Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

बिजनेस

‘महिला उद्यमियों की ख्याति पुरुषों से अधिक’

Published

on

Loading

सोमरिता घोष 

नई दिल्ली| देश के डिजिटल प्लेटफार्म पर महिला उद्यमियों और खरीदारों की संख्या में वृद्धि दर्ज की जा रही है। वे प्रौद्योगिकी का उपयोग अपने कारोबार के विकास में कर रही हैं।

इसके लिए महिला उद्यमियों को हर ओर से तारीफ मिल रही है।

पेटीएम के संस्थापक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी विजय शेखर शर्मा ने यहां एक सम्मेलन से अलग आईएएनएस से कहा, “महिला उद्यमियों की ख्याति पुरुष उद्यमियों से अधिक है। नई स्टार्टअप कंपनी खड़ी करने वाले पुरुषों की चर्चा अधिक नहीं होती है, लेकिन स्टार्टअप शुरू करने वाली महिला उद्यमी की ख्याति तेजी से फैलती है।”

27 वर्ष की अवस्था में अपनी कंपनी जेटसेटगो शुरू करने वाली कणिका टेकरीवाल ने भी इसी तरह की राय व्यक्त की।

टेकरीवाल ने कहा, “महिलाओं द्वारा शुरू होने वाले स्टार्टअप को पुरुषों की स्टार्टअप से अधिक ख्याति मिलती है। इस युग में एक महिला होना और स्टार्टअप शुरू करना संभवत: सबसे अच्छी बात है।”

बेस्ट डील टीवी के संस्थापक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी राज कुंद्रा ने कहा कि भारतीय बाजार में पुरुषों का अभी भी वर्चस्व है, इसलिए महिलाओं का योगदान बढ़ाना होगा।

कुंद्रा ने कहा, “महिलाएं अधिक नवाचार करने वाली और मेहनती होती हैं। उनमें काफी क्षमता होती है।” उन्होंने कहा कि उनकी कंपनी में महिला और पुरुष कर्मियों की संख्या बराबर की जाएगी।

पेटीएम के शर्मा ने कहा, “यद्यपि डिजिटल क्षेत्र में महिला उद्यमियों की संख्या में वृद्धि दर्ज की जा रही है, फिर भी स्टार्टअप मालिकों का मानना है कि व्यापार में विविधता लाने के लिए महिलाओं की अधिक भागीदारी की जरूरत है।”

कुंद्रा ने कहा कि बेहतरीन युक्ति आम तौर पर महिलाओं से आती है। उन्होंने इस बात का भी विशेष तौर से उल्लेख किया कि उनकी अभिनेत्री पत्नी शिल्पा शेट्टी उनके कारोबार में विशेष योदान कर रही हैं।

उन्होंने कहा कि महिला उद्यमियों को अपने व्यापार के प्रचार-प्रसार के लिए सोशल मीडिया प्लेटफार्म का भरपूर इस्तेमाल करना चाहिए।

शर्मा ने कहा कि आज महिलाएं बढ़चढ़ कर प्रौद्योगिकी अपना रही हैं। वे पीआर, मार्केटिंग और एचआर प्रतिनिधि की परिधि में सीमित न रहकर उससे बाहर निकल रही हैं।

महिलाओं के लिए सफलता हालांकि इतना भी आसान नहीं है।

टेकरीवाल ने कहा, “निवेशक महिला व्यवसाइयों के प्रति गंभीरता नहीं दिखाते। महिला उद्यमियों के लिए धन जुटाना कठिन होता है। कई बार कर्मचारी एक महिला अधिकारी की गंभीरता को नहीं समझ पाते।”

महिलाओं के लिए कॅरियर सर्च पोर्टल शेरोस की संस्थापक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी सायरी चहल ने कहा, “महिलाओं के अपने स्टार्टअप के लिए कोष कम होने के कारण महिला उद्यमियों की संख्या कम है। उन्हें अपनी जगह बनाने के लिए संघर्ष करना होता है।”

शर्मा ने उद्यमी बनने की चाह रखने वाली महिलाओं को नसीहत देते हुए कहा, “आप लोकप्रिय व्यापार चुनने से बचिए। महिला उद्यमियों को ऐसे स्टार्टअप में निवेश करना चाहिए, जिनमें उनकी रुचि हो।”

कुंद्रा ने कहा कि यदि महिलाएं थोड़ी तहकीकात करें और मौजूदा बाजार का विश्लेषण करें, तो उन्हें सफल होने से कोई रोक नहीं सकता है।

टेकरीवाल ने कहा कि महिला उद्यमियों की सफलता के लिए खुद में भरोसा रखना जरूरी है।

18+

जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

Published

on

Loading

नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

Continue Reading

Trending