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दमदार कहानी पर जोर देना बॉलीवुड ने सिखाया : करिश्मा तन्ना
मुंबई, 11 जून (आईएएनएस)| अभिनेत्री करिश्मा तन्ना ने कहा कि असुरक्षा व प्रतिस्पर्धा से भरे फिल्म उद्योग में उन्होंने सीखा है कि कैसे हमेशा खुद को अच्छी सामग्री के साथ पर्दे पर पेश किया जाए। करिश्मा जल्द ही कल्पनाओं व रोमांच से भरपूर ‘कयामत की रात’ से एक बार छोटे पर्दे पर नजर आएंगी।
करिश्मा (34) ने अपने अभिनय करियर की शुरुआत ‘क्योंकि सास भी कभी बहू थी’ से वर्ष 2000 में की थी और उन्हें छोटे पर्दे पर पूरे 18 साल हो गए हैं।
अपनी इस यात्रा को आश्चर्यजनक बताते हुए करिश्मा ने आईएएनएस को बताया, इस यात्रा में मुझसे सबसे अच्छी चीज यह लगी कि मैंने अलग-अलग शो किए हैं और मुझे अलग-अलग किरदार निभाने का मौका मिला, जिनसे मैं वास्तव में प्यार करती हूं और यह मुझे चुनौती देते थे.. मैं उद्योग में और अधिक विकसित हुई हूं।
करिश्मा ने कहा कि शोबिज उद्योग आपको सामग्रीपरक रहना सिखाता है।
उन्होंने कहा, आप कैसे संतुलन बनाए रखते हैं और आप कैसे सामग्रीपरक होने की कोशिश करते हैं, कैसे खुश और सकारात्मक रहते हैं, एक बड़ा सौदा है .. यह उद्योग आपको सिखाता है।
करिश्मा स्टार प्लस के रोमांस, वासना और प्रतिशोध जैसी भावनाओं वाले शो ‘कयामत की रात’ में गौरी की भूमिका में नजर आएंगी।
शो का हिस्सा बनने पर करिश्मा ने कहा, मैं बहुत खुश हूं, लेकिन आप और अधिक चाहते हैं और आप अच्छे काम के लालची हैं। इसलिए, मेरे पास हर समय अच्छे काम करने की प्रेरणा होती है। मैं बहुत खुश हूं 2018 मुझे बहुत ही आशाजनक नजर आ रहा है। मैं दर्शकों की प्रतिक्रिया को लेकर उत्साहित और रोमांचित हूं।
क्या वह छोटे पर्दे पर दिखाए जा रही सामग्री से खुश हैं?
उन्होंने कहा, वास्तव में नहीं। यही कारण है कि आपने मुझे लंबे समय से टीवी पर नहीं देखा .. अगर सामग्री बहुत आकर्षक नहीं है, क्योंकि एक अभिनेत्री के रूप में सामग्री का अच्छा होना बहुत जरूरी है, और वह मुझे अपील नहीं कर रही तो मैं काम नहीं करूंगी। यही कारण है कि मैंने टेलीविजन से काफी लंबा ब्रेक ले लिया था।
करिश्मा ने कहा, अब मैं टीवी पर वापसी कर रही हूं, क्योंकि जो कंटेंट मेरे सामने पेश की गई है, वह बहुत अच्छी और मजेदार है।
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पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में बड़ा आतंकी हमला, 38 लोगों की मौत
पख्तूनख्वा। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में बड़ा आतंकी हमला हुआ है। इस हमले में 38 लोगों की मौत हो गई है। यह हमला खैबर पख्तूनख्वा के डाउन कुर्रम इलाके में एक पैसेंजर वैन पर हुआ है। हमले में एक पुलिस अधिकारी और महिलाओं समेत दर्जनों लोग घायल भी हुए हैं। जानकारी के मुताबिक उत्तर-पश्चिमी पाकिस्तान के अशांत प्रांत खैबर पख्तूनख्वा में आतंकियों ने शिया मुस्लिम नागरिकों को ले जा रहे यात्री वाहनों पर गोलीबारी की है। यह क्षेत्र में हाल के वर्षों में इस तरह का सबसे घातक हमला है। मृतकों की संख्या में इजाफा हो सकता है।
AFP की रिपोर्ट के मुताबिक इस हमले में 38 लोगों की मौत हुई है. पैसेंजर वैन जैसे ही लोअर कुर्रम के ओचुट काली और मंदुरी के पास से गुजरी, वहां पहले से घात लगाकर बैठे आतंकियों ने वैन पर अंधाधुंध गोलियां बरसानी शुरू कर दीं. पैसेंजर वैन पाराचिनार से पेशावर जा रही थी। पाकिस्तान की समाचार एजेंसी डॉन के मुताबिक तहसील मुख्यालय अस्पताल अलीजई के अधिकारी डॉ. ग़यूर हुसैन ने हमले की पुष्टि की है.
शिया और सुन्नी मुसलमानों के बीच तनाव
अफगानिस्तान की सीमा से लगे कबायली इलाके में भूमि विवाद को लेकर शिया और सुन्नी मुसलमानों के बीच दशकों से तनाव बना हुआ है। किसी भी समूह ने घटना की जिम्मेदारी नहीं ली है। जानकारी के मुताबिक “यात्री वाहनों के दो काफिले थे, एक पेशावर से पाराचिनार और दूसरा पाराचिनार से पेशावर यात्रियों को ले जा रहा था, तभी हथियारबंद लोगों ने उन पर गोलीबारी की।” चौधरी ने बताया कि उनके रिश्तेदार काफिले में पेशावर से यात्रा कर रहे थे।
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