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अन्तर्राष्ट्रीय

दुर्घटनाग्रस्त हेलीकॉप्टर पूरी तरह उड़ने योग्य था : पाकिस्तान

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इस्लामाबाद |पाकिस्तान के एयर चीफ मार्शल सोहेल अमन ने शनिवार को कहा कि शुक्रवार को दुर्घटनाग्रस्त हुआ एमआई-17 हेलीकॉप्टर उतरने के ठीक पहले एक यांत्रिकी गड़बड़ी की वजह से नियंत्रण से बाहर हो गया था। इस हादसे में दो विदेशी राजदूतों की मौत हो गई। समाचार चैनल जियो न्यूज की एक रपट के मुताबिक, उतरने के पहले हेलीकॉप्टर की स्थिति सामान्य थी, लेकिन अचानक वह नियंत्रण से बाहर हो गया।

उन्होंने कहा, “हमारे बेस कमांडर ने हेलीकॉप्टर का निरीक्षण किया था और उसमें कोई गड़बड़ी नहीं पाई गई थी। उतरने के ठीक पहले वह नियंत्रण से बाहर हो गया।” सेना का एमआई-17 हेलीकॉप्टर पाक अधिकृत कश्मीर के गिलगिट-बाल्टिस्तान के निकट नाल्तर घाटी में एक स्कूल के पास उतरते समय दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। इसमें कुल 17 यात्री सवार थे, जिनमें 11 विदेशी, जबकि छह पाकिस्तानी नागरिक थे। मृतकों में फिलीपींस के राजदूत डोमिंगो डी.लूसेनारियो जूनियर तथा नार्वे के राजदूत लीफ लार्सेन थे। इसके अलावा, मलेशिया और इंडोनेशिया के राजदूतों की पत्नियां, तीन पाकिस्तानी नागरिक (दो पायलट और उड़ान दल का एक सदस्य) भी इस हादसे में मारे गए। जबकि नीदरलैंड के राजदूत मार्सल डे विंक तथा पोलैंड के राजदूत आंद्रजेज एनाकिज घायल हो गए।

अमन के मुताबिक, जांच शुरू कर दी गई है और हादसे का विस्तृत विश्लेषण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि हेलीकॉप्टर उड़ाने वाले पायलट कुशल तथा बेहतरीन थे और उस इलाके में वे कई बार उड़ान भर चुके थे। हादसे में आतंकवादियों की भूमिका को खारिज करते हुए विदेश सचिव ऐजाज चौधरी ने कहा कि हादसा इंजन में खराबी की वजह से हुआ। डान ऑनलाइन ने एक सैन्य अधिकारी के हवाले से कहा, “हेलीकॉप्टर की नियमित सर्विसिंग के बाद उसने 11 घंटे तक उड़ान भरी, जिसके बाद वह दुर्घटना का शिकार हुआ।” यह हेलीकॉप्टर साल 2002 से ही पाकिस्तान सेना में था। पाकिस्तान सेना की उड़ान शाखा ने साल 1990 के दशक के उत्तरार्ध में रूस निर्मित एमआई-17 परिवहन हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल शुरू किया था।

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पीएम मोदी को मिलेगा ‘विश्व शांति पुरस्कार’

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नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को विश्व शांति पुरस्कार देने की घोषणा की गई है। यह पुरस्कार उन्हें अमेरिका में प्रदान किया जाएगा। इंडियन अमेरिकन माइनॉरटीज एसोसिएशन (एआइएएम) ने मैरीलैंड के स्लिगो सेवंथ डे एडवेंटिस्ट चर्च ने यह ऐलान किया है। यह एक गैर सरकारी संगठन है। यह कदम उठाने का मकसद अमेरिका में भारतीय अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों के कल्याण को प्रोत्साहित करने के लिए उन्हें एकजुट करना है। पीएम मोदी को यह पुरस्कार विश्व शांति के लिए उनके द्वारा किए जा रहे प्रयासों और समाज को एकजुट करने के लिए दिया जाएगा।

इसी कार्यक्रम के दौरान अल्पसंख्यकों का उत्थान करने के लिए वाशिंगटन में पीएम मोदी को मार्टिन लूथर किंग जूनियर ग्लोबल पीस अवार्ड से सम्मानित किया जाएगा। इस पुरस्कार को वाशिंगटन एडवेंटिस्ट यूनिवर्सिटी और एआइएएम द्वारा संयुक्त रूप से दिया जाएगा। जिसका मकसद अस्पसंख्यकों के कल्याण के साथ उनका समावेशी विकास करना भी है।

जाने माने परोपकारी जसदीप सिंह एआइएम के संस्थापक और चेयरमैन नियुक्त किए गए हैं। इसमें अल्पसंख्यक समुदाय को प्रोत्साहित करने के लिए 7 सदस्यीय बोर्ड डायरेक्टर भी हैं। इसमें बलजिंदर सिंह, डॉ. सुखपाल धनोआ (सिख), पवन बेजवाडा और एलिशा पुलिवार्ती (ईसाई), दीपक ठक्कर (हिंदू), जुनेद काजी (मुस्लिम) और भारतीय जुलाहे निस्सिम रिव्बेन शाल है।

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