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नेशनल

उमर फयाज : ‘जिनकी हिफाजत की कसमें खाई थी वो ही मेरे खूनी निकले’

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नई दिल्ली। कश्मीर के शोपियां में आतंकवादियों का निशाना बने युवा लेफ्टिनेंट उमर फ़याज़ पर इन दिनों सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें उमर फ़याज़ कश्मीरियों से सवाल करते हैं…

बताइए यहां (कश्मीर घाटी में) बुरहान वानी रहेगा या फिर उमर फ़याज़… यहां से डोलियां उठेंगी या जनाज़ा निकलेगा…?  वीडियो में किसी दूसरे व्यक्ति ने अपनी आवाज दी है।

 छुट्टियों पर घर आये एक युवा सैन्य अधिकारी की शोपियां जिले में आतंकवादियों ने अपहरण करने के बाद गोली मारकर हत्या कर दी। इससे नाराज लोगों ने हत्यारों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। युवा अधिकारी यहां एक शादी समारोह में शामिल होने आया था।

 अधिकारियों ने कहा कि कुलगाम जिले के सुरसोना गांव के रहने वाले 22 वर्षीय लेफ्टिनेंट उमर फैयाज यहां से करीब 74 किलोमीटर दूर बाटपुरा में अपने मामा की लड़की की शादी में शामिल होने गये थे।

बीती 9 मई को करीब 10 बजे आतंकवादियों ने उन्हेंब अगवा कर लिया। अधिकारियों ने कहा कि गोलियों से छलनी उनका शव बुधवार (10 मई) को सुबह हरमैन इलाके में उनके घर से करीब तीन किलोमीटर दूर मिला था।

 क्या कहा गया है वीडियो

 ‘मैं उमर फैयाज, ये मेरी मां जमीला है..लेकिन ये क्यों रो रही है। ये रो रही है क्योंकि अब मैं जिंदा नहीं हूं। मुझे मार दिया गया है..मेरा कसूर सिर्फ इतना था कि मैं कश्मीरी होकर भी एक हिंदुस्तानी था। मेरी बहन की शादी होनी थी उसने कहा भाई शादी में जरूर आना। यहां मेरे आने की खबर कश्मीर के दुश्मनों तक पहुंच गई। कुछ हथियार बंद नकाबपोश मेरी बहन के सामने ही मुझे खींच ले गए और अगले दिन गोलियों से छलनी मेरा शरीर शोपियां के हरमन चौक पर मिला। मेरी शहादत के जिम्मेदार ना तो पाकिस्तानी थे ना ही हिंदुस्तानी..वो मेरे अपने कश्मीरी थे। जिनकी हिफाजत की कसमें खाई थी वो ही मेरे खूनी निकले। मेरी मौत के जिम्मेदार कश्मीरियत के दुश्मन हैं। ये इस बात को नहीं जानते कि यहां एक उमर फैयाज नहीं है..ये घाटी फैयाजों की टोली है।

जम्मू-कश्मीर

आतंकी यासीन मलिक की पत्नी मुशाल मलिक ने राहुल गाँधी को लिखा पत्र, जेल में बंद किए जाने का मामला संसद में उठाएं

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नई दिल्ली। वायुसैनिकों की हत्या और आतंक के मामले में जेल में बंद JKLF के आतंकी सरगना यासीन मलिक की पत्नी मुशाल मलिक ने कॉन्ग्रेस नेता राहुल गाँधी को पत्र लिखा है। मुशाल मलिक ने राहुल गाँधी से अपील की है कि वह आतंकी यासीन के जेल में बंद किए जाने को संसद में उठाएँ।

मुशाल मलिक ने आरोप लगाया है कि भाजपा सरकार मलिक पर ज्यादती कर रही है। मुशाल मलिक ने राहुल गाँधी से अपना राजनीतिक प्रभाव उपयोग करने की अपील की है। मुशाल ने कहा है कि राहुल गाँधी के मुद्दा उठाने के बाद यासीन मलिक कश्मीर में शान्ति ला सकता है।

गौरतलब है कि मुशाल मलिक पाकिस्तान की सरकार में सलाहकार रह चुकी है। यासीन मलिक UPA सरकार के दौरान प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के साथ दिखता था और गांधीवाद पर बात करता था। वर्तमान में वह वायुसैनिकों की हत्या समेत टेरर फंडिंग और बाकी मामलों में जेल में बंद है।

कोर्ट ने मलिक को दी है उम्रकैद की सजा

2022 में एक निचली अदालत ने यासीन मलिक को उम्रकैद की सजा सुनाई थी। मुशाल ने चिट्ठी में लिखा, ‘मलिक जेल में अमानवीय व्यवहार के विरोध में 2 नवंबर से अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर है। यह भूख हड़ताल मलिक के स्वास्थ्य पर और खतरनाक असर डालेगी। यह उस शख्स के जीवन को खतरे में डाल देगी, जिसने हथियार छोड़कर अहिंसा की राह पर चलने का विकल्प चुना है।’ मुशाल ने आरोप लगाया कि बीजेपी की सरकार 2019 से मलिक को ‘सभी अकल्पनीय तरीकों से’ प्रताड़ित कर रही है।

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