Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

बिजनेस

कर्ज में कटौती की घोषणा बाद आरकॉम के शेयर में तेजी

Published

on

Loading

मुंबई, 27 दिसम्बर (आईएएनएस)| रिलायंस समूह के चेयरमैन अनिल अंबानी की ओर से कंपनी के कर्ज को 25,000 करोड़ रुपये से घटाकर 6,000 रुपये करने की घोषणा के एक दिन बाद बुधवार को भी रिलायंस कम्युनिकेशन (आरकॉम) के शेयरों तेजी का रुख बना रहा। अपराह्न् करीब 1.40 बजे आरकॉम के स्टॉक में 34.97 फीसदी के साथ 28.79 रुपये प्रति शेयर पर कारोबार चल रहा था।

इससे पहले मंगलवार को आरकॉम के शेयर 30 फीसदी तेजी के साथ 21.33 रुपये प्रति शेयर पर बंद हुए थे। दरअसल मंगलवार को अंबानी ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा था कि कंपनी की ओर से आरकॉम के कर्ज का पुनर्गठन करने की पूरी योजना है।

अंबानी ने बताया कि लेखा पुस्तिका के अनुसार, अक्टूबर 2017 में आरकॉम पर 45,000 करोड़ रुपये का कर्ज था।

रिलायंस समूह के चेयरमैन ने कहा कि कंपनी जनवरी-मार्च 2018 में सभी प्रकार के लेन-देन बंद कर देगी। उन्होंने बताया कि लेनदार व बैंकर्स के बीच कुल शून्य हानि के साथ पुनर्मुद्रीकरण के जरिए कर्ज को नए रूप में बदला जाएगा।

एक सवाल के जवाब में अंबानी ने कहा कि आरकॉम के लिए कर्ज की अदायगी महज व्यावसायिक कार्य नहीं है, बल्कि नैतिक रूप से जरूरी है।

Continue Reading

बिजनेस

जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

Published

on

Loading

नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

Continue Reading

Trending