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प्रादेशिक

आंध्र प्रदेश : विशेष दर्जा की मांग पर आत्मदाह करने वाले की मौत

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आंध्र प्रदेश, विशेष दर्जा की मांग, आत्मदाह करने वाले की मौत, पश्चिम गोदावरी जिले के उन्गुतुरु निवासी एस. दुर्गा प्रसाद

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हैदराबाद| आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा न मिलने से आहत होकर आत्मदाह करने वाले व्यक्ति की शुक्रवार को एलुरु के एक अस्पताल में मौत हो गई। पुलिस ने बताया कि पश्चिम गोदावरी जिले के उन्गुतुरु निवासी एस. दुर्गा प्रसाद (49) आंध प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा न दिए जाने से दुखी थे और इस वजह से उन्होंने 24 अगस्त को खुद पर पेट्रोल छिड़कर आत्मदाह कर लिया था। वह बुरी तरह झुलस गए थे और तभी से आंध्र प्रदेश के विभिन्न अस्पतालों में और हैदराबाद में भी उनका इलाज चल रहा था। लेकिन उनकी हालात में कोई सुधार नहीं दिख रहा था। शुक्रवार को उन्होंने पश्चिम गोदावरी जिले के एलुरु नगर स्थित अस्पताल में दम तोड़ दिया।

आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग को लेकर राज्य के अलग-अलग हिस्सों में अब तक पांच लोग खुदकुशी कर चुके हैं। आठ अगस्त को तिरुपति में एक जनसभा में एक कांग्रेस कार्यकर्ता ने इस मांग को लेकर खुदकुशी की थी, उसके बाद से कई मामले सामने आ चुके हैं। राज्य के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने लोगों को सब्र रखने की सलाह दी है और उन्हें भरोसा दिलाया है कि उनकी सरकार विशेष राज्य का दर्जा दिलाने के लिए पूरी कोशिश कर रही है।

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एस्सार ग्रुप के सह-संस्‍थापक शशि रुइया का 80 साल की उम्र में निधन

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मुंबई। एस्सार ग्रुप के सह-संस्‍थापक शशि रुइया का 80 साल की उम्र में निधन हो गया है। रुइया के पार्थिव शरीर को प्रार्थना और श्रद्धांजलि के लिए वालकेश्वर के बाणगंगा में रखा जाएगा। अंतिम संस्कार यात्रा रुइया हाउस से शाम 4 बजे हिंदू वर्ली श्मशान के लिए निकलेगी।

शशि रुइया ने अपने भाई रवि रुइया के साथ मिलकर एस्सार की स्थापना की थी। वह करीब एक महीने पहले अमेरिका से इलाज करा लौटे थे। मंगलवार को दोपहर 1 बजे से 3 बजे तक उनका पार्थिव शरीर रुइया हाउस में अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा। शाम चार बजे रुइया हाउस से शवयात्रा हिंदू वर्ली श्मशान घाट के लिए रवाना होगी।

उद्योगपति शशि रुइया ने अपने पिता नंद किशोर रुइया के मार्गदर्शन में 1965 में अपने व्यावसायिक दुनिया में कदम रखा। उन्होंने अपने भाई रवि के साथ मिलकर 1969 में चेन्नई बंदरगाह पर एक बाहरी ब्रेकवाटर का निर्माण कर एस्सार की नींव रखी। इसके बाद एस्सार ग्रुप ने इस्पात, तेल रिफाइनरी, अन्वेषण और उत्पादन, दूरसंचार, बिजली और निर्माण सहित विभिन्न क्षेत्रों में विस्तार किया।

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