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अन्तर्राष्ट्रीय

बांग्लादेश में मानव तस्करों के निशाने पर रोहिंग्या शरणार्थी

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संयुक्त राष्ट्र, 15 नवंबर (आईएएनएस)| संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों का कहना है कि हिंसा के कारण म्यांमार से पलायन कर बांग्लादेश जाने वाले अल्पसंख्यक रोहिंग्या शरणार्थी मानव तस्करों के निशाने पर हैं। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, संयुक्त राष्ट्र के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने कहा, संयुक्त राष्ट्र प्रवजन एजेंसी (आईओएम) ने पाया है कि म्यांमार से बांग्लादेश पलायन करने वाले रोहिंग्या शरणार्थियों के बीच तस्करी और शोषण के मामले बढ़े हैं।

म्यांमार के राखिने प्रांत के पड़ोस में स्थित बांग्लादेश के दक्षिण-पूर्व इलाके में बने अस्थायी शरणार्थी शिविरों का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि यह जानकारी कॉक्स बाजार (बांग्लादेश) में रह रहे रोहिंग्या शरणार्थियों और उनको निशाना बनाने वाले समूहों से बातचीत से मिली है।

आईओएम के मुताबिक, यहां न सिर्फ 25 अगस्त के बाद बांग्लादेश आने वाले रोहिंग्या का शोषण हो रहा है, बल्कि यहां सालों निवास कर रहे समुदाय के लोग भी शोषण के शिकार हैं। मजबूर शरणार्थियों को काम दिलाने का लालच देकर फंसाया जा रहा है।

एजेंसी रोहिंग्या समुदाय में जबरन और कम उम्र में विवाह होने को लेकर भी चिंतित है।

दुजारिक ने कहा कि पिछले सप्ताह तक बांग्लादेश में रोहिंग्या शरणार्थियों की संख्या बढ़कर 618,000 हो गई है।

संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी यानी यूएनएचसीआर के अनुसार, बांग्लादेश में आठ लाख से ज्यादा रोहिग्या शरणार्थी मौजूद हैं।

वर्तमान में कॉक्स बाजार में तैनात आईओएम तस्कर-रोधी विशेषज्ञ केटरीना अर्डेनियन ने कहा कि इस तरह के संकटपूर्ण व अराजकता के हालात में आमतौर पर मानव तस्करी शुरू में नजर नहीं आती है, क्योंकि वहां लोगों के सामने भोजन और आश्रय जैसी कई महत्वपूर्ण जरूरतें होती हैं।

उन्होंने कहा, मानव तस्करी की ये वारदात नियंत्रण से बाहर हो, उससे पहले रोहिंग्या शरणार्थियों के लिए सुरक्षात्मक व सक्रिय कार्रवाई करने की जरूरत है।

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अन्तर्राष्ट्रीय

पीएम मोदी को मिलेगा ‘विश्व शांति पुरस्कार’

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नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को विश्व शांति पुरस्कार देने की घोषणा की गई है। यह पुरस्कार उन्हें अमेरिका में प्रदान किया जाएगा। इंडियन अमेरिकन माइनॉरटीज एसोसिएशन (एआइएएम) ने मैरीलैंड के स्लिगो सेवंथ डे एडवेंटिस्ट चर्च ने यह ऐलान किया है। यह एक गैर सरकारी संगठन है। यह कदम उठाने का मकसद अमेरिका में भारतीय अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों के कल्याण को प्रोत्साहित करने के लिए उन्हें एकजुट करना है। पीएम मोदी को यह पुरस्कार विश्व शांति के लिए उनके द्वारा किए जा रहे प्रयासों और समाज को एकजुट करने के लिए दिया जाएगा।

इसी कार्यक्रम के दौरान अल्पसंख्यकों का उत्थान करने के लिए वाशिंगटन में पीएम मोदी को मार्टिन लूथर किंग जूनियर ग्लोबल पीस अवार्ड से सम्मानित किया जाएगा। इस पुरस्कार को वाशिंगटन एडवेंटिस्ट यूनिवर्सिटी और एआइएएम द्वारा संयुक्त रूप से दिया जाएगा। जिसका मकसद अस्पसंख्यकों के कल्याण के साथ उनका समावेशी विकास करना भी है।

जाने माने परोपकारी जसदीप सिंह एआइएम के संस्थापक और चेयरमैन नियुक्त किए गए हैं। इसमें अल्पसंख्यक समुदाय को प्रोत्साहित करने के लिए 7 सदस्यीय बोर्ड डायरेक्टर भी हैं। इसमें बलजिंदर सिंह, डॉ. सुखपाल धनोआ (सिख), पवन बेजवाडा और एलिशा पुलिवार्ती (ईसाई), दीपक ठक्कर (हिंदू), जुनेद काजी (मुस्लिम) और भारतीय जुलाहे निस्सिम रिव्बेन शाल है।

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