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आध्यात्म

छठ को राष्ट्रीय पर्व घोषित करने की मांग पर सकारात्मक पहल

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पटना, 29 अक्टूबर (आईएएनएस)| स्वयंसेवी संस्था ‘मिथिलालोक फाउंडेशन’ द्वारा छठ महापर्व को ‘राष्ट्रीय पर्व’ घोषित किए जाने की मांग को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखे गए पत्र पर सकारात्मक पहल हुई है।

पत्र को आगे समुचित कार्रवाई के लिए आगे बढ़ाया गया है। इस बीच, प्रधानमंत्री ने रविवार को अपने मासिक रेडियो प्रसारण ‘मन की बात’ में भी छठ पर्व को शुद्धि का पर्व बताते हुए इसकी तारीफ की और कहा कि सफाई की महत्ता इस पर्व के साथ जुड़ी हुई है।

फाउंडेशन के अध्यक्ष डॉ़ बीरबल झा ने बताया कि संस्था की ओर से प्रधानमंत्री को लिखे गए पत्र पर सकारात्मक पहल की गई है।

उन्होंने बताया, छठ पर्व को राष्ट्रीय पर्व का दर्जा देने की मांग को लेकर पत्र लिखे जाने के महज एक सप्ताह के भीतर प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जवाब आया है कि पत्र को आगे समुचित कार्रवाई के लिए अग्रसारित किया गया है।

शिक्षाविद् डॉ. झा ने प्रधानमंत्री मोदी को 23 अक्टूबर को एक पत्र लिखा था, जिसमें छठ महापर्व से जुड़ी जनभावनाओं और इस त्योहार के वैज्ञानिक महत्व पर प्रकाश डालते हुए इसे स्वच्छता का राष्ट्रीय पर्व घोषित करने का सुझाव दिया था।

उन्होंने पत्र में कहा था कि अन्य पर्व-त्योहारों में लोग पूजा के बाद प्रतिमा व अन्य पूजावशेष जलाशयों में विसर्जित करते हैं, जबकि छठ पर्व में लोग नदी, तालाब, पोखरा व अन्य जलाशयों समेत सड़कों व गलियों की सफाई करते हैं।

डॉ़ झा ने छठ को पर्यावरण संरक्षण, रोग-निवारण और अनुशासन का पर्व बताया है। जाहिर है कि छठ में परिवेश की स्वच्छता के साथ-साथ पवित्रता के कठिन नियमों का पालन किया जाता है। पत्र में उन्होंने यह भी बताया है कि प्रकृति की उपासना के इस महापर्व को किस प्रकार भारत सरकार के स्वच्छता अभियान से जोड़ा जा सकता है।

उन्होंने पत्र में कहा है कि सूर्य की पूर्जा का संदर्भ ऋग्वेद में मिलता है। जाहिर है कि छठ पूजा की परंपरा अति प्राचीन है, जिसे स्वच्छता का राष्ट्रीय पर्व घोषित किए जाने से प्रकृति-पूजा की इस संस्कृति का प्रसार देशभर में होगा और इससे स्वच्छ भारत की परिकल्पना को साकार करने में मदद मिलेगी।

इस पत्र के जवाब में 28 अक्टूबर को मिथिलालोक फाउंडेशन को प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा भजे गए पत्र में यह स्पष्ट किया गया है कि आगे की कार्रवाई की जानकारी उन्हें दी जाएगी। साथ ही उसकी एक प्रति पीएमओ के पोर्टल पर भी अपलोड की जाएगी।

छठ पूजा इस साल 26-27 अक्टूबर को बिहार, दिल्ली, पूर्वी उत्तर प्रदेश व मुंबई सहित कई राज्यों में धूमधाम से मनाया गया। छठ के क्रम में व्रतियों ने 24 को नहाय-खाय और 25 अक्टूबर को खरना किया।

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उत्तर प्रदेश

जगतगुरु कृपालु जी महाराज की तीनों बेटियों का एक्सीडेंट, बड़ी बेटी डॉ. विशाखा त्रिपाठी की मौत

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नोएडा। उत्तर प्रदेश के नोएडा में यमुना एक्सप्रेसवे पर रविवार सुबह करीब 5 बजे भीषण हादसा हो गया। इस हादसे में जगतगुरु कृपालु जी महाराज की बड़ी बेटी डॉ. विशाखा त्रिपाठी की मौत हो गई। इसके अलावा उनकी दो बेटियां गंभीर रूप से घायल हैं। घायल दोनों बेटियों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहां उनका इलाज चल रहा है। हादसे के बाद जगतगुरु कृपालु परिषत की ओर से शोक संदेश भी जारी किया गया है। संदेश जारी करने के बाद भक्तों द्वारा इस घटना को लेकर दुख व्यक्त किया जा रहा है।

दिल्ली जाते समय हुआ हादसा बताया जा रहा है कि मथुरा से जगतगुरु कृपालु जी महाराज की तीनों बेटियां डॉ. विशाखा त्रिपाठी, डॉ. कृष्णा त्रिपाठी और डॉ. श्यामा त्रिपाठी कार से दिल्ली एयरपोर्ट जाने के लिए निकलीं थीं। उनके साथ आश्रम से जुड़े अन्य लोग भी मौजूद थे। दिल्ली एयरपोर्ट से उनको फ्लाइट पड़कर सिंगापुर जाना था। कार यमुना एक्सप्रेसवे पर दनकौर कोतवाली क्षेत्र में पहुंची थी। इसी दौरान तेज रफ्तार की एक डीसीएम ने आगे चल रही दोनों कारों में टक्कर मार दिया। टक्कर लगने के बाद कार क्षतिग्रस्त हो गईं।

हादसे में बड़ी बेटी का निधन

हादसे में कृपालु जी की बड़ी बेटी 65 साल की डॉ. विशाखा त्रिपाठी का निधन हुआ है. हादसा दो छोटी बेटियों, डॉ. श्यामा त्रिपाठी व डॉ. कृष्णा त्रिपाठी की हालत गंभीर बताई जाती जा रही है. सभी घायलों को पास के अस्पताल में भर्ती करवाया गया है. सिंगापुर जाने के लिए तीनों बहनें फ्लाइट पकड़ने एयरपोर्ट के लिए जा रही थीं.

 

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