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खेल-कूद

उम्मीदों के साथ लंदन में खेल रहे शरणार्थी एथलीट

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लंदन, 5 अगस्त (आईएएनएस)| रियो ओलम्पिक-2016 में हिस्सा लेने वाली शरणार्थी खिलाड़ी एंजेलिना नाडी ने कहा कि लंदन विश्व चैम्पियनशिप में हिस्सा लेते हुए वह आत्मविश्वास से भरपूर हैं क्योंकि उन्होंने बीते एक साल में उन्होंने काफी सुधार किया है। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, नाडी ने यहां महिलाओं की 1,500 मीटर स्पर्धा की हीट-3 में अंतिम स्थान हासिल किया है, लेकिन उन्होंने इस चैम्पियनशिप में 4:33.54 मिनट का समय निकाला, जो रियो ओलमिप्क में उनके प्रदर्शन से काफी बेहतर है। रियो में उन्होंने 4:47.38 मिनट का समय निकाला था।

मूलत: दक्षिण सूडान की रहने वाली इस खिलाड़ी ने कहा, मैंने रियो में जो प्रदर्शन किया था उसमें मैंने काफी सुधार किया है। मैं इससे खुश हूं और भविष्य में अच्छा करने की उम्मीद है।

कई शरणार्थियों में से एक नाड़ी को युद्ध के कारण अपने माता-पिता से अलग रहना पड़ा था। वह केन्या में काकुमा शरणार्थी शिविर में रह रही थीं। तभी वह इधर से उधर भागती रहती थी, लेकिन उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि वह यह खेल उनके लिए रक्षक साबित होगा।

काकुमा में जब पेशेवर कोच चयन ट्रायल के लिए आए, तब नाडी ने इस मौके को पूरी तरह से भुनाया और रियो ओलम्पिक में पहुंच गईं।

रियो में नाडी को राउंड-1 में 41 धावकों में 40वां स्थान मिला था।

उन्होंने संयुक्त राष्ट्र की शरणार्थी एजेंसी को दिए साक्षात्कार में कहा, मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं रियो जैसी जगह में कभी हिस्सा ले पाऊंगी। इससे मुझे काफी आत्मविश्वास मिला है।

उन्होंने कहा, मुझे उम्मीद है कि मैं कभी हार नहीं मानूंगी। मैं अपना अभ्यास जारी रखना चाहती हूं और मेरा मानना है कि मैं भविष्य में बाकी खिलाड़ियों की तरह बन जाऊंगी।

नाडी का मानना है कि खेलों में हिस्सा लेने से दुनिया में सकारात्मक संदेश जाएगा।

उन्होंने कहा, जब मैं खेल रही होती हूं तो सिर्फ अपने लिए नहीं खेल रही होती। मेरा मानना है कि जब मैं दौड़ रही होती हूं तो मेरे जैसा ही कोई मुझे देख रहा होता है। मैं उन्होंने उम्मीद दे रही हूं।

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खेल-कूद

IPL Auction: 13 साल के वैभव सूर्यवंशी ने रचा इतिहास, बन गए सबसे युवा करोड़पति

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पटना। बिहार के वैभव सूर्यवंशी ने महज 13 साल की उम्र में इतिहास रच दिया है। वैभव को आईपीएल मेगा नीलामी में राजस्थान रॉयल्स ने 1.1 करोड़ रुपये में खरीद लिया है। 13 साल 243 दिन की उम्र में वैभव आईपीएल के इतिहास में सबसे कम उम्र के खिलाड़ी बन गए। रॉयल्स और दिल्ली कैपिटल्स उन्हें अपने साथ जोड़ने में दिलचस्पी दिखाई। राजस्थान ने 1.1 करोड़ रुपये में अपने साथ जोड़ा।

वैभव ने हाल ही में सबका ध्यान अपनी ओर खींचा जब वह अंतरराष्ट्रीय शतक बनाने वाले सबसे युवा बल्लेबाज (13 वर्ष, 288 दिन) बने। उन्होंने चेन्नई में ऑस्ट्रेलिया अंडर-19 के खिलाफ भारत अंडर-19 के लिए खेले गए यूथ टेस्ट में 62 गेंदों पर 104 रन बनाए। बाएं हाथ के इस खिलाड़ी ने 58 गेंदों पर शतक बनाया। यह किसी भारतीय का सबसे तेज यूथ टेस्ट शतक और दुनिया में दूसरा सबसे तेज शतक था।

वैभव एक बेहतरीन खिलाड़ी है और उम्मीद जताई जा रही है कि 2025 आईपीएल में वह जबरदस्त प्रदर्शन करेंगे। वैभव की बात करें तो वह बिहार के समस्तीपुर जिले के रहने वाले हैं। महज 13 साल के बेटे के करोड़पति बनने के बाद उनके पिता भावुक नजर आ रहे हैं।

एक मीडिया चैनल को दिए गए इंटरव्यू में वैभव के पिता संजीव सूर्यवंशी ने कहा कि अपने बेटे के सपने को पूरा करने के लिए उन्होंने बहुत कुछ किया। अपनी खेती तक की जमीन बेच दी ताकि वैभव क्रिकेट खेल सके और अपना करियर बना सके। वैभव के बारे में बात करते हुए पिता ने बताया कि उसे हमेशा से क्रिकेट में रूचि थी और वह महज 5 साल का था, तब से क्रिकेट खेल रहा है। वैभव को उनके पिता ने ही घर में नेट प्रैक्टिस करवाई, जिसके बागद समस्तीपुर क्रिकेट एकेडमी भेजा। उनके पिता ने बेटे की कामयाबी के लिए बिहार क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष राकेश तिवारी का भी शुक्रिया किया।

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