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नेशनल

देवास नोट छापाखाना के अधिकारी के पास से 90 लाख रुपये बरामद

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देवास,19 जनवरी (आईएएनएस)| मध्य प्रदेश के देवास जिले में स्थित बैंक नोट प्रेस के एक अधिकारी के दफ्तर और घर से 90 लाख 49 रुपये बरामद किए गए हैं।

आरोपी को पुलिस हिरासत में ले लिया गया है। बैंक नोट प्रेस थाने के प्रभारी उमराव सिंह ने आईएएनएस से कहा कि शुक्रवार सुबह प्रेस में तैनात केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल के जवानों को डिप्टी कंट्रोल अधिकारी मनोहर वर्मा की गतिविधियां संदिग्ध लगीं। उसके जूतों की तलाशी में दो सौ के नोट की गड्डी निकली।

सिंह ने बताया कि वर्मा के दफ्तर और घर की तलाशी ली गई तो कुल 90 लाख 49 हजार रुपये की रकम बरामद की गई। वर्मा के दफ्तर और घर से बरामद रकम में 500 रुपये और 200 रुपये के नोट ही हैं, जिनकी छपाई इस बैंक नोट प्रेस में होती है।

पुलिस सूत्रों ने बताया कि वर्मा के ऑफिस से 26 लाख 49 हजार रुपये मिले, तो घर से 64 लाख रुपये की बरामदगी हुई। वर्मा को शुक्रवार को न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उन्हें 22 जनवरी तक के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया गया।

आरोपी ने संवाददाताओं से चर्चा के दौरान स्वीकार किया कि उसकी पदस्थापना कंट्रोल सेक्शन में अप्रैल में हुई थी। लेकिन नोट की चोरी उसने पिछले तीन माह से ही शुरू की थी। उसे जब मौका मिलता, वह अपनी शर्ट व जूते में नोट छुपाकर ले जाता था। जूतों में वह खास तरह से नोट की गड्डी को फंसाता था, ताकि चलने में दिक्कत न हो और कोई उसकी चाल से शक भी न कर सके।

उमराव सिंह ने बताया है कि आरोपी के पास से जो नोट बरामद हुए हैं, उनमें कुछ तकनीकी खामियां हैं, मगर उन्हें बाजार में आसानी से चलाया जा सकता है।

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नेशनल

बीजेपी सांसद तेजस्वी सूर्या पर कर्नाटक में FIR दर्ज, फेक न्यूज फैलाने का है आरोप

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बेंगलुरु। बीजेपी सांसद तेजस्वी सूर्या पर कर्नाटक में एफआईआर दर्ज हुई है। तेजस्वी पर एक किसान की आत्महत्या के मामले को वक्फ बोर्ड के साथ भूमि विवाद से जोड़कर फर्जी खबर फैलाने का आरोप है। पुलिस ने स्पष्ट किया कि किसान की आत्महत्या का कारण कर्ज और फसल खराबी था, न कि जमीन का विवाद। इस मामले ने कर्नाटक में राजनीति को गरमा दिया है।

हावेरी जिले के पुलिस अधीक्षक ने इस मामले में बताया कि किसान की मौत जनवरी 2022 में हुई थी। उन्होंने कहा कि किसान ने आत्महत्या की वजह कर्ज और फसल नुकसान बताया गया था। पुलिस ने मामले की जांच पूरी करके रिपोर्ट भी प्रस्तुत कर दी थी। सूर्या की पोस्ट के बाद इस घटना को लेकर राजनीतिक हलचल तेज हो गई, और सोशल मीडिया पर चर्चाएं शुरू हो गईं।

कन्नड़ न्यूज पोर्टल के संपादकों पर भी FIR दर्ज

इस मामले में केवल तेजस्वी सूर्या ही नहीं, बल्कि दो कन्नड़ न्यूज़ पोर्टल के संपादकों के खिलाफ भी FIR दर्ज की गई है। इन पोर्टल्स ने एक हेडलाइन में दावा किया कि किसान की आत्महत्या वक्फ बोर्ड के भूमि विवाद से जुड़ी थी। पुलिस का कहना है कि इस प्रकार की गलत जानकारी किसानों में तनाव फैला सकती है और इसीलिए मामला दर्ज किया गया है।

वहीँ एफआईआर दर्ज होने के बाद तेजस्वी सूर्या ने इसपर सफाई दी है। उन्होंने कहा कि हाल ही में वक्फ भूमि के नोटिसों ने किसानों के बीच चिंता बढ़ाई है, जिसके चलते उन्होंने प्रारंभिक रिपोर्ट पर विश्वास किया।

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