प्रादेशिक
उत्तर प्रदेश ई-गवर्नेस में अव्वल
लखनऊ | डिजिटल इंडिया कार्यक्रम को बढ़ावा देने के लिए पहली बार आयोजित ‘गवर्नमेंट-कनेक्ट राउंडटेबल’ में यहां उत्तर प्रदेश की कई उपलब्धियां सामने आईं। हम में से शायद ही कोई यह जानता होगा कि ई-गवर्नेस में अव्वल रहे उत्तर प्रदेश में प्रधान सचिव और जिलाधीशों के बीच साल भर में 300 वीडियो कांफ्रेंसिंग हुई। यह संख्या गत एक साल में किसी भी अन्य राज्य ने हासिल नहीं की। इससे राज्य सरकार को सालाना 36 करोड़ रुपये की बचत हुई।
राज्य ने हाल में लेखपाल (अकाउंटेंट) के लिए 3,000 रिक्तियों का विज्ञापन प्रकाशित किया था। जिसके लिए आखिरी दिन 12 लाख आवेदन आए और कुल 32 लाख आवेदन आए। राष्ट्रीय सूचना केंद्र (एनआईसी) की राज्य इकाई के कुशल प्रबंधन के कारण इतने अधिक ट्रैफिक के बाद भी वेबसाइट एक बार भी क्रैश नहीं हुई। स्कूली शिक्षा में से अवैध लाभार्थियों को बाहर निकालकर एनआईसी-यूपी ने राज्य के लिए 522 करोड़ रुपये की बचत की। शुक्रवार रात गवर्नमेंट रीकनेक्ट राउंडटेबल में यह जानकारी सौरभ गुप्ता ने दी। राउंडटेब का उद्घाटन राज्य के पर्यटन मंत्री ओम प्रकाश सिंह ने किया।
सौरभ गुप्ता एनआईसी-यूपी के प्रमुख हैं। उत्तर प्रदेश ने नोएडा-आगरा एक्सप्रेसवे पर भी देश की सबसे अच्छी 3जी सेवा दी है। डेल-इंडिया के वरिष्ठ कार्यकारी अधिकारी और पेनलिस्ट रमन बाउंत्रा ने बताया कि इस मार्ग पर सैकड़ों कैमरे से यातायात संचालन की निगरानी भी की जा रही है। बाउंत्रा ने कहा, “देश, इसके कारोबार और नागरिकों के जीवनस्तर में बदलाव लाने के लिए प्रौद्योगिकी जरूरी है।” सत्र का आयोजन गुड़गांव की कंपनी साइबरमीडिया रिसर्च (सीएमआर) और वैश्विक सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) कंपनी डेल ने किया। सीएमआर साइबर मीडिया रिसर्च एंड सर्विसिस लिमिटेड की एक इकाई है, जो मार्केट रिसर्च सोसायटी ऑफ इंडिया की एक सदस्य है। सीएमआर के विश्लेषकों ने कहा कि राज्य सरकार और सरकारी कंपनियों के 29 फीसदी हितधारक एक मजबूत डाटा केंद्र चाहते हैं, जो रात-दिन बिना रुके काम करते रहे।
सीएमआर और डेल अलग-अलग राज्यों की राजधानियों में एक-के-बाद-एक राउंडटेबल आयोजित करेंगी। इसके जरिए राज्य के नेतृत्व को प्रशासन के लक्ष्यों को हासिल करने में प्रौद्योगिकी के महत्व से अवगत कराया जाएगा। राउंडटेबल के पेनलिस्टों में शामिल थे पर्यटन मंत्री ओम प्रकाश सिंह, सीएमआर अध्यक्ष प्रदीप गुप्ता, सूचना प्रौद्योगिकी एवं इलेक्ट्रॉनिक्स प्रधान सचिव राजेंद्र कुमार तिवारी, डेल इंडिया के वरिष्ठ कार्यकारी अधिकारी रमन बाउंत्रा और एनआईसी के सौरभ गुप्ता। सत्र का अंत एक पैनल चर्चा के साथ हुआ, जिसका विषय था ई-प्रशासन परियोजनाओं की अदायगी में सुधार के लिए सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी (आईसीटी) और उत्तर प्रदेश में एक मजबूत सूचना परितंत्र का विकास।
उत्तर प्रदेश
राम नगरी अयोध्या के बाद भगवान श्री राम से जुड़ी एक और नगरी को भव्य स्वरूप दे रही योगी सरकार
प्रयागराज। योगी सरकार प्रयागराज महाकुंभ को दिव्य और भव्य स्वरूप प्रदान कर रही है। प्रयागराज नगरी के साथ ही जिले में गंगा किनारे स्थित निषादराज गुह्य की राजधानी रहे श्रृंगवेरपुर धाम का भी कायाकल्प सरकार कर रही है। श्रृंगवेरपुर धाम में धार्मिक और आध्यात्मिक पर्यटन के साथ रूरल टूरिज्म की भी संभावनाएं विकसित हो रही हैं।
मिल रहा है भव्य स्वरूप
राम नगरी अयोध्या में भगवान श्री राम के मंदिर के भव्य निर्माण और गर्भ ग्रह में राम लला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद अब प्रभु राम के अनन्य भक्त निषादराज की राजधानी श्रृंगवेरपुर को भी भव्य स्वरूप दिया जा रहा है। यूपी की पूर्व की सरकारों में उपेक्षित रहे प्रयागराज के श्रृंगवेरपुर को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नई पहचान दी है। सामाजिक समरसता के प्रतीक इस स्थान को धार्मिक और सांस्कृतिक पर्यटन के साथ अब रूरल टूरिज्म के साथ भी जोड़ कर विकसित किया जा रहा है।
प्रयागराज की क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी अपराजिता सिंह बताती हैं कि श्रृंगवेरपुर धाम का कायाकल्प का कार्य समापन के चरण में है। इसके अंतर्गत यहां ₹3732.90 लाख की लागत से निषादराज पर्यटन पार्क स्थल का निर्माण कार्य दो फेज में किया गया है। निषादराज पार्क (फेज-1) के निर्माण हेतु ₹ 1963.01 लाख के बजट से निषादराज एवं भगवान श्रीराम मिलन की मूर्ति की स्थापना व मूर्ति के पैडेस्टल का कार्य, पोडियम का कार्य, ओवर हेड टैंक, बाउण्ड्रीवाल, प्रवेश द्वार का निर्माण, गार्ड रूम आदि कार्य कराया गया। इसी तरह श्रृंगवेरपुर धाम में निषादराज पार्क (फेज-2) के ₹ 1818.90 लाख के बजट से इस भगवान श्रीराम के निषादराज मिलन से सम्बन्धित गैलरी , चित्रांकन, ध्यान केन्द्र, केयर टेकर रूम, कैफेटेरिया, पॉथ-वे, पेयजल व टॉयलेट ब्लॉक, कियास्क, पार्किंग, लैंड स्केपिंग, हॉर्टिकल्चर,आउटर रोड, सोलर पैनल, मुक्ताकाशी मंच आदि कार्य कराए गए हैं। 6 हेक्टेयर में बनाए गए इस भव्य पार्क का लोकार्पण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे।
रूरल टूरिज्म का हब बनेगी निषादराज की नगरी
धार्मिक और आध्यत्मिक पर्यटन के साथ श्रृंगवेरपुर धाम को ग्रामीण पर्यटन के साथ जोड़कर विकसित करने का रोड मैप तैयार किया गया है ।अपराजिता सिंह के मुताबिक रूरल टूरिज्म के अन्तर्गत श्रृंगवेरपुर धाम को विकसित किये जाने के लिए सबसे पहले यहां ग्रामीण क्षेत्र में होम स्टे की व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है। इसके लिए यहां स्थानीय लोगों को अपने यहां मड हाउस या हट बनाने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है ताकि पर्यटकों को कुछ अलग अनुभव हो सके। इन सभी स्थानों पर थीमेटिक पेंटिंग होगी, स्थानीय खानपान और स्थानीय संस्कृति को भी यहां संरक्षित किया जाएगा । पर्यटक भी यहां स्टे करने के दौरान स्थानीय ग्रामीण क्राफ्ट का हिस्सा बन सके ऐसी उनकी कोशिश है।
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