बिजनेस
महिन्द्रा ने चालकरहित ट्रैक्टर उतारा
नई दिल्ली, 19 सितम्बर (आईएएनएस)| महिन्द्रा समूह की कंपनी महिन्द्रा एंड महिन्द्रा लिमिटेड ने मंगलवार को अपने पहले ड्राइवरलेस (चालक रहित) ट्रैक्टर को प्रदर्शित किया। कंपनी का कहना है कि यह ड्राइवरलेस ट्रैक्टर वैश्विक किसानों को ध्यान में रखते हुए लांच किया गया है। कंपनी ने बयान में कहा कि इस ट्रैक्टर को चेन्नई में स्थित ग्रुप के इनोवेशन एवं टेक्नोलॉजी हब महिन्द्रा रिसर्च वैली में विकसित किया गया है। यह ड्राइवरलेस ट्रैक्टर वैश्विक किसानों के लिए मशीनीकरण की प्रक्रिया को फिर से परिभाषित करने के लिये पूरी तरह से तैयार है। कंपनी का दावा है कि यह नवाचार उत्पादकता को बढ़ाकर कृषि के भविष्य को बदल देगा।
महिन्द्रा एंड महिन्द्रा लिमिटेड के प्रबंध निदेशक डॉ. पवन गोयनका ने कहा, हमारा ट्रैक्टर आरएंडडी अत्याधुनिक समाधानों की पेशकश करने में हमेशा ही अग्रणी रहा है। ड्राइवरलेस (चालकरहित) ट्रैक्टर खेती में नई संभावनाओं के द्वार खोलता है। हम हमारे फॉमिर्ंग 3.0 प्रस्ताव के अनुरूप वैश्विक कृषि समुदाय के लिए इस खोजपरक मशीनीकरण को समर्पित कर बेहद खुश हैं।
महिन्द्रा एंड महिन्द्रा लिमिटेड के अध्यक्ष (फॉर्म इक्विपमेंट सेक्टर) राजेश जेजुरिकर ने कहा, वर्तमान में कृषि संबंधित मशीनों की जरूरत पहले से बहुत ज्यादा है। मजदूरों की कमी और उत्पादकता एवं कृषि उत्पादित क्षेत्रों को बेहतर बनाने की जरूरत इसका प्रमुख कारण हैं। हमने पिछले साल अपनी ‘डिजिसेंस’ टेक्नोलॉजी को लॉन्च किया था और अब चालक रहित ट्रैक्टर की पेशकश कर रहे हैं। इनके जरिए भारतीय किसानों को ट्रैक्टर के लिए इंटेलीजेंस के बेमिसाल स्तर को पेश किया जाएगा।
कंपनी ने बयान में कहा कि इस ड्राइवरलेस ट्रैक्टर में कई अनूठी खूबियां हैं। जीपीएस आधारित तकनीक ऑटोस्टीयर किसी ट्रैक्टर को सीधी रेखा में चलने में सक्षम बनाती है। ऑटो-हेडल एंड टर्न किसान से किसी भी प्रकार के स्टीयरिंग इनपुट के बगैर निरंतर परिचालन के लिए ट्रैक्टर को आस-पास की कतारों में खुद से मुड़ने में सक्षम बनाता है। ऑटो-इम्प्लीमेंट लिफ्ट ट्रैक्टर की ऐसी खूबी है, जो वर्क टूल को किसी कतार में ग्राउंड से खुद-ब-खुद उठाने और अगली कतार में आने के लिए ट्रैक्टर के तैयार होने पर उस टूल को नीचे रखने में मदद करती है। स्किप पासिंग की तकनीकी खूबी ट्रैक्टर को अपना परिचालन जारी रखने के लिए ड्राइवर के दखल के बिना अगली कतार में जाने में सक्षम बनाती है।
कंपनी का यह भी दावा है कि इस ट्रैक्टर में कई सुरक्षा संबंधित खूबियां हैं। जियोफेंस लॉक ट्रैक्टर को खेत की चारदीवारी से बाहर जाने से रोकता है। टैबलेट यूजर इंटरफेस किसानों को प्रभावी तरीके से खेती करने के लिए जरूरी विभिन्न इनपुट्स को प्रोग्राम करने में सक्षम बनाता है। इसके साथ ही यह ट्रैक्टर को इसके इरादतन मार्ग या वांछित परिचालन से भटकने से भी रोकता है। किसान टैबलेट की मदद से इस ट्रैक्टर को दूर से भी नियंत्रित कर सकते हैं। रिमोट इंजन स्टार्ट स्टॉप से इंजन को बंद किया जा सकता है और इस तरह आपात स्थिति में यह जरूरत पड़ने पर ट्रैक्टर को पूरी तरह से बंद कर सकता है।
बिजनेस
जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई
नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।
बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।
बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।
ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।
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