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अन्तर्राष्ट्रीय

बाजार आधिपत्य को लेकर ईयू ने गूगल पर लगाया प्रतिबंध

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लंदन, 17 जून (आईएएनएस)| यूरोपीय संघ (ईयू) ने गूगल पर उसके सर्च इंजन का दुरुपयोग कर अपनी नई खरीदारी सेवा को फायदा पहुंचाने का आरोप लगाते हुए उस पर 1.1 अरब डॉलर का जुर्माना लगाया है। समाचारपत्र ‘द गार्जियन’ के मुताबिक, यूरोपीय संघ के अधिकारी आगामी हफ्तों में बड़ी प्रौद्योगिकी कंपनी को उसके बाजार पर आधिपत्य जमाने का दोषी होने की घोषणा कर सकते हैं।

रिपोर्ट में कहा गया है, पिछले साल जुलाई में आयोग ने अपने उस विश्वास को फिर दोहराया कि सर्च इंजन ने खोज परिणाम पृष्ठों में व्यवस्थित रूप से इसकी तुलना खरीदारी सेवा के पक्ष में करते हुए अपनी प्रमुख स्थिति का दुरुपयोग किया था।

पेरिस और बर्लिन के प्रमुख राजनेताओं और गूगल की प्रतिद्वंदी कंपनियां यूरोपीय आयोग की कंप्टीशन कमिश्नर माग्रेद वेस्टागर को सर्च इंजन गूगल के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के लिए प्रोत्साहित कर रही थीं।

रिपोर्ट में उल्लेख किया गया है कि एकाधिकार की स्थिति के दुरुपयोग के लिए वित्तीय प्रतिबंध कंपनी की कुल राजस्व के अधिकतम 10 फीसदी पर लगाया गया है।

गूगल की मूल कंपनी अल्फाबेट पर पिछले साल 90 अरब डॉलर का जुर्माना लगाया गया था, जो गूगल के खरीदारी राजस्व का 30 फीसदी जुर्माना माना गया।

गूगल को यह मसौदा पेश करना होगा कि वह भविष्य में अपने खरीदारी व्यवसाय का निर्माण कैसे करना चाहता है और अगर वह ऐसा आयोग द्वारा निर्धारित समय में नहीं कर पाता है तो कंपनी को प्रत्येक दिन के औसत दैनिक कारोबार का पांच फीसदी जुर्माने के रूप में देना होगा।

जांच में यह भी सामने आया है कि गूगल ने गलत तरीके से अपनी वेबसाइटों से अपने प्रतिद्वंद्वियों पर प्रतिबंध लगा दिया था, जिसने इसके सर्च बार और विज्ञापनों का इस्तेमाल किया।

यूरोपीय नियामक पूर्व में माइक्रोसॉफ्ट, इंटेल, एप्पल, फेसबुक और अमेजन के खिलाफ भी जांच कर चुके हैं, जिसके बाद यह दावा किया जाने लगा कि यूरोपीय संघ सिलिकॉन वैली के खिलाफ जंग छेड़ने की कोशिश कर रहा है, लेकिन आयोग ने इस दावे को सिरे से नकार दिया।

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अन्तर्राष्ट्रीय

पीएम मोदी को मिलेगा ‘विश्व शांति पुरस्कार’

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नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को विश्व शांति पुरस्कार देने की घोषणा की गई है। यह पुरस्कार उन्हें अमेरिका में प्रदान किया जाएगा। इंडियन अमेरिकन माइनॉरटीज एसोसिएशन (एआइएएम) ने मैरीलैंड के स्लिगो सेवंथ डे एडवेंटिस्ट चर्च ने यह ऐलान किया है। यह एक गैर सरकारी संगठन है। यह कदम उठाने का मकसद अमेरिका में भारतीय अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों के कल्याण को प्रोत्साहित करने के लिए उन्हें एकजुट करना है। पीएम मोदी को यह पुरस्कार विश्व शांति के लिए उनके द्वारा किए जा रहे प्रयासों और समाज को एकजुट करने के लिए दिया जाएगा।

इसी कार्यक्रम के दौरान अल्पसंख्यकों का उत्थान करने के लिए वाशिंगटन में पीएम मोदी को मार्टिन लूथर किंग जूनियर ग्लोबल पीस अवार्ड से सम्मानित किया जाएगा। इस पुरस्कार को वाशिंगटन एडवेंटिस्ट यूनिवर्सिटी और एआइएएम द्वारा संयुक्त रूप से दिया जाएगा। जिसका मकसद अस्पसंख्यकों के कल्याण के साथ उनका समावेशी विकास करना भी है।

जाने माने परोपकारी जसदीप सिंह एआइएम के संस्थापक और चेयरमैन नियुक्त किए गए हैं। इसमें अल्पसंख्यक समुदाय को प्रोत्साहित करने के लिए 7 सदस्यीय बोर्ड डायरेक्टर भी हैं। इसमें बलजिंदर सिंह, डॉ. सुखपाल धनोआ (सिख), पवन बेजवाडा और एलिशा पुलिवार्ती (ईसाई), दीपक ठक्कर (हिंदू), जुनेद काजी (मुस्लिम) और भारतीय जुलाहे निस्सिम रिव्बेन शाल है।

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