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कैलाश विजयवर्गीय ने पत्रकार की मौत का उड़ाया मजाक, फिर पेश की सफाई

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भोपाल। व्यापमं घोटाले के आरोपियों की लगातार हो रही मौतों के संदर्भ में खबर करने गए आजतक चैनल के पत्रकार अक्षय सिंह की मौत के मामले में मध्यप्रदेश के मंत्री व भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने संवेदनहीन बयान दिया है। जिसको लेकर उनकी जमकर आलोचना की जा रही है।

ये शर्मनाक वाकया तब हुआ जब झाबुआ में रविवार को कैलाश विजयवर्गीय से पत्रकार की मौत पर सवाल पूछे गए। प्रश्न पर उन्होंने संवेदनहीनता की हदें पार करते हुए ठहाके लगाए और कहा कि पत्रकार-वत्रकार छोड़ो, कोई हमसे बड़ा पत्रकार है क्या? खास बात ये कि विजयवर्गीय ने ये बयान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की मौजूदगी में दिया।

हालांकि बयान पर विवाद के बाद कैलाश विजयवर्गीय ने सफ़ाई दी है। उन्होंने कहा कि उनके बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश किया जा रहा है। वह एक अन्य न्यूज चैनल के पत्रकार के साथ हल्का-फुल्का मजाक कर रहे थे। उन्होंने कहा कि उनका मजाक अक्षय सिंह के संदर्भ में बिल्कुल नहीं था।

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देवताल-माणापास लोक विरासतीय यात्रा-2024 सम्पन्न

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वरिष्ठ पत्रकार चन्द्रशेखर जोशी की रिपोर्ट

लोक विरासतीय देवताल- माणापास लोकयात्रा आज सम्पन्न हो गयी। 2015 से उत्तराखंड के पूर्व केबिनेट मंत्री स्व. मोहनसिंह रावत “गांववासी” द्वारा शुरू की गई इस यात्रा को प्रतिवर्ष आयोजित किया जा रहा है। शुक्रवार सुबह बदरीनाथ धाम से लोकयात्रा ने प्रस्थान किया। जय बदरीविशाल के जयघोष के साथ यात्रा बदरीधाम से 55 किमी दूर उच्च हिमालय स्थित माणापास-देवताल पहुंची।

देवताल में तीर्थयात्रियों ने पूजा-अर्चना की और अपने पितरों को भी पवित्र सरोवर का जल अर्पण किया। इस बार प्रशासन ने 54 लोगों को यात्रा पर जाने की अनुमति दी थी। आईटीबीपी और सेना के जवानों ने तीर्थ यात्रियों को रास्तेभर सुविधा दी और जलपान-भोजन का भी इंतज़ाम किया था।

देवताल चमोली गढवाल में देश की सबसे ऊंचाई की झील है। लगभग 18000 फ़ीट पर इसी पवित्र सरोवर से देवनदी सरस्वती का उद्गम है। माना जाता है कि देवताल में देवता स्नान करते हैं। 1962 से पूर्व भारत-तिब्बत व्यापार का यह प्रमुख रास्ता था। लेकिन 1962 के भारत-चीन युद्ध के बाद इसको बंद कर दिया गया था।

इस अवसर पर प्रोफे.सुभाष चंद्र थलेडी ने बताया कि देवताल-माणापास से कैलाश मानसरोवर के रास्ते को खोलने के लिए सरकार को विचार करना चाहिए, क्योंकि यह रास्ता नजदीक और सुगम है। साथ ही सीमा तक सड़क मार्ग से जुड़ा है। इससे तीर्थयात्रियों को सुविधा होगी। इसी के साथ देवताल जाने के लिए भी स्थानीय तीर्थ यात्रियों को सुगमता से जाने-आने की सुविधा भी दी जानी चाहिए।

देवताल में पूर्व मंत्री स्व.मोहनसिंह रावत के नेतृत्व में बने हनुमान मंदिर में। भी पूजा अर्चना की गई। “गांववासी अमर रहे’ के नारों से देवताल गूंज उठा।

पंडित भास्कर डिमरी के संयोजन में इस यात्रा का आयोजन किया गया। यात्रा में बी.डी. सिंह, प्रोफे. (डॉ.) सुभाष चंद्र थलेडी, डॉ. श्रीनंद उनियाल, पंकज डिमरी, अभिषेक भंडारी, दीपा रौथाण, संजीव रौथाण, डॉ. ज्योति शर्मा, डॉ. चेतना पुरोहित, सिद्धार्थ उनियाल, पंकज हटवाल आदि समेत लगभग चार दर्जन यात्री शामिल हुए।

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