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कर्नाटक चुनाव : हर्पनहल्ली में होगा ‘दागी’ की किस्मत का फैसला

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नई दिल्ली, 6 मई (आईएएनएस)| कर्नाटक विधानसभा चुनाव में जहां एक तरफ राज्य की जनता दो मुख्य विचारधाराओं के बीच चुनाव करने के लिए तैयार है, वहीं दूसरी तरफ दागी नेता भी इस दौरान अपनी-अपनी किस्मत आजमा रहे हैं।

अरबों रुपये के खनन घोटाले में नाम आने के बाद किरकिरी करा चुके रेड्डी बंधुओं में से एक व भाजपा के दागी उम्मीदवार जी. करुणाकर रेड्डी हर्पनहल्ली विधानसभा क्षेत्र पर कांग्रेस के एम.पी. रविंद्र के खिलाफ चुनाव मैदान में हैं। कर्नाटक विधानसभा क्षेत्र संख्या- 104 हर्पनहल्ली निर्वाचन क्षेत्र। हर्पनहल्ली (सामान्य) दावणगेरे जिले और केंद्रीय कर्नाटक क्षेत्र का हिस्सा है। दावणगेरे लोकसभा क्षेत्र के हिस्से हर्पनहल्ली निर्वाचन क्षेत्र में कुल 2,01,133 मतदाता हैं जिसमें आम मतदाता, एनआरआई मतदाता और सेवा मतदाता शामिल हैं। सामान्य मतदाताओं में 1,03,360 पुरुष, 97,669 महिलाएं शामिल हैं, जबकि 17 अन्य इस बार अपने वोट की चोट करेंगे। निर्वाचन क्षेत्र हर्पनहल्ली में मतदाता लिंग अनुपात 94.41 है और अनुमानित साक्षरता दर 67.91 फीसदी।

हर्पनहल्ली मद्रास प्रेसीडेंसी के सबसे पुराने व्यापार केंद्रों में से एक है। साथ ही इस निर्वाचन क्षेत्र के पास कर्नाटक के सबसे पुराने शिक्षा केंद्रों में से एक का तमगा भी है। हर्पनहल्ली की विडंबना है कि दशकों से शैक्षणिक केंद्र होने के बावजूद, यहां की साक्षरता दर राष्ट्रीय औसत से काफी कम है। इस निर्वाचन क्षेत्र में रेलवे स्टेशन का उद्घाटन 2014 में ही हुआ है। यह क्षेत्र अपने फार्मेसी कॉलेजों के लिए जाना जाता है।

बात करें क्षेत्रीय राजनीति की, तो हर्पनहल्ली निर्वाचन क्षेत्र को वर्तमान में यहां कांग्रेस विधायक एम.पी. रविंद्र का कब्जा है। 2013 विधानसभा चुनाव में हर्पनहल्ली निर्वाचन क्षेत्र से कांग्रेस के मौजूदा विधायक एम.पी. रविंद्र ने 56,854 मतों के साथ भाजपा उम्मीदवार जी. करुणाकर रेड्डी को हराया था। रविंद्र ने 37.91 फीसदी वोट हासिल किए थे। साफ छवि होने के कारण कांग्रेस ने एक बार फिर से उनपर विश्वास जताया है।

वहीं विपक्षी भाजपा ने पूर्व विधयाक और पिछले चुनाव में दूसरे नंबर पर रहे जी. करुणाकर रेड्डी पर दांव आजमाया है। करुणाकर रेड्डी का नाम भी अवैध खनन घोटाले में आया था। दरअसल देश का करीब 25 प्रतिशत लौह अयस्क भंडार बेल्लारी में है। एक अनुमान के मुताबिक बेल्लारी में करीब 99 लौह अयस्क खदानें हैं। कर्नाटक सरकार ने 1994 में निजी व्यक्तियों को खद्दानों के लाइसेंस जारी किए थे और साथ ही अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में लौह अयस्क की कीमत बढ़ने से खनन में 100 प्रतिशत प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) की मंजूरी दी थी।

खनन में विदेश निवेश को मंजूरी देने के कारण राज्य को करीब 7500 करोड़ रुपए का घाटा हुआ था। जिसका जिक्र जुलाई 2010 में तत्कालीन मुख्यमंत्री येदियुरप्पा ने भी किया था। लौह अयस्क के अवैध निर्यात में रेड्डी बंधुओं का नाम सामने आया था जिसमें करुणाकर रेड्डी का भी नाम शामिल था। 2013 विधानसभा चुनाव में हर्पनहल्ली निर्वाचन क्षेत्र से दूसरे स्थान पर रहे भाजपा के जी. करुणकर रेड्डी ने 48,548 वोटों के साथ 37.91 फीसदी वोट हासिल किए थे।

ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन पहले ही जनता दल (सेक्युलर) को अपना समर्थन देने की घोषणा कर चुकी है। दोनों मुख्य पार्टियों के अलावा जनता दल (सेक्युलर) अरासीकेरे एन. कोटरेश, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने कृष्णामूर्ति आर., जनहित पक्ष ने अब्दुल बरी, समाजवादी पार्टी ने बी.एल. चन्नाननाइक, ऑल इंडिया महिला इंपॉवरमेंट पार्टी ने के. ललिथामा को चुनाव मैदान में उतारा है। साथ ही एक निर्दलीय भी इस चुनाव में अपनी किस्मत आजमा रहा है।

224 सदस्यीय कर्नाटक विधानसभा के लिए राज्य में 56,696 मतदान केंद्र स्थापित किए गए हैं, जिसमें 4,96,82,357 (4.96 करोड़) मतदाता अपने मतों का प्रयोग कर नई सरकार का चुनाव करेंगे। सरकार के लिए चुनाव 12 मई को एक चरण में चुनाव होगा और वोटों की गिनती 15 मई को की जाएगी।

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पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में बड़ा आतंकी हमला, 38 लोगों की मौत

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पख्तूनख्वा। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में बड़ा आतंकी हमला हुआ है। इस हमले में 38 लोगों की मौत हो गई है। यह हमला खैबर पख्तूनख्वा के डाउन कुर्रम इलाके में एक पैसेंजर वैन पर हुआ है। हमले में एक पुलिस अधिकारी और महिलाओं समेत दर्जनों लोग घायल भी हुए हैं। जानकारी के मुताबिक उत्तर-पश्चिमी पाकिस्तान के अशांत प्रांत खैबर पख्तूनख्वा में आतंकियों ने शिया मुस्लिम नागरिकों को ले जा रहे यात्री वाहनों पर गोलीबारी की है। यह क्षेत्र में हाल के वर्षों में इस तरह का सबसे घातक हमला है। मृतकों की संख्या में इजाफा हो सकता है।

AFP की रिपोर्ट के मुताबिक इस हमले में 38 लोगों की मौत हुई है. पैसेंजर वैन जैसे ही लोअर कुर्रम के ओचुट काली और मंदुरी के पास से गुजरी, वहां पहले से घात लगाकर बैठे आतंकियों ने वैन पर अंधाधुंध गोलियां बरसानी शुरू कर दीं. पैसेंजर वैन पाराचिनार से पेशावर जा रही थी। पाकिस्तान की समाचार एजेंसी डॉन के मुताबिक तहसील मुख्यालय अस्पताल अलीजई के अधिकारी डॉ. ग़यूर हुसैन ने हमले की पुष्टि की है.

शिया और सुन्नी मुसलमानों के बीच तनाव 

अफगानिस्तान की सीमा से लगे कबायली इलाके में भूमि विवाद को लेकर शिया और सुन्नी मुसलमानों के बीच दशकों से तनाव बना हुआ है। किसी भी समूह ने घटना की जिम्मेदारी नहीं ली है। जानकारी के मुताबिक “यात्री वाहनों के दो काफिले थे, एक पेशावर से पाराचिनार और दूसरा पाराचिनार से पेशावर यात्रियों को ले जा रहा था, तभी हथियारबंद लोगों ने उन पर गोलीबारी की।” चौधरी ने बताया कि उनके रिश्तेदार काफिले में पेशावर से यात्रा कर रहे थे।

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