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अगले सीजन से अपने चालकों को मोटो-3 बाइक देगा होंडा रेसिंग इंडिया
नई दिल्ली, 7 अगस्त (आईएएनएस)| युवाओं को इंटरनेट की दुनिया से बाहर लाने और उनमें रेस के प्रति जोश और जुनून पैदा करने के लिए होंडा रेसिंग इंडिया अगले सीजन से अपने राइडरों को मोटो-3 मोटरबाइक उपलब्ध कराएगा।
इदमित्सु होंडा रेसिंग इंडिया टीम ने रविवार को मद्रास मोटर स्पोर्ट्स क्लब (एमएएससी) में सम्पन्न हुई, एशिया रोड रेसिंग चैम्पियनशिप (एआरआरसी) के चौथे राउंड में भाग लिया था।
होंडा रेसिंग टीम के चालक अनीश शेट्टी (250 सीसी), राजीव सेथू (250 सीसी) और जापान के टाइगा हाडा (600 सीसी) ने इस चैम्पियनशिप में टीम का प्रतिनिधित्व किया था।
होंडा रेसिंग इंडिया टीम का मानना है कि भारत में रेसिंग को प्रसिद्ध करना एक क्रांति लाने के समान है, लेकिन इसकी शुरुआत करने के लिए उन्हें सर्वश्रेष्ठ मशीनों (बाइक्स) से अवगत करना जरूरी है।
इसी कारण टीम भारतीय राइडरों को अंतर्राष्ट्रीय स्तर का अनुभव प्रदान करने के लिए अगले साल से चैम्पियनशिप में होंडा मोटो-3 एनएसएफ-250 आर मोटरबाइक मुहैया कराएगा, जिसका अब तक भारत में रेसिंग के लिए उपयोग नहीं हुआ है।
होंडा मोटरसाइकिल एंड स्कूटर्स इंडिया के उपाध्यक्ष तथा ब्रैंड एंड कम्यूनिकेशन प्रमुख प्रभु नागराज ने आईएएनएस को बताया कि ‘होंडा टीम एशिया’ जापान में होने वाली एफआईएम रोड रेसिंग चैम्पियनशिप में मोटो-3 बाइक्स प्रयोग करेगी। उन्होंने कहा कि एनएसएफ 250-आर 249 सीसी की बाइक है और यह अंतर्राष्ट्रीय प्रतिस्पर्धाओं के अनुकूल है।
होंडा रेसिंग इंडिया 2008 से ही भारत में रेसिंग को बढ़ावा देने के लिए काम कर रही है। टीम का कहना है कि आप और हम नहीं है जिनमें रेसिंग को प्रसिद्ध करना है। टीम को उन बच्चों के बीच रेसिंग को लेकर जाना है जो इंटरनेट के जेनरेशन के हैं। इन बच्चों को रेसिंग के बारे में सब पता है और ये अपने फोन में मोटो जीपी देखते हैं।
कंपनी का साथ ही यह भी मानना है कि इन बच्चों को यह नहीं पता है कि भारत में रेसिंग कहां करनी है।
नागराज ने कहा, बहुत से ऐसे परिवार हैं जो रेसिंग के लिए अपने बच्चों का समर्थन करते हैं। उनको लगता है कि यह एक खतरनाक खेल है और इसे अकेले करना खतरनाक होगा। लेकिन उन्हें यह नहीं पता है कि इस खेल भी एक पेशेवर खेल है।
उन्होंने कहा, लोगों में यह जागरूकता लाना कि रेसिंग एक ऐसा खेल है, जिसे करियर ऑब्शन के तौर पर गम्भीरता से लिया जा सकता है। हमारे सामने सबसे बड़ी चुनौती है। हम लोगों को यह समझाना चाहते हैं कि अगर आप इस रेसिंग को लेकर गंभीर हैं तो इसमें आपका करियर है।
कंपनी ने भारत में रेसिंग को अगले स्तर तक ले जाने के लिए होंडा टैलेंट हंट की शुरूआत की है। इसमें 10 शहरों से 13 से 18 साल तक के 20 युवाओं का चयन किया जाएगा और उन्हें अपने होंडा 10-टेन रेसिंग अकादमी में प्रशिक्षण दिया जाएगा।
होंडा रेसिंग इंडिया के अधिकारी ने कहा कि भारत में रेसिंग को लेकर युवाओं में रूचि है और यही कारण है कि बेंगलुरु में हुए पहले होंडा टैलेंट हंट में करीब 35 रेसरों ने हिस्सा लिया।
उन्होंने कहा, इस वर्ष जून में बेंगलुरु में हुए होंडा टैलेंट हंट से हमने 35 में से करीब छह बच्चों का चयन किया है और इन बच्चों को होंडा 10-टेन रेसिंग अकादमी में प्रशिक्षण दिया जाएगा। बेंलुरु के अलावा चेन्नई से पांच रेसरों का चयन किया गया है।
यह पूछे जाने पर कि अकादमी में रेसरों को क्या-क्या सिखाया जाता है, अधिकारी ने कहा, अकादमी में सबसे पहले यह सिखाया जाता है कि रोड पर गाड़ी चलाना और ट्रैक पर चलाने में क्या फर्क है। इसके बाद उन्हें ट्रैक पर गाड़ी में बैठना कैसे है, मोड़ना कैसे है, गाड़ी को नियंत्रण में कैसे रखना है। इसके अलावा रेसिंग लाइन में कैसे गाड़ी चलाना है।
उन्होंने कहा कि अकादमी में इन सब के अलावा रेसरों में तकनीकी, शारीरिक और मानसिक रूप से भी मजबूत बनाया जाता है।
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पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में बड़ा आतंकी हमला, 38 लोगों की मौत
पख्तूनख्वा। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में बड़ा आतंकी हमला हुआ है। इस हमले में 38 लोगों की मौत हो गई है। यह हमला खैबर पख्तूनख्वा के डाउन कुर्रम इलाके में एक पैसेंजर वैन पर हुआ है। हमले में एक पुलिस अधिकारी और महिलाओं समेत दर्जनों लोग घायल भी हुए हैं। जानकारी के मुताबिक उत्तर-पश्चिमी पाकिस्तान के अशांत प्रांत खैबर पख्तूनख्वा में आतंकियों ने शिया मुस्लिम नागरिकों को ले जा रहे यात्री वाहनों पर गोलीबारी की है। यह क्षेत्र में हाल के वर्षों में इस तरह का सबसे घातक हमला है। मृतकों की संख्या में इजाफा हो सकता है।
AFP की रिपोर्ट के मुताबिक इस हमले में 38 लोगों की मौत हुई है. पैसेंजर वैन जैसे ही लोअर कुर्रम के ओचुट काली और मंदुरी के पास से गुजरी, वहां पहले से घात लगाकर बैठे आतंकियों ने वैन पर अंधाधुंध गोलियां बरसानी शुरू कर दीं. पैसेंजर वैन पाराचिनार से पेशावर जा रही थी। पाकिस्तान की समाचार एजेंसी डॉन के मुताबिक तहसील मुख्यालय अस्पताल अलीजई के अधिकारी डॉ. ग़यूर हुसैन ने हमले की पुष्टि की है.
शिया और सुन्नी मुसलमानों के बीच तनाव
अफगानिस्तान की सीमा से लगे कबायली इलाके में भूमि विवाद को लेकर शिया और सुन्नी मुसलमानों के बीच दशकों से तनाव बना हुआ है। किसी भी समूह ने घटना की जिम्मेदारी नहीं ली है। जानकारी के मुताबिक “यात्री वाहनों के दो काफिले थे, एक पेशावर से पाराचिनार और दूसरा पाराचिनार से पेशावर यात्रियों को ले जा रहा था, तभी हथियारबंद लोगों ने उन पर गोलीबारी की।” चौधरी ने बताया कि उनके रिश्तेदार काफिले में पेशावर से यात्रा कर रहे थे।
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