Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

ऑफ़बीट

भारत के बेंगलुरु में होने लगी डीजल की होम डिलीवरी

Published

on

होम डिलीवरी, होमडिलीवरी, स्टार्टअप, डीजल

Loading

बेंगलुरू। बेंगलुरू में अब डीजल की होम डिलीवरी शुरू हो गई है। होमडिलीवरी की सुविधा पाने वाला बेंगलुरू देश का पहला शहर है। बीते दिनों पेट्रोलियम मंत्रालय ने इस योजना के संकेत दिए थे।

होम डिलीवरी, होमडिलीवरी, स्टार्टअप, डीजल

बीती 15 जून को एक साल पुराने स्टार्टअप मायपेट्रोलपम्प ने इस सुविधा की शुरुआत की। कंपनी ने तीन डिलीवरी वाहन सड़क पर उतारे हैं। हर एक की क्षमता 950 लीटर है। अब तक शहर भर में 5000 लीटर ईंधन की डिलीवरी की जा चुकी है। डीजल की प्रति लीटर कीमत उस दिन के दाम के मुताबिक वसूले जाते है। वहीं, डिलीवरी चार्ज फिक्स रखा गया है।

खास बातें

100 लीटर तक एक बार की डिलीवरी का चार्ज 99 रुपए है। वहीं, 100 लीटर से अधिक पर डीजल की कीमत के अलावा प्रति लीटर एक रुपया (99 रुपए के अलावा) डिलीवरी चार्ज वसूला जाता है।

स्टार्टअप के पास फिलहाल 20 कस्टमर हैं। इनमें 16 स्कूल शामिल हैं। इनकी कुल 250-300 बसें हैं। वहीं, कुछ अपार्टमेंट भी इस सुविधा का लाभ उठा रहे हैं।

ऑनलाइन के साथ ही फोन या फ्री ऐप के जरिए भी ऑर्डर बुक किए जा सकते हैं। मायपेट्रोलपम्प के फाउंडर के अनुसार, इस विचार के साथ हम सितंबर 2016 से पेट्रोलियम मंत्रालय के संपर्क में थे। पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के साथ दो बैठकें हुईं। सरकार ने इस विचार को सराहा और डीजल सप्लाय की अनुमति दी।

ऑफ़बीट

मध्य प्रदेश के शहडोल में अनोखे बच्चों ने लिया जन्म, देखकर उड़े लोगों के होश

Published

on

By

Loading

शहडोल। मध्य प्रदेश के शहडोल से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां ऐसे बच्चों ने जन्म लिया है, जिनके 2 शरीर हैं लेकिन दिल एक ही है। बच्चों के जन्म के बाद से लोग हैरान भी हैं और इस बात की चिंता जता रहे हैं कि आने वाले समय में ये बच्चे कैसे सर्वाइव करेंगे।

क्या है पूरा मामला?

एमपी के शहडोल मेडिकल कालेज में 2 जिस्म लेकिन एक दिल वाले बच्चे पैदा हुए हैं। इन्हें जन्म देने वाली मां समेत परिवार के लोग परेशान हैं कि आने वाले समय में इन बच्चों का क्या भविष्य होगा। उन्हें समझ में ही नहीं आ रहा कि शरीर से एक दूसरे से जुड़े इन बच्चों का वह कैसे पालन-पोषण करेंगे।

परिजनों को बच्चों के स्वास्थ्य की भी चिंता है। बच्चों को ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया है। मेडिकल कालेज प्रबंधन द्वारा इन्हें रीवा या जबलपुर भेजने की तैयारी की जा रही है, जिससे इनका उचित उपचार हो सके। ऐसे बच्चों को सीमंस ट्विन्स भी कहा जाता है।

जानकारी के अनुसार, अनूपपुर जिले के कोतमा निवासी वर्षा जोगी और पति रवि जोगी को ये संतान हुई है। प्रेग्नेंसी के दर्द के बाद परिजनों द्वारा महिला को मेडिकल कालेज लाया गया था। शाम करीब 6 बजे प्रसूता का सीजर किया गया, जिसमें एक ऐसे जुडवा बच्चों ने जन्म लिया, जिनके जिस्म दो अलग अलग थे लेकिन दिल एक ही है, जो जुड़ा हुआ है।

Continue Reading

Trending