Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

नेशनल

बढ़ेगी पारदर्शिता, जजों की नियुक्ति, प्रमोशन की जानकारी होगी सार्वजनिक

Published

on

Loading

नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट के कॉलेजियम ने एक अभूतपूर्व फैसले में भविष्य में विभिन्न हाईकोर्ट और शीर्ष अदालत के जजों की नियुक्ति के लिए अपनी सिफारिशों को सार्वजनिक करने का निर्णय लिया है। कॉलेजियम ने निर्णय लिया है कि वह हाईकोर्ट और शीर्ष अदालत के न्यायाधीशों की नियुक्ति के लिए नामों को सिफारिश करने के कारणों को भी सार्वजनिक करेगा।

कॉलेजियम ने यह भी निर्णय लिया है कि वह उच्च न्यायालय के न्यायाधीशों की नियुक्ति के लिए उम्मीदवार के नामों की सिफारिश नहीं करने के कारणों को भी सार्वजनिक करेगा।

यह फैसला ऐसे वक्त आया है, जब कर्नाटक उच्च न्यायालय के न्यायाधीश जयंत पटेल के इस्तीफे को लेकर तीव्र बहस चल रही है। जयंत पटेल ने अपना तबादला इलाहाबाद उच्च न्यायालय किए जाने से नाराज होकर इस्तीफा दे दिया था। न्यायमूर्ति पटेल कर्नाटक उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश बनने वाले थे, लेकिन उनका वहां से स्थानांतरण कर दिया गया।

कॉलेजियम प्रणाली के आलोचक कहते हैं कि न्यायाधीशों के चयन की इस पद्धति में पारदर्शिता नहीं होती है और कभी-कभी यह कुछ सदस्यों की सनक और कल्पना के अनुसार काम करती है।

आध्यात्म

नवरात्रि के चौथे दिन होती है मां कुष्मांडा की आराधना, भक्तों के सभी कष्ट हरती हैं मां

Published

on

By

Loading

नवरात्रि का चौथा दिन मां कूष्मांडा को समर्पित है। इस दिन मां कूष्मांडा की उपासना की जाती है।  मां कूष्मांडा यानी कुम्हड़ा। कूष्मांडा एक संस्कृत शब्द है, जिसका अर्थ है कुम्हड़ा, यानी कद्दू, पेठा। धार्मिक मान्यता है कि मां कूष्मांडा को कुम्हड़े की बलि बहुत प्रिय है। इसलिए मां दुर्गा के इस स्वरुप का नाम कूष्मांडा पड़ा।

मां को प्रिय है ये भोग

नवरात्रि के चौथे दिन मां कूष्मांडा को मालपुआ का प्रसाद अर्पित कर भोद लगाएं। ऐसा करने से घर में सुख-समृद्धि आएगी। साथ ही इस दिन कन्याओं को रंग-बिरंगे रिबन या वस्त्र भेट करने से धन में वृद्धि होगी।

यूं करें मां कूष्मांडा की पूजा

मां कूष्मांडा की पूजा सच्चे मन से करें। मन को अनहत चक्र में स्थापित करें और मां का आशीर्वाद लें। कलश में विराजमान देवी-देवता की पूजा करने के बाद मां कूष्मांडा की पूजा करें। इसके बाद हाथों में फूल लें और मां का ध्यान करते हुए इस मंत्र का जाप करें।

सुरासम्पूर्णकलशं रुधिराप्लुतमेव च. दधाना हस्तपद्माभ्यां कूष्माण्डा शुभदास्तु।

माता कूष्मांडा हरेंगी सारी समस्याएं

जीवन में चल रही परेशानियों और समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए मां कूष्मांडा के इस मंत्र का जाप 108 बार अवश्य करें। ऐसा करने से सभी समस्याओं से छुटकारा मिल जाएगा।

दुर्गतिनाशिनी त्वंहि दारिद्रादि विनाशिनीम्।
जयंदा धनदां कूष्माण्डे प्रणमाम्यहम्॥

मां कूष्मांडा की पूजा के बाद इस मंत्र का 21 बार जप करें

सुरासम्पूर्ण कलशं रुधिराप्लुतमेव च।

दधाना हस्त पद्माभ्यां कूष्माण्डा शुभदास्तु मे॥

शास्त्रों में उल्लेख है कि इस मंत्र के जप से सूर्य संबंधी लाभ तो मिलेगा ही,साथ ही, परिवार में खुशहाली आएगी। स्वास्थ्य अच्छा रहेगा और आय में बढ़ोतरी होगी।

Continue Reading

Trending