Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

मुख्य समाचार

बैंककर्मियों को पुराने नोटों की अदला-बदली से राहत

Published

on

Loading

BANKनई दिल्ली | देशभर के बैंकों में 500 और 1,000 रुपये के पुराने नोटों की अदला-बदली बंद होने से बैंककर्मियों ने राहत की सांस ली है। इन पुराने नोटों को अब भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के काउंटरों पर बदला जा सकता है और बैंकों में जमा कराया जा सकता है। आरबीआई के कर्मचारियों को हालांकि अभी भी इस समस्या से दो-चार होना पड़ेगा।

आईसीआईसीआई बैंक की साकेत स्थित शाखा के कार्यकारी अधिकारी ने बताया, “यह अकेला काम ही हम सब पर बहुत बड़ा बोझ था। हमें सिर्फ 2,000 रुपये के लिए पहचान पत्र के दस्तावेजों को वास्तविक पहचान पत्रों से सत्यापित करना पड़ता था और लोगों की तर्जनी उंगली पर निशाना लगाना पड़ता था। लोग इन प्रक्रियाओं से उब गए थे।”

उन्होंने आगे बताया कि कुछ लोग इस अधिसूचना के साथ आते थे कि वे 4,000 रुपये तक बदलवा सकते हैं लेकिन जब बैंककर्मी उन्हें बताते थे कि अब यह सीमा घटकर 2,000 रुपये हो गई है तो उन्हें यकीन नहीं होता था। इससे दोनों के बीच में बहस हो जाती थी। यह मनौवैज्ञानिक भार था।

नोटबंदी की घोषणा के बाद सरकार ने कहा था कि लोग वैध पहचान पत्रों के साथ किसी भी बैंक की शाखा में जा सकते हैं और 500 और 1,000 रुपये के पुराने नोट बदलवा सकते हैं।

हालांकि, इसके बाद यह सीमा बढ़ाकर 4,500 रुपये कर दी गई और बाद में इसे घटाकर 2,000 रुपये कर दिया गया और लोगों के बार-बार बैंक पहुंचने की समस्या से निजात दिलाने के लिए उंगली पर स्याही का निशाना लगाने का भी नियम बनाया गया।

चंडीगढ़ में अग्रणी अंतर्राष्ट्रीय बैंक के अधिकारी अभिषेक ने कहा, “हमारे बैंक की शाखा में नोट बदलवाने के लिए लोगों की लंबी-लंबी कतारें लगती रहीं। अधिकतर बैंककर्मी यह समझ सकते हैं कि कौन वास्तविक ग्राहक है और कौन दूसरों के लिए कतार में लगा है।

अभिषेक ने आगे कहा, “मैंने कल एक आदमी को पकड़ा जिसने दूसरों के लिए पुराने नोट बदलवाने हेतु एक मजदूर को कतार में लगा रखा था। मैंने उसे चेतावनी दी।”

हालांकि, अभी ताजा आंकड़ा उपलब्ध नहीं है। आरबीआई ने 21 नवंबर को कहा था कि बैंकों ने 10 से 18 नवंबर तक 33,000 करोड़ रुपये के पुराने नोट बदले हैं और 511,565 करोड़ रुपये की नकदी जमा की है जबकि 103,316 करोड़ रुपये की नकीद बैंक खातों और एटीएम से निकाली गई है।

मुख्य समाचार

पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में बड़ा आतंकी हमला, 38 लोगों की मौत

Published

on

Loading

पख्तूनख्वा। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में बड़ा आतंकी हमला हुआ है। इस हमले में 38 लोगों की मौत हो गई है। यह हमला खैबर पख्तूनख्वा के डाउन कुर्रम इलाके में एक पैसेंजर वैन पर हुआ है। हमले में एक पुलिस अधिकारी और महिलाओं समेत दर्जनों लोग घायल भी हुए हैं। जानकारी के मुताबिक उत्तर-पश्चिमी पाकिस्तान के अशांत प्रांत खैबर पख्तूनख्वा में आतंकियों ने शिया मुस्लिम नागरिकों को ले जा रहे यात्री वाहनों पर गोलीबारी की है। यह क्षेत्र में हाल के वर्षों में इस तरह का सबसे घातक हमला है। मृतकों की संख्या में इजाफा हो सकता है।

AFP की रिपोर्ट के मुताबिक इस हमले में 38 लोगों की मौत हुई है. पैसेंजर वैन जैसे ही लोअर कुर्रम के ओचुट काली और मंदुरी के पास से गुजरी, वहां पहले से घात लगाकर बैठे आतंकियों ने वैन पर अंधाधुंध गोलियां बरसानी शुरू कर दीं. पैसेंजर वैन पाराचिनार से पेशावर जा रही थी। पाकिस्तान की समाचार एजेंसी डॉन के मुताबिक तहसील मुख्यालय अस्पताल अलीजई के अधिकारी डॉ. ग़यूर हुसैन ने हमले की पुष्टि की है.

शिया और सुन्नी मुसलमानों के बीच तनाव 

अफगानिस्तान की सीमा से लगे कबायली इलाके में भूमि विवाद को लेकर शिया और सुन्नी मुसलमानों के बीच दशकों से तनाव बना हुआ है। किसी भी समूह ने घटना की जिम्मेदारी नहीं ली है। जानकारी के मुताबिक “यात्री वाहनों के दो काफिले थे, एक पेशावर से पाराचिनार और दूसरा पाराचिनार से पेशावर यात्रियों को ले जा रहा था, तभी हथियारबंद लोगों ने उन पर गोलीबारी की।” चौधरी ने बताया कि उनके रिश्तेदार काफिले में पेशावर से यात्रा कर रहे थे।

Continue Reading

Trending