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बुंदेलखंड : कुएं से पानी भरने पर दलित परिवार का हुक्का-पानी बंद

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टीकमगढ़, 29 जून (आईएएनएस)| देश में डिजिटल इंडिया और न्यू इंडिया का राग अलापा जा रहा है, मगर बुंदेलखंड अब भी बैलगाड़ी युग में जी रहा है। इसका ताजा उदाहरण टीकमगढ़ जिले में सामने आया है, जहां दलित परिवार का हुक्का-पानी सिर्फ इसलिए बंद कर दिया गया, क्योंकि परिवार ने उस कुएं से पानी भरने की जुर्रत की, जहां से अन्य वर्ग की महिलाएं पानी भरती थीं। अब तो इस परिवार को गांव तक छोड़ना पड़ा है।

यह मामला टीकमगढ़ जिले के खरगापुर थाना क्षेत्र के सरकनपुर गांव का है, जहां दलित मुन्ना लाल वंशकार का परिवार रहता है। मुन्ना लाल के मुताबिक, उसके गांव में पानी का संकट है, लिहाजा उसके परिवार की महिलाएं उस कुएं पर पानी भरने चली गईं, जहां से अन्य वर्ग की महिलाएं पानी भरती हैं।

मुन्ना लाल ने आगे बताया कि दलित महिलाओं के पानी भरने पर गांव के लोग नाराज हो गए और पंचायत बुलाकर उनका हुक्का-पानी बंद करा दिया। गांव की दुकानों से सामान नहीं खरीद सकते, कोई बात नहीं करता, चक्की वाला आटा नहीं पीसता। पंचायत ने फैसला लेकर दो साल के लिए गांव से बाहर कर दिया।

परिवार के अन्य सदस्य नाथूराम वंशकार का कहना है, गांव के लोग छुआछूत मानते हैं, जिसके कारण हमें दो साल के लिए गांव से बाहर कर दिया गया है। गांव में खाने को कुछ मिल नहीं रहा, पानी भरने की मनाही है। हम पुलिस के पास गए, मगर कोई सुनवाई नहीं हुई। पीड़ित परिवार का कहना है कि उसने मामले की शिकायत पुलिस अधीक्षक कार्यालय से भी की।

वहीं, पुलिस अधीक्षक कार्यालय के जांच अधिकारी फूल सिंह परिहार का कहना है, गांव से मारपीट की शिकायत आई थी। पंचायत या गांव से बाहर करने का कोई मामला नहीं है।

लेकिन जमीनी सच्चाई यह है कि पीड़ित वंशकार परिवार के 23 सदस्य गांव नहीं जा पा रहे हैं, उनके घरों में ताले लटके हुए हैं।

बुंदेलखंड के दलित परिवार की यह कहानी साफ बताती है कि देश चाहे जहां पहुंच रहा हो, नारे कुछ भी बनाए जाएं, मगर जमीनी हकीकत कब बदलेगी, किसी को नहीं पता।

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पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में बड़ा आतंकी हमला, 38 लोगों की मौत

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पख्तूनख्वा। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में बड़ा आतंकी हमला हुआ है। इस हमले में 38 लोगों की मौत हो गई है। यह हमला खैबर पख्तूनख्वा के डाउन कुर्रम इलाके में एक पैसेंजर वैन पर हुआ है। हमले में एक पुलिस अधिकारी और महिलाओं समेत दर्जनों लोग घायल भी हुए हैं। जानकारी के मुताबिक उत्तर-पश्चिमी पाकिस्तान के अशांत प्रांत खैबर पख्तूनख्वा में आतंकियों ने शिया मुस्लिम नागरिकों को ले जा रहे यात्री वाहनों पर गोलीबारी की है। यह क्षेत्र में हाल के वर्षों में इस तरह का सबसे घातक हमला है। मृतकों की संख्या में इजाफा हो सकता है।

AFP की रिपोर्ट के मुताबिक इस हमले में 38 लोगों की मौत हुई है. पैसेंजर वैन जैसे ही लोअर कुर्रम के ओचुट काली और मंदुरी के पास से गुजरी, वहां पहले से घात लगाकर बैठे आतंकियों ने वैन पर अंधाधुंध गोलियां बरसानी शुरू कर दीं. पैसेंजर वैन पाराचिनार से पेशावर जा रही थी। पाकिस्तान की समाचार एजेंसी डॉन के मुताबिक तहसील मुख्यालय अस्पताल अलीजई के अधिकारी डॉ. ग़यूर हुसैन ने हमले की पुष्टि की है.

शिया और सुन्नी मुसलमानों के बीच तनाव 

अफगानिस्तान की सीमा से लगे कबायली इलाके में भूमि विवाद को लेकर शिया और सुन्नी मुसलमानों के बीच दशकों से तनाव बना हुआ है। किसी भी समूह ने घटना की जिम्मेदारी नहीं ली है। जानकारी के मुताबिक “यात्री वाहनों के दो काफिले थे, एक पेशावर से पाराचिनार और दूसरा पाराचिनार से पेशावर यात्रियों को ले जा रहा था, तभी हथियारबंद लोगों ने उन पर गोलीबारी की।” चौधरी ने बताया कि उनके रिश्तेदार काफिले में पेशावर से यात्रा कर रहे थे।

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