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फेफड़े से 7 साल बाद निकाला गया मछली का कांटा

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कोच्चि। केरल के एक स्थानीय निवासी के फेफड़े में फंसा मछली का कांटा सात साल बाद ऑपरेशन कर बाहर निकाला गया। यहां के अमृता इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज एंड रिसर्च सेंटर के इंटरवेंशनल फेफड़े संबंधी विभाग के प्रमुख अरुण नायर ने कहा कि ओमान सैन्यबल के साथ आए मरीज को वर्ष 2009 से ही चिकित्सीय निगरानी में रखा गया था।

युवक के चिकित्सीय रिकॉर्ड के मुताबिक, वह तभी से आवर्तक निमोनिया से पीड़ित था लेकिन बीते शनिवार को फेफड़ों से मछली का कांटा निकालने के बाद उसने राहत की सांस ली। नायर ने बताया कि मरीज को सफल ब्रोन्कोस्कॉपी प्रक्रिया से गुजरना पड़ा। उसके दाहिने फेफड़े के निचले हिस्से में फंसे 1.5 सेंटीमीटर लंबा और 1.4 सेंटीमीटर चौड़ा मछली के कांटे को सफलतापूर्वक निकाल लिया गया है।

नायर ने कहा, “इससे उसकी जिंदगी को खतरा था। उसके फेफड़े में मवाद बनने का खतरा था।” चिकित्सक ने कहा कि इस युवक को पहले ओमान के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था, लेकिन वहां हुए सीटी स्कैन में मछली का कांटा दिखाई नहीं दिया। मछली का कांटा आमतौर पर बच्चों के फेफड़े में फंस जाता है। वयस्कों में ऐसा मामला कम ही देखने को मिलता है।

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फेमस न्यूक्लियर फिजिस्ट होमी जहांगीर भाभा का आज जन्मदिन, जानें कुछ उनके बारे में

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नई दिल्ली। इंडियन न्यूक्लियर प्रोग्राम के जनक और फेमस न्यूक्लियर फिजिस्ट होमी जहांगीर भाभा का आज जन्मदिन है। जे. भाभा, टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ फंडामेंटल रिसर्च (TIFR) के फाउंडिंग डायरेक्टर और फिजिक्स के प्रोफेसर भी थे। होमी जहांगीर भाभा का जन्म 30 अक्टूबर 1909 में एक अमीर पारसी परिवार में हुआ था। होमी जहांगीर भाभा के पिता का नाम जहांगीर होर्मुस्जी भाभा और माता का नाम मेहरबाई भाभा था, इनके पिता एक जाने-माने वकील थे जबकि माँ एक गृहिणी थीं।

होमी भाभा ने 16 साल की आयु में ही सीनियर कैम्ब्रिज परीक्षा पास कर ली थी। फिर वे गोनविले और कैयस कॉलेज में मैकेनिकल इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल करने के लिए कैम्ब्रिज गए। इसके बाद उन्होंने कैम्ब्रिज में कैवेंडिश लैब में रिसर्च करना शुरू किया और उनका पहला रिसर्च पेपर 1933 में प्रकाशित हुआ। दो साल बाद, उन्होंने अपनी पीएचडी हासिल की और 1939 तक कैम्ब्रिज में रहे।होमी भाभा ने छात्र के रूप में कोपेनहेगन में नोबेल पुरस्कार विजेता नील्स बोहर के साथ काम किया और क्वांटम सिद्धांत के विकास में प्रमुख भूमिका निभाई।

 

 

 

 

 

 

 

 

 

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