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प्रादेशिक

बिहार : एईएस से अबतक 15 बच्चों की मौत

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मुजफ्फरपुर,बिहार,क्यूट इंसेफलाइटिस सिन्ड्रोम, सर्जन डॉ. ज्ञानभूषण,श्रीकृष्ण मेमोरियल मेडिकल कॉलेज अस्पताल

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मुजफ्फरपुर | बिहार के मुजफ्फरपुर तथा आसपास के जिलों में एक्यूट इंसेफलाइटिस सिन्ड्रोम (एईएस) का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। मुजफ्फरपुर में बुधवार को एईएस से पीड़ित दो बच्चों की मौत होने के बाद इस वर्ष इस बीमारी से मरने वालों की संख्या 15 हो गई है। मुजफ्फरपुर के सिविल सर्जन डॉ. ज्ञानभूषण ने बताया कि श्रीकृष्ण मेमोरियल मेडिकल कॉलेज अस्पताल (एसकेएमसीएच) में इस बीमारी से पीड़ित दो बच्चों की मौत बुधवार को हो गई है। उन्होंने बताया कि अबतक मुजफ्फरपुर के अस्पतालों में करीब 40 बीमार बच्चों को इलाज के लिए भर्ती कराया जा चुका है, जिसमें से 15 की मौत हो चुकी है।

एसकेएमसीएच के शिशु रोग विभाग के अध्यक्ष डॉ़ ब्रजमोहन ने बताया कि यह बीमारी मुख्य रूप से बच्चों में होती है। उन्होंने बताया कि एईएस की समुचित जांच और इलाज की व्यवस्था एसकेएमसीएच में है। उल्लेखनीय है कि प्रतिवर्ष गर्मी के मौसम में यह बीमारी कहर ढाती है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक पिछले वर्ष मुजफ्फरपुर जिले में एईएस से 100 से ज्यादा बच्चों की मौत हुई थी।

18+

जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

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नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

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