Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

मुख्य समाचार

बुंदेलखंड : ‘लड़कियों वाले गांव’ में शौचालय नहीं

Published

on

Loading

टीकमगढ़, 5 जून (आईएएनएस)| मध्य प्रदेश सरकार भले ही लाख दावे करे कि राज्य के बड़े हिस्से को खुले में शौच से मुक्त कर दिया गया है, मगर हकीकत इससे बिलकुल अलग है। बुंदेलखंड के टीकमगढ़ जिले के हरपुरा मड़िया गांव की पहचान ‘लड़कियों वाले गांव’ के तौर पर है, मगर यहां शौचालयों का अभाव है और महिलाओं से लेकर लड़कियों तक को मजबूरी में खुले में शौच को जाना पड़ रहा है।

जिला मुख्यालय से महज 10 किलोमीटर दूरी पर स्थित है हरपुरा मड़िया गांव। इस गांव की आबादी लगभग डेढ़ हजार है। यह लड़कियों का गांव इसलिए कहलाता है, क्योंकि हर घर में बेटों से ज्यादा बेटियां हैं। यही कारण है कि इस गांव की पहचान बेटियों के गांव के तौर पर बन गई है। मगर यहां की बेटियों को हर रोज समस्याओं का सामना करना पड़ता है। आलम यह है कि महिलाओं से लेकर बेटियों को सुबह चार बजे से हाथ में लोटा लेकर शौच के लिए निकलना पड़ता है।

गांव की महिला हरिबाई राजपूत बताती हैं कि घरों में शौचालय नहीं है, यही कारण है कि उन्हें खुले में शौच को जाना होता है। सरकार चाहे जो कुछ कहे, मगर उनके गांव के अधिकांश घरों में शौचालय नहीं है। खुले में शौच के लिए जाना एक महिला के लिए सबसे दुखदाई होता है।

स्कूली छात्रा रोशनी का कहना है कि उसे सुबह सिर्फ इसलिए जल्दी जागना होता है, ताकि अंधेरे में ही वह शौच हो आए। सूर्योदय हो जाने के बाद रोशनी में उसे शर्मिदगी का सामना करना पड़ता है।

प्रियंका का कहना है कि उनके लिए खुले में शौच जाना अच्छा नहीं लगता। सरकार अगर हर घर में शौचालय बनवा दे तो उसे इस रोज-रोज की समस्या से मुक्ति मिल जाएगी।

वहीं, इस संबंध में जब जिलाधिकारी अभिजीत अग्रवाल से बात की गई तो उन्होंने कहा कि वह एक टीम भेजकर गांव की स्थिति का पता लगवाएंगे और उसके बाद जो आवश्यक कदम होंगे वे उठाए जाएंगे।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वच्छता अभियान पर जोर दे रहे हैं। राज्य सरकार भी खुले में शौच से मुक्ति के लिए अभियान चला रही है, मगर जमीनी हकीकत अलग ही कहानी बयां करती है। ऐसा गांव, जहां लड़कियों की संख्या सबसे ज्यादा है, वहां शौचालय नहीं है, तब बाकी गांवों का क्या हाल होगा, इसका अंदाजा लगाया जा सकता है।

Continue Reading

मुख्य समाचार

पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में बड़ा आतंकी हमला, 38 लोगों की मौत

Published

on

Loading

पख्तूनख्वा। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में बड़ा आतंकी हमला हुआ है। इस हमले में 38 लोगों की मौत हो गई है। यह हमला खैबर पख्तूनख्वा के डाउन कुर्रम इलाके में एक पैसेंजर वैन पर हुआ है। हमले में एक पुलिस अधिकारी और महिलाओं समेत दर्जनों लोग घायल भी हुए हैं। जानकारी के मुताबिक उत्तर-पश्चिमी पाकिस्तान के अशांत प्रांत खैबर पख्तूनख्वा में आतंकियों ने शिया मुस्लिम नागरिकों को ले जा रहे यात्री वाहनों पर गोलीबारी की है। यह क्षेत्र में हाल के वर्षों में इस तरह का सबसे घातक हमला है। मृतकों की संख्या में इजाफा हो सकता है।

AFP की रिपोर्ट के मुताबिक इस हमले में 38 लोगों की मौत हुई है. पैसेंजर वैन जैसे ही लोअर कुर्रम के ओचुट काली और मंदुरी के पास से गुजरी, वहां पहले से घात लगाकर बैठे आतंकियों ने वैन पर अंधाधुंध गोलियां बरसानी शुरू कर दीं. पैसेंजर वैन पाराचिनार से पेशावर जा रही थी। पाकिस्तान की समाचार एजेंसी डॉन के मुताबिक तहसील मुख्यालय अस्पताल अलीजई के अधिकारी डॉ. ग़यूर हुसैन ने हमले की पुष्टि की है.

शिया और सुन्नी मुसलमानों के बीच तनाव 

अफगानिस्तान की सीमा से लगे कबायली इलाके में भूमि विवाद को लेकर शिया और सुन्नी मुसलमानों के बीच दशकों से तनाव बना हुआ है। किसी भी समूह ने घटना की जिम्मेदारी नहीं ली है। जानकारी के मुताबिक “यात्री वाहनों के दो काफिले थे, एक पेशावर से पाराचिनार और दूसरा पाराचिनार से पेशावर यात्रियों को ले जा रहा था, तभी हथियारबंद लोगों ने उन पर गोलीबारी की।” चौधरी ने बताया कि उनके रिश्तेदार काफिले में पेशावर से यात्रा कर रहे थे।

Continue Reading

Trending