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क्लर्क की त्रुटि से सिंधिया, भाजपा में तकरार हुई : महाजन

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नई दिल्ली, 26 जुलाई (आईएएनएस)| लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने बुधवार को स्वीकार किया कि सचिवालय की तरफ से हुई कुछ त्रुटि के कारण यह संदेश गया कि कांग्रेस सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया सत्ताधारी पार्टी के सदस्य के निशाने पर थे। महाजन ने कहा कि लोकसभा सचिवालय की एक त्रुटि के कारण संशय की स्थिति बनी।

सिंधिया ने मंगलवार को लोकसभा में यह मुद्दा उठाया था और कहा था कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सदस्य वीरेंद्र कुमार ने सोमवार को शून्य काल के दौरान दावा किया था कि मध्य प्रदेश के गुना में उनके (सिंधिया) निर्वाचन क्षेत्र में एक अस्पताल का निर्माण किया गया है, जिसे उन्होंने गंगा जल छिड़ककर शुद्ध करने के बाद दोबारा उसका उद्घाटन किया, ऐसा इसलिए किया गया, क्योंकि उसका उद्घाटन उनसे पहले भाजपा के एक दलित नेता ने किया था।

कुमार का समर्थन भाजपा सांसदों मनोहर उटवाल तथा नंद कुमार चौहान ने किया था।

बुधवार को महाजन ने कहा कि सदन के वाद-विवाद प्रतिलेख के संदर्भ से ऐसा प्रतीत होता है कि सिंधिया को निशाना बनाया गया, लेकिन यह एक त्रुटि थी।

महाजन ने कहा कि वह सिंधिया, उनकी दादी तथा उनके पिताजी का आदर करती हैं।

उन्होंने कहा, कल, सिंधिया को चोट पहुंची। मैंने उन्हें मुद्दा उठाने की अनुमति दी। वीरेंद्र कुमार भी जवाब देना चाहते थे, लेकिन हंगामे के कारण ऐसा नहीं हो सका।

अध्यक्ष ने कहा, यह हमारे कार्यालय की गलती है। मैंने त्रुटिपूर्ण बहस देखी। मैंने कार्यालय से नाम से संबंधित सभी संदर्भो को हटाने के लिए कहा। वीरेंद्र कुमार ने ज्योतिरादित्य सिंधिया को निर्वाचन क्षेत्र के सांसद के तौर पर इशारा किया था।

उन्होंने कहा कि नाम हटाने के निर्देश का पालन करने के बाद सचिवालय ने बाकी संदर्भो को भी हटा दिया और अब उससे ऐसा लगता है कि सिंधिया पर यह आरोप लगाया गया।

महाजन ने कहा, कई जगहों पर उन्होंने कांग्रेस का भी नाम लिया है, जिसे हटा दिया गया है। इसलिए वीरेंद्र कुमार ने उनके (सिंधिया) खिलाफ कोई आरोप नहीं लगाया।

आक्रोशित सिंधिया ने मंगलवार को आरोप लगाया था कि कुमार व अन्य उनके खिलाफ बेबुनियाद आरोप लगा रहे हैं।

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नेशनल

महाराष्ट्र के CM एकनाथ शिंदे ने दिया इस्तीफा, क्या फडणवीस के सिर सजेगा ताज ?

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मुंबई। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने मंगलवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने राज्यपाल राज्यपाल सी.पी. राधाकृष्णन को अपना इस्तीफा सौंपा है। इस दौरान डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार भी मौजूद थे। विधानसभा का कार्यकाल आज यानी 26 नवंबर तक ही है। नए मुख्यमंत्री की शपथ की तारीख तय नहीं है। तब तक शिंदे कार्यवाहक सीएम रहेंगे।

इस बीच महाराष्ट्र में अगली सरकार के गठन की रूपरेखा लेकर चर्चा तेज हो गई है। खबर है कि गृह मंत्री अमित शाह मंगलवार को देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात कर सकते हैं। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में भाजपा के नेतृत्व वाले ‘महायुति’ गठबंधन ने 288 सदस्यीय विधानसभा में 235 सीट हासिल की हैं। जिसमें बाजेपी अकेली 135 सीटों पर कब्जा कर सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है।

बीजेपी की महाराष्ट्र में ये अब तक की सबसे बड़ी जीत है। शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना ने 57 सीट पर जीत हासिल की और अजित पवार के नेतृत्व वाली राकांपा ने 41 सीट पर जीत दर्ज की है। मौजूदा उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस सीएम की रेस में सबसे आगे चल रहे है।

 

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