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बिजनेस

प्रोविजनल जीएसटी आईडी वाले व्यापारियों को 22 सितंबर तक की मोहलत

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नई दिल्ली, 8 जुलाई (आईएएनएस)| वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) के तहत प्रोविजनल (अनंतिम) पंजीकरण करानेवाले व्यापारियों को संबंधित दस्तावेज जमा कराने के लिए 22 सितंबर तक का वक्त दिया गया है ताकि वे पंजीकरण हासिल कर सकें। वित्त मंत्रालय ने शनिवार को यह जानकारी दी। मंत्रालय द्वारा यहां जारी बयान में कहा गया, जिन लोगों के पास पीआईडी है वे पंजीकरण का प्रमाणपत्र प्राप्त करने के लिए जीएसटीएन पर आवश्यक दस्तावेज जमा कर सकते हैं। इस प्रक्रिया को पूरा करने के लिए तीन महीनों का वक्त दिया गया है, जो आवश्यक रूप से 22 सितंबर या उससे पहले पूरा हो जाना चाहिए।

इसमें कहा कि अनंतिम तौर पर वे उनको मिले पीआईडी के आधार पर कर चालान (टैक्स इनवायस) जारी कर सकते हैं।

मंत्रालय ने कहा कि जिन लोगों के पास पीआईडी है और जिन्होंने कंपोजिसन स्कीम चुना है, उन्हें इस संदर्भ में जीएसटीएन के निर्धारित फार्म में यह विकल्प चुनकर 21 जुलाई तक या इससे पहले जमा करना होगा।

जो व्यक्यि नया पंजीकरण करना चाहते हैं वे जिन दिन पंजीकरण के उत्तरदायी होते हैं उससे 30 दिन के अंदर पंजीकरण कराना होगा।

पंजीकरण के लिए आवेदक देयता की तारीख और पंजीकरण प्रमाण पत्र जारी करने की तारीख के बीच प्रदान की गई वस्तुओं या सेवाओं के लिए बिल जारी कर सकता है।

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प्रादेशिक

एस्सार ग्रुप के सह-संस्‍थापक शशि रुइया का 80 साल की उम्र में निधन

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मुंबई। एस्सार ग्रुप के सह-संस्‍थापक शशि रुइया का 80 साल की उम्र में निधन हो गया है। रुइया के पार्थिव शरीर को प्रार्थना और श्रद्धांजलि के लिए वालकेश्वर के बाणगंगा में रखा जाएगा। अंतिम संस्कार यात्रा रुइया हाउस से शाम 4 बजे हिंदू वर्ली श्मशान के लिए निकलेगी।

शशि रुइया ने अपने भाई रवि रुइया के साथ मिलकर एस्सार की स्थापना की थी। वह करीब एक महीने पहले अमेरिका से इलाज करा लौटे थे। मंगलवार को दोपहर 1 बजे से 3 बजे तक उनका पार्थिव शरीर रुइया हाउस में अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा। शाम चार बजे रुइया हाउस से शवयात्रा हिंदू वर्ली श्मशान घाट के लिए रवाना होगी।

उद्योगपति शशि रुइया ने अपने पिता नंद किशोर रुइया के मार्गदर्शन में 1965 में अपने व्यावसायिक दुनिया में कदम रखा। उन्होंने अपने भाई रवि के साथ मिलकर 1969 में चेन्नई बंदरगाह पर एक बाहरी ब्रेकवाटर का निर्माण कर एस्सार की नींव रखी। इसके बाद एस्सार ग्रुप ने इस्पात, तेल रिफाइनरी, अन्वेषण और उत्पादन, दूरसंचार, बिजली और निर्माण सहित विभिन्न क्षेत्रों में विस्तार किया।

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