Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

आध्यात्म

बिहार में ‘नहाय-खाय’ के साथ छठ महापर्व शुरू

Published

on

Loading

पटना, 24 अक्टूबर (आईएएनएस)| बिहार की राजधानी पटना समेत समूचे राज्य में मंगलवार को ‘नहाय-खाय’ के साथ चार दिवसीय लोक आस्था और सूर्य उपासना का महापर्व शुरू प्रारंभ हो गया। पटना में गंगा तटों पर सुबह से ही छठव्रतियों की भीड़ उमड़ने लगी। पहले दिन छठ व्रत करने वाले पुरुष और महिला अंत:करण की शुद्धि के लिए नदियों, तालाबों और विभिन्न जलाशयों में स्नान करने के बाद अरवा चावल, चने की दाल और लौकी (कद्दू) की सब्जी का प्रसाद ग्रहण किया।

नहाय-खाय को लेकर छठ घाटों से लेकर घरों तक में छठ के गीत गूंज रहे हैं। व्रतियों द्वारा गाए जा रहे छठ गीत से पूरा माहौल भक्तिमय हो गया है। पटना की सड़कों और बाजारों में भी रौनक है। दउरा, सूप, नारियल, ईख समेत फलों की बिक्री के लिए दुकानों में भीड़ लगी है। लोग दुकानों में घी, गुड़, गेहूं और अरवा चावल की खरीदारी कर रहे हैं।

परिवार की समृद्धि और कष्टों के निराकरण के लिए इस महापर्व के दूसरे दिन बुधवार को छठव्रतधारी दिनभर बिना अन्न-जल ग्रहण किए सूर्यास्त होने पर ‘खरना’ करेंगे। इसमें भगवान भास्कर की पूजा कर चावल, दूध और गुड़ से बनी खीर का प्रसाद बनाकर ग्रहण करेंगे।

खरना के दिन व्रती तभी तक जल ग्रहण कर सकते हैं, जब तक चांद नजर आएगा। इसके बाद से उनका करीब 36 घंटे का निराहार व्रत शुरू हो जाएगा।

पर्व के तीसरे दिन गुरुवार को को छठव्रती शाम को नदी, तालाबों सहित विभिन्न जलाशयों में पहुंचकर अस्ताचलगामी सूर्य को अघ्र्य अर्पित करेंगे। पर्व के चौथे और अंतिम दिन शुक्रवार को उदीयमान सूर्य के अघ्र्य देने के बाद ही व्रतधारियों का व्रत समाप्त हो जाएगा। इसके बाद व्रतधारी फिर अन्न-जल ग्रहण कर ‘पारण’ करेंगे।

छठ को लेकर पटना में सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए गए हैं। जिलाधिकारी संजय कुमार अग्रवाल ने बताया कि सभी घाटों को दंडाधिकारियों और चिकित्सकों की प्रतिनियुक्ति की गई है। छठ पर्व के मद्देनजर गंगा नदी में दो दिनों (अघ्र्य वाले दिन) के लिए निजी नावों के परिचालन पर रोक लगा दी गई है।

उन्होंने बताया कि पटना में 100 से ज्यादा गंगा घाटों के अलावा 49 तालाबों में व्रतियों के भगवान भास्कर को अघ्र्य देने की व्यवस्था की गई है। इनमें से कई तालाब विभिन्न पार्को में स्थित है। अग्रवाल ने बताया कि खतरनाक घाटों को पूरी तरह बंद रखा गया है। सभी घाटों पर सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए गए हैं।

Continue Reading

उत्तर प्रदेश

जगतगुरु कृपालु जी महाराज की तीनों बेटियों का एक्सीडेंट, बड़ी बेटी डॉ. विशाखा त्रिपाठी की मौत

Published

on

Loading

नोएडा। उत्तर प्रदेश के नोएडा में यमुना एक्सप्रेसवे पर रविवार सुबह करीब 5 बजे भीषण हादसा हो गया। इस हादसे में जगतगुरु कृपालु जी महाराज की बड़ी बेटी डॉ. विशाखा त्रिपाठी की मौत हो गई। इसके अलावा उनकी दो बेटियां गंभीर रूप से घायल हैं। घायल दोनों बेटियों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहां उनका इलाज चल रहा है। हादसे के बाद जगतगुरु कृपालु परिषत की ओर से शोक संदेश भी जारी किया गया है। संदेश जारी करने के बाद भक्तों द्वारा इस घटना को लेकर दुख व्यक्त किया जा रहा है।

दिल्ली जाते समय हुआ हादसा बताया जा रहा है कि मथुरा से जगतगुरु कृपालु जी महाराज की तीनों बेटियां डॉ. विशाखा त्रिपाठी, डॉ. कृष्णा त्रिपाठी और डॉ. श्यामा त्रिपाठी कार से दिल्ली एयरपोर्ट जाने के लिए निकलीं थीं। उनके साथ आश्रम से जुड़े अन्य लोग भी मौजूद थे। दिल्ली एयरपोर्ट से उनको फ्लाइट पड़कर सिंगापुर जाना था। कार यमुना एक्सप्रेसवे पर दनकौर कोतवाली क्षेत्र में पहुंची थी। इसी दौरान तेज रफ्तार की एक डीसीएम ने आगे चल रही दोनों कारों में टक्कर मार दिया। टक्कर लगने के बाद कार क्षतिग्रस्त हो गईं।

हादसे में बड़ी बेटी का निधन

हादसे में कृपालु जी की बड़ी बेटी 65 साल की डॉ. विशाखा त्रिपाठी का निधन हुआ है. हादसा दो छोटी बेटियों, डॉ. श्यामा त्रिपाठी व डॉ. कृष्णा त्रिपाठी की हालत गंभीर बताई जाती जा रही है. सभी घायलों को पास के अस्पताल में भर्ती करवाया गया है. सिंगापुर जाने के लिए तीनों बहनें फ्लाइट पकड़ने एयरपोर्ट के लिए जा रही थीं.

 

Continue Reading

Trending