नेशनल
बिहार : आयकर विभाग ने मांगा रैली के खर्चे का हिसाब
पटना, 1 सितंबर (आईएएनएस)| राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। बेनामी संपत्ति को लेकर लालू प्रसाद के परिवारों से पूछताछ के बाद अब आयकर विभाग ने राजद की ‘भाजपा भगाओ देश बचाओ’ रैली के खर्चे को लेकर हिसाब मांगा है। इधर, राजद के नेता आयकर विभाग की इस कारवाई से नाराज हैं और तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त कर रहे हैं।
आयकर विभाग के अधिकारी ने शुक्रवार को बताया कि राजद को नोटिस भेजकर रैली के खर्च का हिसाब मांगा गया है। विभाग ने नोटिस जारी कर रैली पर आने वाले तमाम खर्च का ब्योरा मांगा है।
सूत्रों की मानें तो बाहर से आने वाले नेताओं के लिए पार्टी की तरफ से ठहरने, खाने की जो व्यवस्थाएं की गई थी उनका भी हिसाब मांगा गया है। इसके अलावा गांधी मैदान की बुकिंग तथा लोगों को दूसरे जिले से लाने और उनके मनोरंजन पर हुए खर्च का भी ब्योरा मांगा गया है।
आयकर विभाग के नोटिस के बाद राजद नेताओं ने नाराजगी जाहिर की है। पूर्व वित्त मंत्री और राजद के वरिष्ठ नेता अब्दुल बारी सिद्दिकी ने कहा कि आयकर विभाग द्वारा जो भी प्रश्न पूछे गए हैं, उसका पार्टी जवाब देगी। हालांकि उन्होंने यह भी कहा, जितना परेशान किया जाएगा, उतना हम मजबूत होंगे।
राजद के प्रवक्ता मनोज झा ने नोटिस जारी होने पर शुक्रवार को कहा कि पहले भी कई बार भाजपा और उसके सहयोगी दलों की रैलियां हो चुकी हैं, लेकिन कभी भी आयकर विभाग हरकत में नहीं आया। उन्होंने कहा कि केंद्र में भाजपा की सरकार बनने के बाद प्रधानमंत्री की कई जगहों पर रैलियां हुई हैं, लेकिन कभी भी आयकर विभाग ने उनको न तो नोटिस जारी किया और ना ही खर्च का हिसाब मांगा है।
उल्लेखनीय है कि पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में 27 अगस्त को राजद द्वारा आयोजित रैली में विपक्ष के कई बड़े नेता शामिल हुए थे। इस रैली को विपक्षी एकता को मजबूत करने के तौर पर देखा जा रहा है। इस रैली में कांग्रेस के नेता गुलाम नबी आजाद, सी़ पी़ जोशी, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, जद (यू) के नेता शरद यादव, उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी और हेमंत सोरेन सहित कई विपक्षी नेताओं ने भाग लिया था।
गौरतलब है कि दो दिन पूर्व ही आयकर विभाग ने राजद नेता तेजस्वी यादव और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी से भी बेनामी संपत्ति के मामले को लेकर कई घंटे पूछताछ की थी।
नेशनल
महाराष्ट्र के CM एकनाथ शिंदे ने दिया इस्तीफा, क्या फडणवीस के सिर सजेगा ताज ?
मुंबई। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने मंगलवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने राज्यपाल राज्यपाल सी.पी. राधाकृष्णन को अपना इस्तीफा सौंपा है। इस दौरान डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार भी मौजूद थे। विधानसभा का कार्यकाल आज यानी 26 नवंबर तक ही है। नए मुख्यमंत्री की शपथ की तारीख तय नहीं है। तब तक शिंदे कार्यवाहक सीएम रहेंगे।
इस बीच महाराष्ट्र में अगली सरकार के गठन की रूपरेखा लेकर चर्चा तेज हो गई है। खबर है कि गृह मंत्री अमित शाह मंगलवार को देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात कर सकते हैं। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में भाजपा के नेतृत्व वाले ‘महायुति’ गठबंधन ने 288 सदस्यीय विधानसभा में 235 सीट हासिल की हैं। जिसमें बाजेपी अकेली 135 सीटों पर कब्जा कर सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है।
बीजेपी की महाराष्ट्र में ये अब तक की सबसे बड़ी जीत है। शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना ने 57 सीट पर जीत हासिल की और अजित पवार के नेतृत्व वाली राकांपा ने 41 सीट पर जीत दर्ज की है। मौजूदा उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस सीएम की रेस में सबसे आगे चल रहे है।
-
लाइफ स्टाइल3 hours ago
दिल से जुड़ी बीमारियों को न्योता देता है जंक फूड, इन खाद्य पदार्थों से करें परहेज
-
लाइफ स्टाइल1 day ago
साइलेंट किलर है हाई कोलेस्ट्रॉल की बीमारी, इन लक्षणों से होती है पहचान
-
उत्तर प्रदेश3 days ago
राम नगरी अयोध्या के बाद भगवान श्री राम से जुड़ी एक और नगरी को भव्य स्वरूप दे रही योगी सरकार
-
झारखण्ड3 days ago
जयराम महतो “टाइगर” ने लगाया विजयी तिलक, झारखंड मुक्ति मोर्चा की बेबी देवी को 10,945 वोटों से हराया
-
खेल-कूद2 days ago
IND VS AUS : पर्थ टेस्ट में दिखा यशस्वी जायसवाल का तेवर
-
ऑफ़बीट1 day ago
SAMAY RAINA : कौन हैं समय रैना, दीपिका पादुकोण को लेकर कही ऐसी बात, हो गया विवाद
-
उत्तराखंड2 days ago
केदारनाथ विधानसभा के उपचुनाव में भाजपा को मिली जीत, सीएम पुष्कर सिंह धामी ने जनता का किया धन्यवाद
-
राजनीति2 days ago
मुंबई में महायुति के चुने गए विधायकों की बैठक, आज तय होगा महाराष्ट्र का नया सीएम