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चोट के बाद दिव्या ने जीता है पदक : पिता

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नई दिल्ली, 21 अगस्त (आईएएनएस)| अपने पहले ही एशियाई खेलों में कांस्य पदक जीतने वाली भारत की महिला पहलवान दिव्या काकरान के पिता अपनी बेटी की सफलता से बेहद खुश हैं। दिव्या के पिता सूरज ने बेटी के पदक जीतने के बाद कहा है कि उनकी बेटी ने चोटिल होने के बावजूद पदक जीता है।

दिव्या ने कांस्य पदक के मैच में चीनी ताइपे की चेन वेनलिंग को 10-0 से तकनीकी दक्षता के आधार पर मुकाबल जीत अपने पहले ही एशियाई खेलों में पदक जीता। दिव्या को मंगोलिया की पहलवान तुमेनटसेटसेग शारखु ने क्वार्टर फाइनल में 11-1 से मात दी थी।

क्वार्टर फाइनल में हार के बाद दिव्या का स्वर्ण जीतने का सपना टूट गया था, लेकिन उन्हें कांस्य पदक का मैच खेलने का मौका मिला जहां उन्होंने बाजी मारी। दिव्या ने इस मौके को पूरी तरह से भुनाया और भारत की झोली में पदक डाला।

दिव्या के पदक जीतने के कुछ देर बाद उनके पिता सूरज पहलवान ने आईएएनएस से फोन पर कहा, बहुत खुश हैं। जूनियर एशियन चैम्पियनशिप में भी दिव्या ने पदक जीता था। उससे पहले राष्ट्रमंडल खेलों में भी दिव्या पदक जीत कर आई थी और अब एशियाई खेलों में भी उसने पदक जीत लिया। हमें तो खुशी ही खुशी दे रहा है भगवान।

सूरज ने कहा कि दिव्या से एक दिन पहले बात हुई थी उसने कहा था कि उसे चोट की परवाह नहीं है। उसके दिमाग में था कि यह खेल चार साल में एक बार आते हैं इसलिए वह इसका पूरा फायदा उठाना चाहती थी।

सूरज ने कहा, असल में उसे चोट भी लगी थी इसलिए हमें चिंता भी हो रही थी कि पता नहीं क्या होगा। उसके बाद सुशील कुमार और साक्षी मलिक जैसे खिलाड़ी हार गए थे तो हमें लगा पता नहीं क्या होगा। तब दिव्या ने कहा था कि पापा मैं अपनी तरफ से पूरी कोशिश करूंगी। उसे चोट भी लगी थी, लेकिन फिर भी मैच खेला कह रही थी कि चार साल में एक बार मौका मिलता है जैसा भी होगा खेलूंगी। इलाज तो मैं कराती रहूंगी।

दिव्या ने इसी साल आस्ट्रेलिया के गोल्ड कोस्ट में आयोजित किए गए राष्ट्रमंडल खेलों में भी कांस्य पदक पर कब्जा जमाया था। दिव्या ने इसी साल भारत केसरी दंगल में दिग्गज पहलवान गीता फोगाट को मात दी थी।

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पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में बड़ा आतंकी हमला, 38 लोगों की मौत

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पख्तूनख्वा। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में बड़ा आतंकी हमला हुआ है। इस हमले में 38 लोगों की मौत हो गई है। यह हमला खैबर पख्तूनख्वा के डाउन कुर्रम इलाके में एक पैसेंजर वैन पर हुआ है। हमले में एक पुलिस अधिकारी और महिलाओं समेत दर्जनों लोग घायल भी हुए हैं। जानकारी के मुताबिक उत्तर-पश्चिमी पाकिस्तान के अशांत प्रांत खैबर पख्तूनख्वा में आतंकियों ने शिया मुस्लिम नागरिकों को ले जा रहे यात्री वाहनों पर गोलीबारी की है। यह क्षेत्र में हाल के वर्षों में इस तरह का सबसे घातक हमला है। मृतकों की संख्या में इजाफा हो सकता है।

AFP की रिपोर्ट के मुताबिक इस हमले में 38 लोगों की मौत हुई है. पैसेंजर वैन जैसे ही लोअर कुर्रम के ओचुट काली और मंदुरी के पास से गुजरी, वहां पहले से घात लगाकर बैठे आतंकियों ने वैन पर अंधाधुंध गोलियां बरसानी शुरू कर दीं. पैसेंजर वैन पाराचिनार से पेशावर जा रही थी। पाकिस्तान की समाचार एजेंसी डॉन के मुताबिक तहसील मुख्यालय अस्पताल अलीजई के अधिकारी डॉ. ग़यूर हुसैन ने हमले की पुष्टि की है.

शिया और सुन्नी मुसलमानों के बीच तनाव 

अफगानिस्तान की सीमा से लगे कबायली इलाके में भूमि विवाद को लेकर शिया और सुन्नी मुसलमानों के बीच दशकों से तनाव बना हुआ है। किसी भी समूह ने घटना की जिम्मेदारी नहीं ली है। जानकारी के मुताबिक “यात्री वाहनों के दो काफिले थे, एक पेशावर से पाराचिनार और दूसरा पाराचिनार से पेशावर यात्रियों को ले जा रहा था, तभी हथियारबंद लोगों ने उन पर गोलीबारी की।” चौधरी ने बताया कि उनके रिश्तेदार काफिले में पेशावर से यात्रा कर रहे थे।

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