जरूरत है प्रतिभाओं को तराशने की। हमारे रोइंग खिलाड़ी ओलंपिक और अन्य वैश्विक प्रतिस्पर्धाओं में प्रतिभाग कर मेडल जीत सकते हैं। रोइंग में प्रतिभाओं को तराशने के लिए सरकार रोइंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के अनुरोध पर रोइंग स्पोर्ट्स सेंटर खोलने के लिए रामगढ़ताल के पास बने वर्ल्ड क्लास वाटर स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में स्पेस देगी। साथ ही सेंटर को आगे बढ़ाने के लिए भी प्रदेश सरकार हर प्रकार का सहयोग देगी।

प्रदेश की अन्य बड़ी झीलों में भी तलाशेंगे रोइंग की संभावनाएं

मुख्यमंत्री ने कहा कि यूपी में कई प्राकृतिक झीलें हैं, वहां भी रोइंग की संभावनाओं को आगे बढ़ाने का प्रयास किया जाएगा।
सीएम योगी ने एशियन गेम्स और अंतरराष्ट्रीय स्तर की अन्य रोइंग स्पर्धाओं में पदक जीतने वाले यूपी के खिलाड़ियों लक्ष्मण अवार्डी और देवरिया के युवा कल्याण अधिकारी पुनीत बालियान, लक्ष्मण अवॉर्डी कुदरत अली, बुलंदशहर निवासी अरविंद सिंह, सुल्तानपुर निवासी मोहम्मद आजाद, हापुड़ निवासी लोकेश कुमार और संतकबीरनगर निवासी राजेश कुमार का जिक्र करते हुए कहा कि रोइंग के इन खिलाड़ियों ने प्रदेश का मान देश और दुनिया में बढ़ाया है।

शानदार करियर बनाने का भी सशक्त माध्यम है खेल

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि खेल शरीर और मस्तिष्क को स्वस्थ रखने के साथ अब शानदार करियर बनाने का भी सशक्त माध्यम बन गया है। उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार ने खेल नीति बनाकर ओलंपिक, एशियन गेम्स, कॉमनवेल्थ गेम्स जैसी प्रतियोगिताओं में पदक जीतने वाले यूपी के खिलाड़ियों को शासकीय सेवाओं में सीधी नौकरी देने का शासनादेश जारी कर रखा है। टोक्यो ओलंपिक में पदक विजेता हॉकी टीम के खिलाड़ी ललित उपाध्याय को यूपी पुलिस में डिप्टी एसपी की नौकरी दी गई है। इस बार के ओलंपिक पदक विजेता खिलाड़ी राजकुमार पाल को भी नौकरी देने की घोषणा की आज चुकी है। मुख्यमंत्री ने बताया कि अब तक 500 से अधिक खिलाड़ियों को शासकीय सेवाओं से जोड़ा जा चुका है।

खेलों और खिलाड़ियों के लिए पूरी प्रतिबद्धता से कार्य कर रही डबल इंजन सरकार

मुख्यमंत्री ने कहा कि डबल इंजन की सरकार खेलों को आगे बढ़ाने और खिलाड़ियों को प्रोत्साहन देने के लिए पूरी प्रतिबद्धता से कार्य कर रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में खेलो इंडिया, सांसद खेल स्पर्धा, फिट इंडिया मूवमेंट आदि से देश में खेलों का बेहतरीन माहौल बना है। सीएम योगी ने कहा कि प्रदेश में खेल और खिलाड़ियों को आगे बढ़ाने, उन्हें प्रोत्साहित करने के लिए सरकार ने कई कदम उठाए हैं। इसके तहत युद्ध स्तर पर प्रदेश की सभी 57 हजार ग्राम पंचायतों में खेल मैदान व ओपन जिम, ब्लॉक स्तर पर मिनी स्टेडियम और जिला स्तर पर स्टेडियम बनाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि मेरठ में हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद के नाम पर प्रदेश के पहले और विश्व स्तरीय स्पोर्ट्स विश्वविद्यालय का निर्माण भी तेजी से हो रहा है।

ओलंपिक में स्वर्ण पदक विजेता यूपी के खिलाड़ी को 6 करोड़ रुपये देने की व्यवस्था

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने के लिए प्रदेश सरकार की तरफ से ओलंपिक एकल स्पर्धा में स्वर्ण पदक विजेता को 6 करोड़, रजत पदक विजेता को 4 करोड़ तथा कांस्य पदक विजेता को 2 करोड़ रुपये देने की व्यवस्था तय की गई है। ओलंपिक की टीम स्पर्धा में यह राशि क्रमशः 3, 2 व 1 करोड़ रुपये है। ओलंपिक में प्रतिभाग करने वाले प्रदेश के खिलाड़ियों को 10 लाख रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जाती है। उन्होंने बताया कि एशियन गेम्स के स्वर्ण पदक विजेता को 3 करोड़, रजत पदक विजेता को 1.5 करोड़ तथा कांस्य पदक विजेता को 75 लाख रुपये का पुरस्कार दिया जाता है। कामनवेल्थ खेल तथा विश्व चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक विजेता को 1.5 करोड़, रजत पदक विजेता को 75 लाख व कांस्य पदक विजेता को 50 हजार रुपये दिए जाते हैं। इसी तरह सैफ और नेशनल गेम्स में भी विजेताओं को नकद राशि से पुरस्कृत किया जाता है।

खिलाड़ियों को भरपूर आर्थिक मदद दे रही सरकार

सीएम योगी ने कहा कि पुराने खिलाड़ियों को सरकार कोच के रूप में नियुक्त कर उन्हें प्रतिमाह डेढ़ लाख रुपये मानदेय दे रही है। पदम् पुरस्कार करने वाले प्रदेश के खिलाड़ियों के लिए सरकार की तरफ से प्रतिमाह 20 हजार रुपये वित्तीय सहायता दी जा रही है। इसके साथ ही अशक्त अंतरराष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों को प्रतिमाह 10 हजार रुपये, राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों को 6 हजार तथा राज्य स्तरीय खिलाड़ियों को प्रतिमाह 4 हजार रुपये की वित्तीय सहायता दी जाती है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में 140 खिलाड़ियों को एकलव्य क्रीड़ा कोष से आर्थिक सहायता दी गई है।

प्रभु राम की कृपा से आकर्षण और प्रतियोगिता का गढ़ बन गया रामगढ़ताल

रामगढ़ताल में दूसरी बार रोइंग की राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता के आयोजन से प्रसन्न मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह उनके लिए अतिरिक्त प्रसन्नता का क्षण है। 10 वर्ष पूर्व जो रामगढ़ताल पूर्वी उत्तर प्रदेश के अपराध का गढ़ था वह आज प्रभु राम की कृपा से आकर्षण और जल क्रीड़ा की प्रतियोगिताओं का गढ़ बन गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यही वास्तविक परिवर्तन होता है। रामगढ़ताल पर्यटन के साथ खेल का भी बेहतरीन डेस्टिनेशन बन गया है।इसके आसपास कई होटल खुल चुके हैं, ताल में फ्लोटिंग रेस्टोरेंट भी शुरू हो गया है। मुख्यमंत्री ने सभी लोगों को दीपावली की बधाई देते हुए कहा कि जब हम अच्छा सोचते हैं तो हमारी सकारात्मक ऊर्जा समाज और राष्ट्र के उत्थान में लगती है।

सीएम योगी ने बढ़ाया रोइंग खिलाड़ियों का उत्साह

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सब जूनियर नेशनल रोइंग चैंपियनशिप के फाइनल मुकाबले (500 मीटर, डबल स्कल्स बालिका और कॉक्सलेस फोर बालक) का अवलोकन कर खिलाड़ियों का उत्साह बढ़ाया। उन्होंने खिलाड़ियों के जुनून को काफी सराहा। इसके पहले कार्यक्रम स्थल पर पहुंचने पर जब नन्हें खिलाड़ियों और खेल प्रेमियों ने ने हाथ जोड़कर सीएम योगी का स्वागत किया तो उन्होंने इन बच्चों से हाथ मिलाकर उनका अभिवादन स्वीकार किया।

सीएम योगी के नेतृत्व में खेलों का हब बन रहा यूपी: खेल मंत्री

सब जूनियर नेशनल रोइंग चैंपियनशिप के समापन समारोह में खेल एवं युवा कल्याण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) गिरीश चंद्र यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश सर्वोत्तम प्रदेश बन रहा है। सीएम योगी के नेतृत्व में खेल और खिलाड़ियों के लिए हर तरह का इंफ्रास्ट्रक्चर और सुविधाएं देकर उत्तर प्रदेश खेलों का हब बन रहा है। खेल मंत्री ने कहा कि खेल को लेकर सीएम योगी के विजन की ही देन है कि गोरखपुर के रामगढ़ताल में दूसरी बार रोइंग की राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता हुई है। दो प्रतियोगिताओं की सफलता से पूरी उम्मीद है कि अगली बार यहां अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता होगी। उन्होंने कहा कि गुरु गोरखनाथ की तपोभूमि पर मुख्यमंत्री की प्रेरणा से रोइंग स्पोर्ट के बढ़ते कदम पूरे प्रदेश और देश मे दिखाई देंगे।

स्वागत संबोधन रोइंग फेडरेशन ऑफ इंडिया की अध्यक्ष राजलक्ष्मी सिंह देव तथा यूपी रोइंग एसोसिएशन की अध्यक्ष एवं विधायक रानी पक्षालिका सिंह ने किया। एमएलसी एवं यूपी रोइंग एसोसिएशन के संरक्षक पवन सिंह चौहान ने मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर गोरखपुर के सांसद रविकिशन शुक्ल, कुशीनगर के सांसद विजय दूबे, गोरखपुर के महापौर डॉ. मंगलेश श्रीवास्तव, विधायक फतेह बहादुर सिंह, विपिन सिंह, महेंद्रपाल सिंह, राजेश त्रिपाठी, डॉ. विमलेश पासवान, प्रदीप शुक्ल, सरवन निषाद, खेल निदेशक आरपी सिंह, यूपी रोइंग एसोसिएशन के सचिव सुधीर शर्मा, उपाध्यक्ष राणा राहुल सिंह, क्षेत्रीय क्रीड़ाधिकारी आले हैदर, रोइंग चैंपियनशिप के आयोजन सचिव पुनीत बालियान, भाजपा के जिलाध्यक्ष युधिष्ठिर सिंह, महानगर अध्यक्ष राजेश गुप्ता, जिला कुश्ती संघ के अध्यक्ष दिनेश सिंह, जिला कबड्डी संघ के अध्यक्ष अरुणेश शाही, जिला हॉकी संघ के मनीष सिंह समेत बड़ी संख्या में खिलाड़ी, खेल प्रेमी, अधिकारी व गणमान्यजन मौजूद रहे।

महाराष्ट्र की टीम बनी ओवरऑल चैंपियन

25वीं सब जूनियर नेशनल रोइंग चैंपियनशिप में बालक और बालिका वर्ग में प्रदर्शन के आधार पर ओवरऑल चैंपियन बनने की ट्रॉफी महाराष्ट्र ने जीती। बालक वर्ग की चैंपियनशिप महाराष्ट्र की टीम ने तथा बालिका वर्ग की चैंपियनशिप पंजाब की टीम ने जीती। इन टीमों को ट्रॉफी देकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पुरस्कृत किया। उन्होंने अंतिम दिन के मुकाबले के पदक विजेता खिलाड़ियों को मेडल पहनाकर पुरस्कृत किया।

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IANS News

वसुधैव कुटुंबकम’ भारत का शाश्वत संदेश : योगी आदित्यनाथ

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लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ‘वसुधैव कुटुंबकम’ के आदर्श वाक्य के महत्व पर जोर देते हुए इसे भारत की वैश्विक मानवता के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक बताया है। उन्होंने इसे भारत का शाश्वत संदेश बताते हुए कहा कि हमने हमेशा से शांति, सौहार्द और सह-अस्तित्व को प्राथमिकता दी है। सीएम योगी ने यह बात शुक्रवार को एलडीए कॉलोनी, कानपुर रोड स्थित सिटी मॉन्टेसरी स्कूल (सीएमएस) के वर्ल्ड यूनिटी कन्वेंशन सेंटर में विश्व के मुख्य न्यायाधीशों के 25वें अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन करने के दौरान अपने संबोधन में कही। कार्यक्रम में 56 देशों के 178 मुख्य न्यायाधीश और डेलिगेट्स ने भाग लिया।

‘अनुच्छेद 51 की भावनाओं को विश्व शांति और सुरक्षा के लिए प्रेरक’
अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने भारत के संविधान के अनुच्छेद 51 की भावनाओं को विश्व शांति और सुरक्षा के लिए प्रेरक बताया। उन्होंने कहा कि यह अनुच्छेद सम्मानजनक अंतरराष्ट्रीय संबंधों को विकसित करने और संघर्षों को शांतिपूर्ण ढंग से हल करने के लिए नैतिक मार्ग का अनुसरण करने के लिए हम सभी को प्रेरित करता है। उन्होंने समारोह को प्रेरणादायक बताते हुए कहा कि 26 नवंबर 2024 को संविधान अंगीकरण के 75 वर्ष पूरे होंगे। यह संविधान के अंगीकृत होने के अमृत महोत्सव वर्ष की शुरुआत के दौरान आयोजित हो रहा है।

‘युद्ध समस्याओं का समाधान नहीं है’
योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा संयुक्त राष्ट्र के ‘समिट ऑफ दि फ्यूचर’ में दिये गये संबोधन की चर्चा करते हुए कहा कि युद्ध समस्याओं का समाधान नहीं है। युद्ध ने दुनिया के ढाई अरब बच्चों के भविष्य को खतरे में डाला है। उन्होंने दुनिया के नेताओं से आग्रह किया कि वे एकजुट होकर आने वाली पीढ़ियों के लिए स्वच्छ, सुरक्षित और भयमुक्त समाज का निर्माण करें। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सम्मेलन को वैश्विक संवाद और सहयोग का मंच बताते हुए विश्वास व्यक्त किया कि अनुच्छेद 51 की भावना के अनुरूप यह आयोजन विश्व कल्याण के मार्ग को प्रशस्त करेगा। उन्होंने दुनिया भर के न्यायाधीशों से इस दिशा में सक्रिय योगदान देने का भी आह्वान किया।

‘भारत विश्व शांति और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध’
मुख्यमंत्री ने संविधान के अनुच्छेद 51 की चर्चा करते हुए कहा कि यह वैश्विक शांति और सौहार्द की दिशा में भारत की सोच को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि यह अनुच्छेद संघर्षों के शांतिपूर्ण समाधान और सभी देशों के बीच सम्मानजनक संबंधों को बढ़ावा देने का संदेश देता है। मुख्यमंत्री ने भारत की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि संयुक्त राष्ट्र जैसे अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत की सक्रिय भागीदारी से यह स्पष्ट होता है कि भारत विश्व शांति और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध है।

सीएमएस के संस्थापक को दी श्रद्धांजलि
सीएमएस के संस्थापक डॉ. जगदीश गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी दूरदृष्टि और प्रयासों से यह सम्मेलन एक महत्वपूर्ण मंच बना है। उन्होंने डॉ. भारती गांधी और गीता गांधी को इस कार्यक्रम को अनवरत जारी रखने के लिए धन्यवाद दिया।

इस अवसर पर हंगरी की पूर्व राष्ट्रपति, हैती रिपब्लिक के पूर्व प्रधानमंत्री सहित दुनिया के 56 देशों से आए हुए न्यायमूर्तिगण, सीएमएस की संस्थापक निदेशक डॉ भारती गांधी, प्रबंधक गीता गांधी किंगडन समेत स्कूली बच्चे और अभिभावकगण मौजूद रहे।

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