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अन्तर्राष्ट्रीय

फ्रांस ने अपने राजनयिकों के रूस से निकालने के फैसले पर अफसोस जताया

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पेरिस, 31 मार्च (आईएएनएस)| फ्रांस के विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि उसे रूस द्वारा चार फ्रांसीसी राजनयिकों को निष्कासित करने के फैसले पर अफसोस है। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, मंत्रालय ने कहा, फ्रांस दूतावास के चार कर्मचारियों को निकाले जाने के रूस के फैसले से हम हैरान नहीं हुए। हमें इसका अफसोस है और इस बात का जिक्र करना चाहते हैं कि आज तक रूस सैलिसबरी हमले में कोई स्पष्टीकरण देने से इनकार करता आया है।

गौरतलब है कि ब्रिटेन के सैलिसबेरी में पूर्व रूसी जासूस को विषाक्त पदार्थ के जरिए मारने की कोशिश की गई, माना जा रहा है कि इस हमले में रूस का ही हाथ है।

जहर के मामले में मचे बवाल के बीच फ्रांसीसी विदेश मंत्रालय ने कहा कि फ्रांस सभी अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों पर रूस के साथ रचनात्मक बात करने के लिए तैयार है।

चार मार्च को रूस के पूर्व खुफिया अधिकारी सर्गेई स्क्रीपल और उनकी 33 वर्षीय बेटी यूलिया सैलिसबरी के एक शॉपिंग सेंटर की बेंच पर बेसुध पड़े मिले थे।

ब्रिटिश सरकार ने स्क्रीपल पर नर्व टॉक्सिन एजेंट से हमला करने का आरोप रूस पर लगाया।

फ्रांस ने ब्रिटेन के साथ एकजुटता दिखाते हुए सोमवार को चार रूसी राजनयिकों से एक सप्ताह के भीतर देश (फ्रांस) छोड़ देने के लिए कहा और रूस पर पूर्व जासूस को जहर देने का आरोप लगाया।

इससे पहले शुक्रवार को रूस ने 23 देशों के 59 राजनयिकों को निष्कासित कर दिया था।

एक अलग बयान में रूसी विदेश मंत्रालय ने कहा कि उसने ब्रिटिश राजदूत को भी तलब किया है और उसे सूचित किया है कि ब्रिटेन को रूस में कार्यरत अपने राजनयिकों की संख्या में वैसे ही कटौती करनी होगी, जैसे रूस ने एक महीने के भीतर ब्रिटेन में किया है।

इससे पहले इस महीने की शुरुआत में स्क्रीपल पर नर्व एजेंट से हमले के मामले में दो दर्जन से ज्यादा देशों ने करीब 150 रूसी राजनयिकों को निकालने की घोषणा की।

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अन्तर्राष्ट्रीय

पीएम मोदी को मिलेगा ‘विश्व शांति पुरस्कार’

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नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को विश्व शांति पुरस्कार देने की घोषणा की गई है। यह पुरस्कार उन्हें अमेरिका में प्रदान किया जाएगा। इंडियन अमेरिकन माइनॉरटीज एसोसिएशन (एआइएएम) ने मैरीलैंड के स्लिगो सेवंथ डे एडवेंटिस्ट चर्च ने यह ऐलान किया है। यह एक गैर सरकारी संगठन है। यह कदम उठाने का मकसद अमेरिका में भारतीय अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों के कल्याण को प्रोत्साहित करने के लिए उन्हें एकजुट करना है। पीएम मोदी को यह पुरस्कार विश्व शांति के लिए उनके द्वारा किए जा रहे प्रयासों और समाज को एकजुट करने के लिए दिया जाएगा।

इसी कार्यक्रम के दौरान अल्पसंख्यकों का उत्थान करने के लिए वाशिंगटन में पीएम मोदी को मार्टिन लूथर किंग जूनियर ग्लोबल पीस अवार्ड से सम्मानित किया जाएगा। इस पुरस्कार को वाशिंगटन एडवेंटिस्ट यूनिवर्सिटी और एआइएएम द्वारा संयुक्त रूप से दिया जाएगा। जिसका मकसद अस्पसंख्यकों के कल्याण के साथ उनका समावेशी विकास करना भी है।

जाने माने परोपकारी जसदीप सिंह एआइएम के संस्थापक और चेयरमैन नियुक्त किए गए हैं। इसमें अल्पसंख्यक समुदाय को प्रोत्साहित करने के लिए 7 सदस्यीय बोर्ड डायरेक्टर भी हैं। इसमें बलजिंदर सिंह, डॉ. सुखपाल धनोआ (सिख), पवन बेजवाडा और एलिशा पुलिवार्ती (ईसाई), दीपक ठक्कर (हिंदू), जुनेद काजी (मुस्लिम) और भारतीय जुलाहे निस्सिम रिव्बेन शाल है।

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