Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

बिहार : बीएसएससी सचिव समेत 7 लोगों को हिरासत में लिया गया

Published

on

Loading

बिहार : बीएसएससी सचिव समेत 7 लोगों को हिरासत में लिया गया

पटना | बिहार कर्मचारी चयन आयोग (बीएसएससी) की दो चरणों में हुई परीक्षाओं के प्रश्न-पत्र और उत्तर लीक होने के मामले की जांच कर रही विशेष जांच टीम (एसआइटी) ने बीएसएससी के सचिव परमेश्वर राम सहित सात लोगों को हिरासत में लिया है। सचिव के आवास पर मंगलवार देर रात एसआईटी की टीम ने छापेमारी की। इस दौरान कई अहम सुराग मिलने की भी सूचना है। उधर, प्रश्न-पत्र लीक होने के मामले में अहम सुराग मिलने के बाद संभावना व्यक्त की जा रही है कि बीएसएससी की परीक्षाएं रद्द हो सकती हैं।

पुलिस के एक अधिकारी ने बुधवार को बताया कि एसआईटी की टीम ने मंगलवार को सुबह से शाम तक मामले की छानबीन की और पेपर लीक की प्रारंभिक पुष्टि होने के बाद अगमकुआं थाना अन्तर्गत भागवत नगर स्थित आयोग के सचिव परमेश्वर राम के आवास पर छापेमारी की गई।

छापेमारी में एसआईटी को कई महत्वपूर्ण कागजात हाथ लगे, जिसकी जांच की जा रही है। साथ ही राम सहित सात लोगों को हिरासत में लेकर एसआईटी की टीम पूछताछ कर रही है।

परीक्षा रद्द करने के संबंध में पूछे जाने पर आयोग के अध्यक्ष सुधीर कुमार ने कहा कि अभी जांच चल रही है। जांच रिपोर्ट के बाद ही कुछ स्पष्ट किया जा सकता है।

गौरतलब है कि आयोग ने इंटर (12वीं) स्तरीय पदों के लिए प्रारंभिक परीक्षाओं के लिए चार तिथियों की घोषणा की थी, जिनमें दो तिथियों (29 जनवरी और पांच फरवरी) पर परीक्षाएं हो चुकी हैं, जबकि अन्य दो परीक्षाएं 19 फरवरी और 26 फरवरी 2017 को होनी हैं। पहले दो तिथियों को हुई परीक्षाओं के प्रश्न-पत्र और उत्तर लीक होने के विरोध में सोमवार को छात्रों ने जमकर हंगामा किया था और परीक्षाएं रद्द करने की मांग की थी।

इस दौरान आक्रोशित छात्रों ने बीएसएससी के सचिव परमेश्वर राम के साथ धक्का-मुक्की भी की थी।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक को पूरे मामले की जांच करने का निर्देश दिया। इसके बाद पटना के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मनु महाराज के नेतृत्व में एसआइटी का गठन किया गया।

18+

जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

Published

on

Loading

नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

Continue Reading

Trending