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बिजनेस

देश में प्रौद्योगिकी खर्च 12 फीसदी बढ़ेगा : रपट

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नई दिल्ली, 30 जनवरी (आईएएनएस)| सॉफ्टवेयर पर होने वाले खर्च में तेज बढ़ोतरी से भारत में प्रौद्योगिकी पर होनेवाले खर्च में साल 2018 में 12 फीसदी की वृद्धि का अनुमान है। फोरेस्टर की देश के प्रौद्योगिकी बाजार को लेकर जारी नवीनतम दृष्टिकोण में यह जानकारी दी गई है। रपट में कहा गया है कि देश में 2018 में प्रौद्योगिकी पर किए जाने वाले खर्च का करीब 11 फीसदी सॉफ्टवेयर पर किया जाएगा। जबकि विकसित देशों में सॉफ्टवेयर पर किया जानेवाला खर्च करीब 20 फीसदी या उससे अधिक होता है।

रपट में बताया गया है कि भारत में सॉफ्टवेयर श्रेणी पर खर्च आनेवाले समय में तेजी से बढ़ेगा।

रपट के लेखक और शोध निदेशक तथा कंपनी के उपाध्यक्ष आशुतोष शर्मा ने कहा, हालांकि नोटबंदी और जीएसटी (वस्तु एवं सेवा कर) को तेजी से लागू करने से 2017 में विकास दर प्रभावित हुआ है। लेकिन सरकार अब सुधारों के लागू करने की बेहतर स्थिति में है और भारतीय अर्थव्यवस्था की खोई हुई तेजी वापस लौट रही है। साल 2018 और 2019 में भारतीय अर्थव्यवस्था के तेजी से बढ़ने की संभावना है।

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बिजनेस

जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

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नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

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