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बिजनेस

अंबुजा सीमेंट ने ‘अंबुजा प्लस कूल वॉल्स’ उतारा

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नई दिल्ली, 10 नवंबर (आईएएनएस)| प्रमुख सीमेंट निर्माता अंबुजा सीमेंट ने व्यक्तिगत होम बिल्डर्स (आईएसबी) श्रेणी में नया उत्पाद ‘अंबुजा प्लस कूल वॉल्स’ उतारा है। कंपनी ने एक बयान में कहा कि ‘अंबुजा प्लस कूल वॉल्स’ हीट बैरियर टेक्नॉलजी से युक्त है, जो बाहर के तापमान की तुलना में कमरे का तापमान 5 डिग्री कम बनाए रखता है, चाहे बाहर कितनी ही गर्मी क्यों ना हो। इससे ऊर्जा की भी बचत होती है।

अंबुजा सीमेंट के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी अजय कपूर ने कहा, अपनी स्थापना के बाद से ही नवाचार हमारे सभी उत्पादों की पहचान है। हमें भरोसा है कि हमारा यह नया उत्पाद हमारी दृष्टि को बल प्रदान करेगा कि ‘विश्व निर्माण बेहतर’ हो।

बयान में कहा गया कि ‘अंबुजा प्लस कूल वॉल्स’ को गुजरात में अच्छी प्रतिक्रिया मिलने के बाद इसे पंजाब और हिमाचल प्रदेश के बाजारों में उतारा गया है। अगले कुछ महीनों में इस उत्पाद को देश भर के बाजारों में लांच कर दिया जाएगा।

अंबुजा सीमेंट के मुख्य विपणन अधिकारी संजय कुमारर गुप्ता ने कहा, ऐसे समय में जब ग्लोबल वार्मिग भारत जैसी उभरती अर्थव्यवस्थाओं के लिए चिंता का प्रमुख विषय है। हमने ‘अंबुजा प्लस कूल वॉल्स’ लांच किया है, जो घर के बाहर और अंदर के तापमान में 5 डिग्री का अंतर बनाए रखता है।

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प्रादेशिक

एस्सार ग्रुप के सह-संस्‍थापक शशि रुइया का 80 साल की उम्र में निधन

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मुंबई। एस्सार ग्रुप के सह-संस्‍थापक शशि रुइया का 80 साल की उम्र में निधन हो गया है। रुइया के पार्थिव शरीर को प्रार्थना और श्रद्धांजलि के लिए वालकेश्वर के बाणगंगा में रखा जाएगा। अंतिम संस्कार यात्रा रुइया हाउस से शाम 4 बजे हिंदू वर्ली श्मशान के लिए निकलेगी।

शशि रुइया ने अपने भाई रवि रुइया के साथ मिलकर एस्सार की स्थापना की थी। वह करीब एक महीने पहले अमेरिका से इलाज करा लौटे थे। मंगलवार को दोपहर 1 बजे से 3 बजे तक उनका पार्थिव शरीर रुइया हाउस में अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा। शाम चार बजे रुइया हाउस से शवयात्रा हिंदू वर्ली श्मशान घाट के लिए रवाना होगी।

उद्योगपति शशि रुइया ने अपने पिता नंद किशोर रुइया के मार्गदर्शन में 1965 में अपने व्यावसायिक दुनिया में कदम रखा। उन्होंने अपने भाई रवि के साथ मिलकर 1969 में चेन्नई बंदरगाह पर एक बाहरी ब्रेकवाटर का निर्माण कर एस्सार की नींव रखी। इसके बाद एस्सार ग्रुप ने इस्पात, तेल रिफाइनरी, अन्वेषण और उत्पादन, दूरसंचार, बिजली और निर्माण सहित विभिन्न क्षेत्रों में विस्तार किया।

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