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अन्तर्राष्ट्रीय

नेपाल में बड़ी संख्या में मंदिर नष्ट

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अंबी खैरनी | नेपाल में विनाशकारी भूकंप के बाद बड़ी संख्या में मंदिर नष्ट हो गए हैं। इस संकट की घड़ी में ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों के सुरक्षित स्थानों पर चले जाने से ऐसा प्रतीत हो रहा है कि मंदिर सुनसान छोड़ दिए गए हैं। अपनी समृद्ध विरासत, विशालकाय मंदिरों और मजबूत धार्मिक रीति-रिवाजों के लिए प्रख्यात नेपाल में बड़ी संख्या में छोटे और मध्य आकार के मंदिर और पूजास्थल तबाह हो गए हैं। राजमार्गो के किनारे और गांवों में मौजूद मंदिर इस त्रासदी से सुनसान हो गए हैं। यहां के स्थानीय निवासियों का कहना है कि नेपाल में 25 अप्रैल को आए विनाशकारी भूकंप के बाद से ये पूजास्थल व्यापक स्तर पर नष्ट हो गए हैं। इस गांव के सड़क किनारे एक छोटे से मंदिर में गणेश की मूर्ति में कई दरारें आ गई हैं। मूर्ति पर लगा सूखा सिंदूर और सड़े गले फूल ही इस स्थल की निशानी हैं। काठमांडू के राजमार्ग पर दास डुंगा पर स्थित देवी दुर्गा का मंदिर अपेक्षाकृत अन्य मंदिरों के मुकाबले बड़ा है। इस मंदिर में बरामदा, छोटे कंक्रीट के बने बेंच और एक लोकप्रिय नेता मदन भंडारी की मूर्ति लगी है। इस नेता की मौत कई साल पहले कार दुर्घटना में हुई थी।

इस क्षेत्र के निवासी सुदीप बसतोला ने कहा कि दिवंगत नेता की याद में इस मूर्ति का निर्माण कराया गया था। सामान्य दिनों में यहां से गुजरने वाला प्रत्येक व्यक्ति और वाहन यहां रुककर सुरक्षित यात्रा के लिए प्रार्थना करता है। चंडीभायांग के कालीखोला में स्थित शिव की मूर्ति भी परित्यक्त है। यह मूर्ति पत्थर की बनी है। लोगों का कहना है कि पिछले सप्ताह तक यह एक अच्छा-खासा मंदिर था। लोग यहां सुख-समृद्धि और सुरक्षा के लिए छोटे त्रिशूल अर्पित करते थे। अलीस महाराजन ने आईएएनएस को बताया, “ग्रामीण अक्सर यहां प्रार्थना करने आते थे। लेकिन अब ज्यादातर लोग सुरक्षित स्थानों पर चले गए हैं।” एक अन्य ग्रामीण ने बताया, “इस तरह लोगों ने अपने भगवान से मुंह मोड़ लिया है। संकट की घड़ी में इस तरह का बर्ताव माफ करने योग्य है।”

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लाहौर में प्रदूषण ने तोड़े सारे रिकार्ड, 1900 तक पहुंचा AQI, स्कूल बंद

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नई दिल्ली। पड़ोसी देश पाकिस्तान में प्रदूषण ने सारे रिकार्ड तोड़ दिए हैं। पाकिस्तान के लाहौर शहर का AQI 1900 पहुंच गया है जो शहर में अब तक का सबसे ज्यादा एक्यूआई है। प्रांतीय सरकार और स्विस समूह IQAir द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, शनिवार को पाकिस्तान-भारत सीमा के पास अब तक का सबसे अधिक प्रदूषण दर्ज किया गया। इसी के साथ लाहौर रविवार को दुनिया के सबसे प्रदूषित शहरों की रियल टाइम सूची में पहले नंबर पर पहुंच गया।

बढ़ते वायु प्रदूषण को देखते हुए लाहौर में आपातकाल जैसा माहौल है। वायु की खतरनाक गुणवत्ता को देखते हुए लाहौर प्रशासन ने वर्क फ्रॉम होम करने का आदेश दिया है। इसके साथ ही विभिन्न शहरों में प्राथमिक विद्यालयों को बंद करने की घोषणा की गई है। वहीं पंजाब की वरिष्ठ मंत्री मरियम औरंगजेब ने कहा है कि, सरकार ने माता-पिता को यह सुनिश्चित करने की सलाह देते हुए प्राथमिक विद्यालयों को एक सप्ताह के लिए बंद कर दिया है कि बच्चे मास्क पहनें, क्योंकि शहर में धुंध की मोटी चादर छाई हुई है। उन्होंने कहा कि वाहन प्रदूषण को कम करने के लिए 50 प्रतिशत कार्यालय कर्मचारी घर से काम करेंगे।

मरियम औरंगजेब ने आगे कहा है कि पिछले एक सप्ताह से भारत से हवा की दिशा लाहौर की ओर हो गई है और इस वजह से धुंध बढ़ गई है। उन्होंने कहा कि इस तरह की हवाएं अमृतसर और चंडीगढ़ से आ रही हैं और इस वजह से लाहौर में AQI लगातार बिगड़ता जा रहा है।
मरियम ने कहा है कि अगर हालत और खराब हुए तो शहर में उद्योगों को बंद कर दिया जाएगा। यहां तक कि पराली जलाने वाले किसानों को गिरफ्तार किया जाएगा। कुछ इसी तरह की कार्रवाई भारत की हरियाणा और पंजाब सरकार भी कर रही है, जहां पराली जलाने को लेकर बड़ी संख्या में किसानों पर मुकदमे दर्ज हुए हैं।

 

 

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