बिजनेस
एमवे क्वीन कुकवेयर की 10 महीने में 100 करोड़ की बिक्री
नई दिल्ली, 13 दिसम्बर (आईएएनएस)| एमवे इंडिया की प्रीमियम कुकवेयर रेंज ‘एमवे क्वीन’ ने महज 10 महीने में 100 करोड़ रुपये की बिक्री का आंकड़ा पार कर लिया है।
जनवरी 2017 में लॉन्च हुई ‘एमवे क्वीन’ की सफलता स्वास्थ्य के प्रति सजग उन उपभोक्ताओं की बढ़ती मांग को पूरा करने की कंपनी की रणनीति को दर्शाती है जो स्वादिष्ट और पोषक भोजन पकाने में सक्षम कुकवेयर रेंज चाहते हैं।
एमवे इंडिया के सीएमओ संदीप शाह ने एक बयान में कहा, हम लॉन्च के 10 महीने के अंदर 100 करोड़ रुपये की बिक्री का आंकड़ा पार कर बेहद उत्साहित और गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। इससे हमें यह विश्वास हो गया है कि हम सही दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। उपभोक्ताओं की प्रतिक्रिया के आधार पर हम आने वाले वर्ष में ऐसे नए उत्पाद पेश करेंगे जो एमवे क्वीन के साथ विशेष खाना पकाने का विशेष अनुभव मुहैया कराएंगे। हम अगले एक साल में प्रीमियम कुकवेयर सेगमेंट में अग्रणी स्थान बनाना चाहते हैं।
एमवे इंडिया के कैटेगरी हेड (वेलनेस) अजय खन्ना ने कहा, आज के उपभोक्ता ब्रांड को अनुभव के साथ जोड़कर देखते हैं। हमने जिंदगी के लिए हेल्दी कुकिंग के फायदों के साथ-साथ कुकवेयर के लाभ को सामने लाने के लिए मुख्य टूल के तौर पर लाइव कुकिंग डेमोन्सट्रेशन का इस्तेमाल कर अपने उपभोक्ताओं से बातचीत के लिए अपने डायरेक्ट सेलिंग मॉडल का इस्तेमाल किया है। हमने उपभोक्ताओं को उत्पाद का सजीव अनुभव मुहैया कराने के लिए 1000 से अधिक लाइव डेमो संचालित किए जिनमें एमवे क्वीन के लिए अच्छा परिणाम देखने को मिला। हम सभी बाजारों में लाइव डेमो के लिए उपभोक्ताओं के साथ जुड़ने का सिलसिला बरकरार रखेंगे।
बिजनेस
जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई
नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।
बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।
बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।
ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।
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