खेल-कूद
चैम्पियंस ट्रॉफई में अनचाहे रिकार्ड से बचना चाहेंगे बटलर और ब्रॉड
लंदन, 30 मई (आईएएनएस)| रिकार्ड बनाना सबको अच्छा लगता है। कुछ रिकार्ड ऐसे होते हैं, जिनके पीछे खिलाड़ी भागते हैं और कुछ ऐसे होते हैं, जिनसे खिलाड़ी दूर भागते हैं। किसी भी बल्लेबाज के लिए किसी टूर्नामेंट में सबसे अधिक बार शून्य पर आउट होना एक ऐसा रिकार्ड है, जिसे कोई खिलाड़ी अपने नाम नहीं करना चाहेगा लेकिन कभी-कभी रिकार्ड बनाए नहीं जाते बन जाते हैं।
चैम्पियंस ट्रॉफी की बात की जाए तो इस प्रतिष्ठित आयोजन में सबसे अधिक बार शून्य पर आउट होने का रिकार्ड आस्ट्रेलिया के शेन वॉटसन के नाम है। वॉटसन 17 मैचों में चार बार शून्य पर आउट हुए हैं। उनके नाम हालांकि दो शतक और दो अर्धशतक भी हैं।
अब वॉटसन जैसा बल्लेबाज कभी भी नहीं चाहेगा कि वह शून्य पर आउट हो और उसका नाम किसी टूर्नामेंट में सबसे अधिक बार शून्य पर आउट होने वाले बल्लेबाजों की सूची में दर्ज हो लेकिन यह एक ऐसा रिकार्ड है जो न चाहते हुए भी बन जाता है।
वॉटसन के बाद बांग्लादेश के हबीबुल बशर, न्यूजीलैंड के नेथन एस्टल, पाकिस्तान के शोएब मलिक, श्रीलंका के सनथ जयसूर्या तीन-तीन मौकों पर शून्य पर आउट हुए हैं। इसके अलावा दर्जनों खिलाड़ी ऐसे हैं, जो दो बार इस टूर्नामेंट में बिना कोई स्कोर बनाए विदा हुए हैं।
इस साल चैम्पियंस ट्रॉफी में जितने भी खिलाड़ी खेल रहे हैं, उनमें से इंग्लैंड को जोस बटलर और स्टुअर्ट ब्रॉड अब तक दो-दो बार शून्य पर आउट हो चुके हैं। बटलर ने पांच मैच खेले हैं जबकि ब्रॉड ने आठ मैच खेले हैं।
इंग्लैंड की टीम इस साल चैम्पियंस ट्रॉफी में खेल रही है और ऐसे में बटलर तथा ब्रॉड की कोशिश खुद को इस अनचाहे रिकार्ड से बचाने की होगी।
मजेदार बात यह है कि भारतीय बल्लेबाजों के लिए यह टूर्नामेंट काफी अच्छा रहा है। अब तक सिर्फ दिनेश मोंगिया (2) ही इस टूर्नामेंट में एक या उससे अधिक बार शून्य पर आउट हुए हैं लेकिन कुछ भारतीय बल्लेबाज ऐसे भी हैं, जो इस साल इस फेरहिस्त में ऊपर आने से खुद को बचाने के लिए प्रयास करते नजर आएंगे।
खेल-कूद
IPL Auction: 13 साल के वैभव सूर्यवंशी ने रचा इतिहास, बन गए सबसे युवा करोड़पति
पटना। बिहार के वैभव सूर्यवंशी ने महज 13 साल की उम्र में इतिहास रच दिया है। वैभव को आईपीएल मेगा नीलामी में राजस्थान रॉयल्स ने 1.1 करोड़ रुपये में खरीद लिया है। 13 साल 243 दिन की उम्र में वैभव आईपीएल के इतिहास में सबसे कम उम्र के खिलाड़ी बन गए। रॉयल्स और दिल्ली कैपिटल्स उन्हें अपने साथ जोड़ने में दिलचस्पी दिखाई। राजस्थान ने 1.1 करोड़ रुपये में अपने साथ जोड़ा।
वैभव ने हाल ही में सबका ध्यान अपनी ओर खींचा जब वह अंतरराष्ट्रीय शतक बनाने वाले सबसे युवा बल्लेबाज (13 वर्ष, 288 दिन) बने। उन्होंने चेन्नई में ऑस्ट्रेलिया अंडर-19 के खिलाफ भारत अंडर-19 के लिए खेले गए यूथ टेस्ट में 62 गेंदों पर 104 रन बनाए। बाएं हाथ के इस खिलाड़ी ने 58 गेंदों पर शतक बनाया। यह किसी भारतीय का सबसे तेज यूथ टेस्ट शतक और दुनिया में दूसरा सबसे तेज शतक था।
वैभव एक बेहतरीन खिलाड़ी है और उम्मीद जताई जा रही है कि 2025 आईपीएल में वह जबरदस्त प्रदर्शन करेंगे। वैभव की बात करें तो वह बिहार के समस्तीपुर जिले के रहने वाले हैं। महज 13 साल के बेटे के करोड़पति बनने के बाद उनके पिता भावुक नजर आ रहे हैं।
एक मीडिया चैनल को दिए गए इंटरव्यू में वैभव के पिता संजीव सूर्यवंशी ने कहा कि अपने बेटे के सपने को पूरा करने के लिए उन्होंने बहुत कुछ किया। अपनी खेती तक की जमीन बेच दी ताकि वैभव क्रिकेट खेल सके और अपना करियर बना सके। वैभव के बारे में बात करते हुए पिता ने बताया कि उसे हमेशा से क्रिकेट में रूचि थी और वह महज 5 साल का था, तब से क्रिकेट खेल रहा है। वैभव को उनके पिता ने ही घर में नेट प्रैक्टिस करवाई, जिसके बागद समस्तीपुर क्रिकेट एकेडमी भेजा। उनके पिता ने बेटे की कामयाबी के लिए बिहार क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष राकेश तिवारी का भी शुक्रिया किया।
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